City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Total | ||
2359 | 125 | 2484 |
***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions
कोई भी कार्यक्षेत्र शायद ऐसा नहीं है, जहां रूलर (Ruler) का उपयोग नहीं किया जाता हो।रूलर
एक ऐसा उपकरण है जिसका उपयोग दूरियों को मापने या प्रिंटिंग,ज्यामिती, टेक्निकल ड्राइंग
और कई अन्य चीजों में सीधी रेखाएँ खींचने के लिए किया जाता है। पूरे इतिहास में,मनुष्य ने
आमतौर पर अपने शरीर के हिस्सों को मापने वाली इकाइयों के रूप में उपयोग किया है। ऐसी
इकाइयाँ हाथ, पैर या क्यूबिट होती हैं। आसान माप के लिए फ्रांस (France) में मीट्रिक प्रणाली
(Metric system) का आविष्कार किया गया था और 18 वीं शताब्दी के अंत तक दुनिया के
अधिकांश देशों ने इसे अपना लिया था। लोग चार हजार से अधिक वर्षों से किसी भी चीज को
मापने के लिए अनेकों तरीकें इस्तेमाल कर रहे हैं।तो चलिए आज के लेख में रूलर के इतिहास
और उसकी विभिन्न उपयोगिताओं के बारे में जानने का प्रयास करते हैं।
एक रूलर को रूल या लाइन गेज भी कहा जाता है। दूरी मापने या सीधी रेखा खींचने के लिए
ज्यामिति और तकनीकी ड्राइंग के साथ-साथ इसका उपयोग इंजीनियरिंग और निर्माण उद्योगों
में भी किया जाता है।रूलर के इतिहास की बात करें, तो इतिहास का पहला विख्यात रूलर
2650 ईसा पूर्व का माना जाता है। उस समय जिस प्रकार के रूलर का विकास किया गया था,
वह आज के समय के रूलर की तरह नहीं दिखाई देता था। पहला रूलर वास्तव में तांबे और
मिश्र धातु से बनी एक छड़ थी, जिसे निप्पुर में खुदाई के दौरान जर्मन असीरियोलॉजिस्ट
एकहार्ड यूनगर (German Assyriologist Eckhard Unger) द्वारा पाया गया था। हालाँकि,
1500 ईसा पूर्व में हाथी दांत से बने रूलरों का भी उपयोग किया जाने लगा, जिन्हें सिंधु घाटी
सभ्यता काल में अत्यधिक इस्तेमाल किया गया था। लोथल (2400 ईसा पूर्व) में खुदाई से एक
ऐसा रूलर प्राप्त हुआ जो लगभग 1⁄16 इंच (1.6 मिलीमीटर) तक कैलिब्रेटेड है। पुरातत्वविदों
का मानना है, कि मोहनजोदड़ो में उपयोग किए जाने वाले रूलर को 1.32 इंच (33.5
मिलीमीटर) के अनुरूप इकाइयों में विभाजित किया गया है और इन्हें दशमलव उपखंडों में
अद्भुत सटीकता के साथ 0.005 इंच (0.13 मिलीमीटर) के भीतर चिह्नित किया गया है। पूरे
क्षेत्र में पाई जाने वाली प्राचीन ईंटों के आयाम इन इकाइयों के अनुरूप हैं।
16वीं शताब्दी से लकड़ी से बने रूलर का भी उपयोग किया जाने लगा। हालाँकि, वर्तमान समय
में अब हमारे पास रूलरों के विभिन्न रूप मौजूद हैं।उदाहरण के लिए वर्तमान समय में हमारे
पास उपयोग करने के लिए धातु,लकड़ी, रबर और मुड़ने वाले रूलर मौजूद हैं। पहला मुड़ने वाला
रूलर 1851 में एंटोन उलरिच (Anton Ullrich) द्वारा बनाया गया था। हालाँकि, पहला लचीला
रूलर 1902 में फ्रैंक हंट (Frank Hunt) द्वारा आविष्कृत किया गया था। अन्य रूलरों में डेस्क
रूलर, स्टील का रूलर, सीमस्ट्रेस टेप (Seamstress tape) आदि शामिल हैं।रूलर विभिन्न
आकार, आकृति और सामग्री में आते हैं। अक्सर एक कार्यशाला में धातु के मजबूत रूलरों का
उपयोग किया जाता है। ऑफिसों के लिए प्रायः लकड़ी के बने रूलरों का उपयोग किया जाता है।
एक डेस्क रूलर का सामान्य आकार 30 सेंटीमीटर होता है, जबकि लंबे रूलर का आकार 45
सेंटीमीटर होता है।वर्तमान समय में छोटे आकार के रूलर भी मौजूद हैं, जो आसानी से पॉकेट में
फिट हो सकते हैं। इसी प्रकार एक रूलर, कारपेंटर रूलर भी होता है, जिसे ज़िग-ज़ैग आकार में
मोड़ा जा सकता है। लंबी दूरी के मापन के लिए यार्डस्टिक (yardsticks - 1 यार्ड) और मीटर
स्टिक (1 मीटर) भी उपयोग में हैं, लेकिन वर्तमान समय में इसे टेप माप (Tape measure)
और लेजर रेंजफाइंडर (Laser rangefinders) द्वारा प्रतिस्थापित किया गया है।डेस्क रूलर के
मुख्य उपयोगमापना, रेखाएँ खींचना आदि हैं। एक लाइन गेज रूलर का इस्तेमाल ज्यादातर
मुद्रण उद्योग में किया जाता है। उस तरह के रूलर की इकाइयाँ मिलीमीटर, इंच, अगेट, पिकास
और पॉइंट हैं। विशिष्ट रूलरों में से एक संकुचित रूलर (Shrinkage ruler) है। इस प्रकार के
रूलरों को लकड़ी के सांचे बनाने के लिए उपयोग किया जाता था।
रूलर हमेशा सीधी रेखा नहीं मापते हैं,उदाहरण के लिए कभी-कभी सिलाई उद्योग की तरह,
किसी व्यक्ति की कमर के माप को मापने के लिए इसकी आवश्यकता होती है। वर्तमान समय
में एक वर्चुअल रूलर भी मौजूद है, जिनमें एक रूलर सॉफ्टवेयर या स्क्रीन रूलर शामिल
है।इसका उपयोग कंप्यूटर या मोबाइल फोन पर पिक्सल मापने के लिए किया जा सकता है।
इसके विपरीत वक्र रेखाओं को खींचने के लिए भी एक रूलर होता है। उस तरह के रूलर को फ्रेंच
वक्र के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा एक लचीला उपकरण भी होता है, जिसे समतल
तख़्ता या लचीले वक्र के रूप में जाना जाता है तथा इसे वांछित आकार में मोड़ा भी जा सकता
है।
यूं तो इतिहास में एक रूलर के कई उपयोग हैं, लेकिन ज्यामिति में यह एक प्रमुख उपकरण रहा
है। विभिन्न उद्योगों में विभिन्न प्रकार के रूलरों का उपयोग किया जा सकता है, जैसे सिलाई,
सॉफ्टवेयर, वास्तुकला, डिजाइन और अनेकों चीजों में विभिन्न प्रकार के रूलरों का उपयोग किया
जाता है। मुद्रण उद्योग और अन्य उद्योग विभिन्न प्रकार के रूलरों का भी उपयोग करते हैं।
हालांकि रूलरों का सबसे अधिक उपयोग कार्यालयों और स्कूलों में होता है। एक टिकाऊ और
भरोसेमंद रूलर के बिना स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालय के लिए उपयोग किया जाने वाला
पेंसिल बॉक्स कभी पूरा नहीं होता है।
संदर्भ:
https://bit.ly/3zv2Oe4
https://bit.ly/3zqmlfI
https://bit.ly/3sSanJr
https://bit.ly/3DoWrLM
चित्र संदर्भ
1. रूलर संग्रह | डॉन ब्लैक कलेक्शन (Don Black Collection) के 50 रुलरों का एक चित्रण (flickr)
2. स्टील रूलर का एक चित्रण (wikimedia)
3. 16वीं शताब्दी के लकड़ी के बढ़ई का रूलर और अन्य उपकरणो का एक चित्रण (wikimedia)
4. अक्षर पैमाने के साथ संयोजन में रूलर का एक चित्रण (wikimedia)
© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.