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चीनी मार्शल आर्ट का इतिहास तथा इसकी बढ़ती लोकप्रियता

मेरठ

 04-09-2021 09:42 AM
य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

मार्शल आर्ट (Martial Arts) का अभ्‍यास प्राचीनकाल से ही आत्‍मरक्षा‚ खेल तथा मनोरंजन जैसे कई कारणों के लिए किया जा रहा है। चीनी मार्शल आर्ट (Chinese Martial Arts) को कुंग फू (Kung Fu)‚ कुओशु (Kuoshu)‚ तथा वुशु (Wushu) भी कहा जाता है। प्राचीन किंवदंतियों के अनुसार‚ चीनी मार्शल आर्ट का उदय 4000 साल से भी पहले ज़िया राजवंश (Xia Dynasty) के समय में हुआ थ। ऐसा माना जाता है कि येलो एम्‍पेरर (Yellow Emperor)‚ जिन्‍हें हुआंगडी (Huangdi) के नाम से भी जाना जाता है‚ ने चीन (China) के लिए सबसे शुरुआती युद्ध शैली का आरंभ किया था। येलो एम्‍पेरर को एक प्रसिद्ध सेनापति के रूप में भी जाना जाता था। उन्होंने चीन (China) का नेतृत्व–कर्ता बनने की उपाधि ग्रहण करने से पूर्व चिकित्सा‚ ज्योतिष तथा मार्शल आर्ट पर काफी लंबे ग्रंथ लिखे थे। चीनी मार्शल आर्ट (Chinese Martial Arts) में युद्ध करने की सैकड़ों तकनीकें होती हैं‚ जो ग्रेटर चीन (Greater China) में सदियों पहले से विकसित हो रही हैं। इन युद्ध तकनीकों का वर्गीकरण इनके गुणों के आधार पर किया जाता है‚ जिन्हें मार्शल आर्ट के "परिवारों" के रूप में भी जाना जाता है। इन गुणों में शाओलिनक्वान (Shaolinquan) शारीरिक व्यायाम भी सम्मिलत है‚ जिसमें पंच पशुओं की नकल‚ पुराने चीनी सिद्धांत तथा धर्मों से प्रोत्साहित प्रशिक्षण विधियां भी शामिल हैं।
प्राचीन चीन में मार्शल आर्ट की उत्पत्ति का मुख्‍य कारण‚ युद्ध के लिए‚ सेना में सैनिकों को प्रशिक्षित करना था। चीनी सेना में सैनिकों को प्रशिक्षित करने हेतु ‘हाथ से हाथ मिलाना’ तथा ‘हथियारों का कुशल अभ्यास’ तकनीकों के साथ मार्शल आर्ट सबसे महत्वपूर्ण था। चीनी मार्शल आर्ट के विकास का दौर नानजिंग दशक (Nanjing decade) में ज्ञात हुआ‚ जब मार्शल आर्ट स्कूलों के एक विश्वकोश निरीक्षण को‚ कुओमिन्तांग (Kuomintang) शासन द्वारा स्थापित केंद्रीय गुओशु संस्थान (Central Guoshu Institute) ने संकलित करना आरंभ किया। पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (People's Republic of China) ने 1950 के दशक से चीनी मार्शल आर्ट को “वुशु” (Wushu) शीर्षक के अन्तर्गत एक प्रसिद्ध खेल के रूप में आयोजित करना आरंभ किया। मार्शल आर्ट के विषय में विश्व प्रसिद्ध शाओलीन मंदिर (Shaolin Temple) को 495 ईस्वी में हेनान (Henan) प्रदेश के सोंग पर्वत (Song Mountain) में स्थापित किया गया था।
बुद्धभद्र (Buddhabhadra) नामक भारतीय भिक्षु बौद्ध धर्म (Buddhism) के प्रचारक थे जिन्‍हें चीनी लोग सामान्यतः बटुओ (Batuo) कहकर पुकारते थे। इतिहास गवाह है कि बुद्धभद्र (Buddhabhadra) के सबसे पहले चीनी शिष्यों में‚ केवल हुइगुआंग (Huiguang) तथा सेंगचौ (Sengchou)‚ के पास अविश्वसनीय मार्शल (Martial) कौशल था। बुद्धभद्र (Buddhabhadra) के बाद 527 ईस्‍वी में बोधिधर्म (Bodhidharma) नामक एक और भारतीय भिक्षु शाओलिन (Shaolin) आए। जिन्‍हें चीनी (Chinese) लोग दामो (Damo) कहकर पुकारते थे। उनके चीनी (Chinese) शिष्य‚ हुइके (Huike) भी मार्शल आर्ट के प्रसिद्ध विशेषज्ञ थे। चीनी (Chinese) भाषा में‚ कुंग फू (Kung Fu) शब्द का अर्थ “किसी भी अभ्यास के माध्यम से सीखा गया कौशल” होता है। कुंग फू (Kung Fu) की शाओलिन (Shaolin) शैली को चीनी मार्शल आर्ट की सबसे पहली संस्थागत तकनीक माना जाता है। जिसके साक्ष्‍य लगभग 610 ई. में डाकुओं से शाओलिन मंदिर की रक्षा करने के लिए‚ किए गए युद्ध में मिले थे। शाओलिन के भिक्षुओं ने 16वीं तथा 17वीं शताब्दी के मध्य में मार्शल आर्ट का अभ्यास करना प्रारंभ किया‚ जिसका उद्देश्‍य मठवासियों के स्‍वास्‍थ्‍य‚ शक्ति तथा मार्मिकता में सुधार करना था‚ और यही अभ्यास शाओलिन मठवासियों के जीवन का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा बन गया। इस शुरूआत से‚ चीनी मार्शल आर्ट् पूरे देश में प्रचलित हो गया।
चीनी मार्शल आर्ट्स सिनेमा एक विविध और मजेदार फिल्म शैली है जो दुनिया भर में दर्शकों का मनोरंजन करती है। शंघाई (Shanghai) फिल्म उद्योग के विकास होने के साथ‚ चीनी मार्शल आर्ट फिल्म शैली 1920 के दशक में अस्तित्‍व में आयी। सर्वप्रथम इन‚ वूक्सिया (Wuxia)‚ अर्थात् मार्शल आर्ट फिल्मों का निर्माण प्राचीन चीन में किया गया था‚ और इन फिल्मों में उन चीनी लोककथाओं और शास्त्रों के साहित्यों को बहुत आकर्षित बनाया गया था‚ जिसमें अनोखे और असाधारण विषयों जैसे आत्माओं‚ का उल्लेख किया गया है। कुमिंटांग (Kuomintang) सरकार ने मार्शल आर्ट्स फिल्मों को 1930 के दशक के शुरुआती दिनों में ही प्रतिबंधित कर दिया था और साथ में यह दावा भी किया कि इन फिल्मों ने सामंतवाद और अंधविश्वास को बढ़ावा देने का कार्य किया है। 1980 के दशक तक मार्शल आर्ट फिल्मों पर लगा प्रतिबंध हटा दिया गया था। इस समय अंतराल के बीच में शंघाई फिल्म की कंपनियां एक ब्रिटिश कॉलोनी (British Colony) हांगकांग (Hong kong) में स्थापित हो गईं‚ जहां चीनी सरकार की सेंसरशिप (censorship) लागू नहीं होती। इसके पश्चात शंघाई फिल्म कंपनियों ने हांगकांग (Hong kong) के लिए मंडारिन-भाषा में‚ वूक्सिया (Woxia) यानी मार्शल आर्ट फिल्मों का निर्माण करना प्रारंभ कर दिया था।
“द ट्रू स्‍टोरी ऑफ वोंग फी-हंग” (The True Story of Wong Fei-hung ) 1949 की एक प्रारंभिक कुंग फू (Kung Fu) फिल्म है। इसमें हांगकांग (Hong Kong) के प्रसिद्ध अभिनेता‚ क्वान ताक हिंग (Kwan Tak Hing) को‚ चीनी मार्शल आर्ट कलाकार वोंग फी-हंग (Wong Fei-hung) की मुख्य भूमिका निभाने का अवसर प्राप्‍त हुआ था। क्वान (Kwan) एक असली मार्शल आर्टिस्ट (Martial Artist) थे‚ जिनका नाम वास्तविक मार्शल आर्ट्स के सुदृढ मास्टरों की उस सूची में आता था‚ जिसमें ब्रूस ली (Bruce Lee)‚ जैकी चैन (Jackie Chan)‚ जेट ली (Jet Li) और मिशेल येह (Michelle Yeoh) जैसे मास्टरों के नाम सम्मिलित हैं। 50 और 60 के दशक में हांगकांग (Hong Kong) सिनेमा में बहुत व्‍यापक उन्नति हुई। स्थानीय स्टूडियो ने स्थानीय बॉक्स ऑफिस (box office) में हॉलीवुड (Hollywood) से बेहतरीन प्रदर्शन करने हेतु फिल्मों का निर्माण काफी तीव्र गति से करना प्रारंभ कर दिया। 70 के दशक में मार्शल आर्ट् कलाकार ब्रूस ली (Bruce Lee) का नाम अस्तित्‍व में आया‚ जिन्‍होंने प्राचीन मास्टर इप मैन (Ip Man) से‚ एक बच्चे के रूप में कुंग फू (Kung Fu) का बेहतरीन प्रशिक्षण लिया। 1973 में एंटर द ड्रैगन (Enter the Dragon) फिल्म ने ब्रूस ली (Bruce Lee) के मामूली नाम को सम्पूर्ण विश्व में प्रसिद्ध कर दिया और हांगकांग सिनेमा को पहली बार अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के मनोरंजन हेतु उजागर किया।
ब्रूस ली के पश्चात जैकी चैन (Jackie Chan) आए‚ जिन्होंने एक निर्देशक‚ यूएन वू-पिंग (Yuen Wo- Ping)‚ के साथ मिलकर कॉमेडी (Comedy) करने और थप्पड़ (Slap) मारने को कुंग फू (Kung Fu) तकनीक में सम्मिलित किया। 2001 में प्रकाशित शाओलिन सॉकर (Shaolin Soccer) और 2004 में प्रकाशित कुंग फू हस्टल (Kung Fu Hustle) जैसी प्रसिद्ध फिल्मों के निर्माता स्टीफन चाउ (Stephen Chow) ने स्वयं कॉमेडिक कुंग फू (Kung Fu) तकनीक से प्रेरणा ली है। ये सभी फिल्में दर्शकों के मनोरंजन करने के कारण सम्पूर्ण विश्व में आज भी प्रसिद्धी प्राप्त कर रही हैं।

संदर्भ:-
https://bit.ly/3BqXCZk
https://bit.ly/3t5WRC2

चित्र संदर्भ
1. शाओलिन कुंग फू (Shaolin Kung Fu) का प्रदर्शन करते चीनी बच्चे का एक चित्रण (flickr)
2. शाओलिन कुंग फू सन्यासियों का एक चित्रण (flickr)
3. कॉनकॉर्ड कुंग फू अकादमी में अभ्यर्थियों का एक चित्रण (concordkungfu)
4. एंटर द ड्रैगन फिल्म का एक चित्रण (flickr)

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