Post Viewership from Post Date to 19-Sep-2021 (5th Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2221 110 2331

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

अन्य देशों के अनुभव से सीख सकते हैं हम कृषि के लिए आदर्श मिट्टी का निर्माण व् प्रयोग

मेरठ

 14-09-2021 09:38 AM
भूमि प्रकार (खेतिहर व बंजर)

मिट्टी‚ पृथ्वी की ऊपरी परत है जो कार्बनिक पदार्थ‚ मिट्टी तथा चट्टान के कणों इत्यादि से बनती है। मिट्टी में खनिज‚ वायु‚ जल‚ कार्बनिक अवशेष और सूक्ष्म जीव सम्मिलित होते हैं। नदी घाटियों में पाए जाने वाले अवशेषों को छोड़कर उत्तर प्रदेश में पाई जाने वाली मिट्टी ज्यादातर पुरानी है। उत्तर प्रदेश राज्य की मिट्टी को भाबर और तराई क्षेत्र की मिट्टी‚ आनुवंशिक मैदानों की मिट्टी तथा दक्षिणी पठार की मिट्टी नामक तीन उपशीर्षों में वर्गीकृत कर सकते हैं। मेरठ में आमतौर पर हिमालय से बहने वाली नदियों द्वारा लाई गई जलोढ़ मिट्टी के अलावा भाबर और तराई क्षेत्र की मिट्टी भी पाई जाती है। लगभग 8-16 किलोमीटर चौड़ा स्थल भाग‚ भाबर मिट्टी से घिरा हुआ है जो शिवालिक तलहटी से जुड़ा हुआ है। हिमालय से बहने वाली नदियां अपना भार जलोढ़ मृदा के रूप में जमा करती है‚ जो कृषि के लिए उपयुक्त नहीं होती है। इस क्षेत्र में केवल बड़ी जड़ों वाले पेड़ ही पनप सकते हैं। तराई मिट्टी का क्षेत्र भाबर के दक्षिण में समानांतर लगभग 15-30 किमी चौड़ा स्थल होता है। यह मिट्टी नाइट्रोजन (nitrogen)और कार्बनिक पदार्थों से भरपूर है लेकिन इसमें फॉस्फेट (Phosphate) की कमी है फिर भी यह कई बेल्ट फसलों जैसे गेहूं‚ चावल‚ गन्ना‚ जूट (Jute) आदि की खेती के लिए उपजाऊ होती है।
कई राज्य पारिस्थितिकी तंत्र सेवा आंदोलन (Ecosystem service movement) और “स्वस्थ मृदा नीति (Healthy Soil Policy)” जैसे सार्वजनिक और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए पारिस्थितिकी तंत्र सेवा निर्माण के आसपास प्रोत्साहन योजनाओं को तैयार करने में शामिल हो रहे हैं। एक बार समग्र वानिकी और कृषि प्रबंधन के लाभों की मात्रा निर्धारित हो जाने के बाद‚ राज्य यह निर्धारित कर सकता है कि उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए कौन सी धनराशि हस्‍तांतरित की जाए। न्यूयॉर्क (New York) की जलवायु कार्य योजना में $33 बिलियन बांटे गये हैं और इसमें कार्बन फार्मिंग ग्रांट प्रोग्राम (Carbon Farming Grant Program) शामिल है‚ जो स्वस्थ मिट्टी की कृषि के साथ पारिस्थितिक लचीलापन को बढ़ावा देने वाले किसानों को राज्य की जलवायु कार्य योजना से सीधे वित्त पोषण के लिए काम कर रहा है। मैसाचुसेट्स स्वस्थ मृदा कार्य योजना (Massachusetts Healthy Soils Action Plan) का विकास उसी वर्ष एक्जीक्यूटिव ऑफिस ऑफ एनर्जी एंड एन्वायरनमेंटल अफेयर्स (Executive Office of Energy and Environmental Affairs‚ EOEEA) और मिट्टी‚ पानी और संबंधित संसाधनों के संरक्षण के लिए आयोग द्वारा शुरू किया गया था। चम्पलेन झील (Champlain Basin) में वाटरशेड पर औद्योगिक डेयरी फार्मिंग के प्रभाव के कारण‚ वरमोंट स्वस्थ मिट्टी प्रबंधन गतिविधि का केंद्र बन गया है‚ जिसमें एक यूएसडीए एनआरसीएस (USDA NRCS) संरक्षण प्रभाव आकलन परियोजना भी शामिल हैं। गैर-लाभकारी फ़ार्मर्स फ़ुटप्रिंट (Nonprofit Farmer’s Footprint) देश भर से पुनर्योजी कृषि सुधार के बारे में कुछ महत्वपूर्ण संसाधनों को सम्मिलित करने के लिए कार्रवाई कर रहा है। जैसा कि एनईएचएसएन (NEHSN) प्रदर्शित करता है‚ पूर्वोत्तर में हमारे पास प्रेरित हितधारक हैं‚ जो मानते हैं कि हमें इस जैव क्षेत्रीय खाद्य प्रणाली को उजागर करने में मदद करने की आवश्यकता है। इस बीच हर यू.एस. (U.S.) क्षेत्र में समान नेटवर्क उभर रहे हैं जो उस समय का इंतजार कर रहे हैं जब सरकार और सामाजिक आंदोलन‚ खाद्य प्रणाली में निवेश‚ जिसकी हम सभी को आवश्यकता होती है‚ करने के लिए एकजुट होते हैं। प्रत्येक समूह को‚ वे जैव- क्षेत्रीय खाद्य प्रणालियों के निर्माण के लिए क्या कर सकते हैं के साथ साथ वे इसे करने के लिए किसके साथ भागीदारी कर सकते हैं का ज्ञान होना महत्वपूर्ण है। कोरोना (Corona) महामारी ने हमें महसूस कराया है कि हमें अपनी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के साथ-साथ‚ अपनी खाद्य प्रणाली में भी सुधार करने की आवश्यकता है। नॉर्थईस्ट हेल्दी सॉयल नेटवर्क (North East Healthy Soil Network‚ NEHSN) ने फरवरी के अंत में एक सेमिनार का आयोजन किया‚ इससे ठीक पहले ही कोरोनावायरस महामारी ने अमेरिका (America) में अधिकांश सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया था। उत्तरी पूर्व के किसानों‚ कृषि संगठनों‚ खाद्य प्रणाली गैर-लाभकारी संस्थाओं‚ कृषि अनुसंधान प्रयोगशालाओं तथा राज्य सरकारों का यह विस्तृत नेटवर्क इस विषय पर चर्चा करने के लिए एकजुट हुआ था‚ कि हम उत्तरी पूर्व क्षेत्र में जैव विविधता‚ समग्र पशुधन प्रबंधन को बढ़ावा दे रहे किसानों के लिए‚ आवश्यक धन और संसाधनों की व्यवस्था कैसे कर सकते हैं। वर्तमान संयुक्त राज्य (United States) की कृषि तकनीक में बड़ी मात्रा में सस्ते भोजन और वस्तुओं का उत्पादन करने के लिए किसानों की रासायनिक और ऊर्जा-गहन विनाशकारी कृषि पद्धतियों को सब्सिडी दी जाती है। यह तकनीक मिट्टी के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले खेतों तथा पूर्वोत्तर में एक मजबूत और महत्वपूर्ण खाद्य-शेड के विकास के लिए हमेशा बाधाएं उत्पन्न करती है।
कोविड-19 (COVID-19) की शुरुआत में जैव-क्षेत्रीय खाद्य आपूर्ति श्रृंखलाओं का शक्तिशाली उद्भव होने के कारण स्वस्थ‚ प्राकृतिक और जैविक खाद्य पदार्थों की उपभोक्ता मांग में काफी वृद्धि हुई और घर में बने भोजन में भी तीव्र वृद्धि हुई। वरमोंट सस्टेनेबल जॉब्स फंड (Vermont Sustainable Jobs Fund) जैसे समूहों ने स्थानीय खाद्य बाजारों‚ जैसे 2020 खाद्य प्रणाली योजना‚ को मजबूत करने के लिए रणनीतिक योजनाओं की रूपरेखा तैयार करना शुरू कर दिया है। खाद्य प्रणालियाँ ऐसे जटिल जाले हैं जो किसानों और ग्राहकों की समझ से परे हैं। स्वस्थ मिट्टी की खेती‚ परस्पर खाद्य प्रसंस्करण‚ वितरण नेटवर्क तथा सुलभ बाजारों के एक जैव-क्षेत्रीय “वाटरशेड” को स्वस्थ मिट्टी के खेतों और ग्राहकों को जोड़ने के लिए पूर्वोत्तर में समर्थित होना चाहिए। आवश्यक जैव-क्षेत्रीय खाद्य प्रणाली के बुनियादी ढांचे के निर्माण में वरमोंट‚ न्यूयॉर्क (New york) और मेन (Maine) में प्रसंस्करण सुविधाओं की खरीद‚ उन्हें उठना और चलाने की प्रणाली स्थापित करना शामिल है। आरएफएन (RFN) इन सुविधाओं के माध्यम से‚ बड़े और छोटे किसानों को पूरे क्षेत्र में अपने पशु और तैयार खाद्य उत्पादों के लिए खाद्य प्रसंस्करण तक पहुंच प्रदान करने के साथ-साथ आस-पास के शहरों में हब नेटवर्क के लिए एक वितरण प्रणाली बनाना चाहता है।
यह एक महत्वपूर्ण योजना है जिसे पहले ही निवेशक मिल चुके हैं। चूंकि सिस्टम इलेक्ट्रिक ग्रिड-संचालित ऑपरेटिंग सुविधाओं (Electric Grid-Powered Operating Facilities) और यहां तक कि इलेक्ट्रिक ट्रक वितरण प्रणालियों में निवेश कर रहा है‚ स्वच्छ ऊर्जा निवेशक भी मजबूत रुचि दिखा रहे हैं। एक ऐसे कृषि वातावरण का निर्माण‚ जिसमें स्थानीय बाजारों में प्रतिस्पर्धा होने के साथ उत्पादों को बढ़ाना और वितरित करना संभव हो‚ खाद्य प्रणाली के विकेंद्रीकरण की दिशा में एक साहसिक कदम होगा। इस प्रणाली से हमारे क्षेत्र के कई और किसानों को‚ उन बाजारों तक पहुंच प्राप्त करने में सहायता प्राप्त होगी‚ जिन तक पहुंचने की अभी उनकी क्षमता नहीं है।

संदर्भ:
https://bit.ly/3tClVRu
https://bit.ly/3tzbgXz
https://bit.ly/3E3vz4a
https://bit.ly/3CaNSmt

चित्र संदर्भ

1. मिट्टी की जाँच करती महिला वैज्ञानिक का एक चित्रण (flickr)
2. हाथ में मिट्टी लिए महिला का एक चित्रण (sciencenewsforstudent)
3. चम्पलेन झील (Champlain Basin) घाटी का एक चित्रण (wikimedia)
4. मैदानों में खेती करते किसानों का एक चित्रण (Tribune India)

***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • अपने युग से कहीं आगे थी विंध्य नवपाषाण संस्कृति
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:28 AM


  • चोपता में देखने को मिलती है प्राकृतिक सुंदरता एवं आध्यात्मिकता का अनोखा समावेश
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:29 AM


  • आइए जानें, क़ुतुब मीनार में पाए जाने वाले विभिन्न भाषाओं के शिलालेखों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:22 AM


  • जानें, बेतवा और यमुना नदियों के संगम पर स्थित, हमीरपुर शहर के बारे में
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:31 AM


  • आइए, अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस के मौके पर दौरा करें, हार्वर्ड विश्वविद्यालय का
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:30 AM


  • जानिए, कौन से जानवर, अपने बच्चों के लिए, बनते हैं बेहतरीन शिक्षक
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:17 AM


  • आइए जानें, उदासियों के ज़रिए, कैसे फैलाया, गुरु नानक ने प्रेम, करुणा और सच्चाई का संदेश
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:27 AM


  • जानें कैसे, शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के बीच अंतर को पाटने का प्रयास चल रहा है
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:20 AM


  • जानिए क्यों, मेरठ में गन्ने से निकला बगास, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के लिए है अहम
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:22 AM


  • हमारे सौर मंडल में, एक बौने ग्रह के रूप में, प्लूटो का क्या है महत्त्व ?
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:29 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id