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आजीविका गतिविधि के रूप में तितली की खेती को दिया जा सकता है विस्तार

मेरठ

 28-08-2021 11:39 AM
तितलियाँ व कीड़े

हमारी धरती पर ऐसे अनेकों जीव हैं, जो पृथ्वी की सुंदरता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इन्हीं जीवों में से एक तितली भी है, जो किसी को भी अपनी सुंदरता से मोहित कर सकती है। हालांकि,वर्तमान समय में तितली की प्रसिद्धि केवल उसकी सुंदरता तक ही सीमित नहीं है। ऐसी अनेकों चीजें हैं, जिनमें तितलियां अपना महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।वाणिज्यिक स्तर पर नकदी उत्पाद के रूप में तितली प्यूपा (Pupae) के लिए एक जीवंत विश्व बाजार मौजूद है। उष्णकटिबंधीय देशों विशेष रूप से मध्य अमेरिका(America), दक्षिण पूर्व एशिया (Asia)और अफ्रीका (Africa)के कुछ हिस्सों में निजी स्वामित्व वाले तितली फार्मों में उनकी बड़े पैमाने पर खेती की गई है।उत्तरी अमेरिका और यूरोप (Europe)में इनका बड़े पैमाने पर निर्यात भी किया जाता है।
तितली फार्म में उत्पादित तितली प्यूपा को तितली घरों को निर्यात किया जाता है, जो प्रजनन और प्रदर्शनियों में उनका उपयोग करते हैं। वर्तमान में दुनिया भर में 102 जीवित तितली प्रदर्शनियां हैं। इनमें से कुछ एकल रूप से मौजूद हैं, जबकि कुछ कई अन्य बड़े बगीचों, कीटशालाओं, प्राकृतिक पार्कों या संग्रहालयों का हिस्सा हैं।वाणिज्यिक तितली प्रजनन या बंदी तितली प्रजनन, नियंत्रित वातावरण में तितलियों और पतंगों के प्रजनन का अभ्यास है ताकि उनका विभिन्न अनुसंधान सुविधाओं, विश्वविद्यालयों, चिड़ियाघरों, कीटशालाओं, प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों, तितली प्रदर्शनियों, संरक्षण संगठनों, प्रकृति केंद्रों, व्यक्तियों और अन्य व्यावसायिक सुविधाओं के लिए सप्लाई किया जा सके। कुछ तितली और कीट प्रजनक अपने बाजार को थोक ग्राहकों तक सीमित रखते हैं जबकि अन्य प्रजनक खुदरा गतिविधि के रूप में स्टॉक की छोटी मात्रा की आपूर्ति करते हैं। कुछ छोटे और बड़े पैमाने के प्रजनक अपने व्यवसायों को स्कूलों के लिए तितलियों या पतंगों के उपबधों तक सीमित रखते हैं। अन्य प्रजनक, स्मरणीय कार्यक्रमों में उपयोग के लिए या उन्हें छोड़ने के लिए तितलियाँ प्रदान करते हैं। रिहाई आमतौर पर तितली की प्राकृतिक सीमा में होती है। वाणिज्यिक और बंदी प्रजनक अक्सर तितलियों को पहले एक शौक के रूप में पालते हैं। उसके बाद वे फिर इसे एक व्यवसाय के रूप में विस्तारित करते हैं।कई तितली प्रजनक खुद को शौकिया मानते हैं और अपनी तितलियों को अपने दोस्तों, परिवारों और स्कूलों को बिना किसी कीमत के उपलब्ध कराने तक सीमित होते हैं। वाणिज्यिक और शौकिया प्रजनक अक्सर इंटरनेशनल बटरफ्लाई ब्रीडर्स एसोसिएशन (International Butterfly Breeders Association) और एसोसिएशन फॉर बटरफ्लाइज (Association for Butterflies)के सदस्य होते हैं।एक प्रजनक आमतौर पर स्वस्थ स्टॉक के एक प्रतिष्ठित आपूर्तिकर्ता से प्रजनन स्टॉक प्राप्त करके अपने कार्य का संचालन करता है। दक्षिणी राज्यों में अधिकांश प्रजनक अपने ग्राहकों को साल भर तितलियाँ प्रदान करने में सक्षम होते हैं। ऐसा तभी होता है, जब परिवेश का तापमान उड़ान और तितली के अस्तित्व के अनुकूल हो।उत्तरी अक्षांशों में कई प्रजनक जो ठंडी सर्दियाँ या बार- बार ठंड का अनुभव करते हैं, वे सर्दियों के महीनों के लिए तितलियों की आपूर्ति बंद कर देते हैं।प्रजनकों को संक्रमण नियंत्रण, स्वास्थ्य निगरानी, रोग की रोकथाम, प्रयोगशाला तकनीकों और जैविक कीट नियंत्रण में प्रशिक्षित किया जाता है। बंदी प्रजनक अपने स्टॉक के लिए लार्वा भोजन उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक पौधों के प्रसार के लिए लागत प्रभावी और टिकाऊ तरीकों का इस्तेमाल करते हैं।ग्रीनहाउस, हाइड्रोपोनिक्स, ड्रिप सिंचाई और जैविक-आधारित विधियां रोग की लागत को नियंत्रित करती हैं और उच्च पौधों की पैदावार पैदा करती हैं।
स्टॉक के प्रजनन में कीटनाशकों का उपयोग नहीं किया जाता है।तितली और कीट लार्वा आमतौर पर विभिन्न घनत्वों में कंटेनरों में बड़े किए जाते हैं, जो पूर्व निर्धारित प्रोटोकॉल पर निर्भर है।कुछ तितली लार्वा कम घनत्व में और अन्य उच्च घनत्व पर सबसे अच्छे रूप में बढ़ते हैं।प्रजनन संचालन में अन्य पर्यावरणीय नियंत्रण जैसे आर्द्रता और तापमान शामिल हो सकते हैं।बड़े प्रजनन कार्यों के लिए कर्मचारियों को काम पर रखने की आवश्यकता होती है, जिन्हें तब लार्वा भोजन विकसित करने, नियंत्रित वातावरण बनाए रखने, शिपमेंट बनाने, तितली स्टॉक की उचित देखभाल करने आदि के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। बाजार संचालित प्रतिस्पर्धा ग्राहकों और थोक विक्रेताओं को आपूर्ति की जाने वाली तितलियों की कीमत निर्धारित करती है।अफ्रीका, एशिया,लैटिन अमेरिका और ग्रामीण समुदायों में तितली पालन आर्थिक उत्थान के रूप में सामने आया है।इस व्यापार का वैश्विक कारोबार 100 मिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक हो गया है।तितलियों को एक मौद्रिक मूल्य देकर और उनके व्यापार और प्रदर्शन के लिए एक जीवंत अंतरराष्ट्रीय बाजार स्थापित करके, तितली की खेती ने कई विकासशील देशों में स्थानीय वनों के प्रबंधन में सुधार किया है और आजीविका के अवसर दिए हैं।
एक अध्ययन के अनुसार तितली की खेती ने तंजानिया (Tanzania) में अमानी (Amani) परियोजना में परियोजना प्रतिभागियों की आय में अतिरिक्त 17 प्रतिशत का सृजन किया। इसके अलावा एक और अध्ययन के अनुसार केन्या (Kenya) में किपेपियो (Kipepeo) तितली परियोजना से सबसे अधिक कमाई करने वाला,एक विकलांग व्यक्ति भी तितली की खेती को आजीविका गतिविधि के रूप में अपना सकता है। ये उदाहरण बताते हैं कि तितली की खेती को आजीविका गतिविधि के रूप में बढ़ाया जा सकता है और सतत विकास के एक मॉडल के रूप में उजागर किया जा सकता है, जो संरक्षण को आजीविका से जोड़ता है। भारत में तितली पालन एक अच्छा अवसर हो सकता है,किंतु इसकी कुछ सीमाएं भी हैं।भारत में, तितलियों की खेती प्रतिबंधित है।निवास स्थान का बढ़ता नुकसान,खेती की नैतिक और वैज्ञानिक चिंताएं,क्रॉस ब्रीडिंग की संभावना और विदेशी प्रजातियों का परिचय आदि कुछ ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिनका सामना तितलियों का विश्व व्यापार कर रहा है। ऐसी खेती आय में विविधता लाने के अवसर प्रदान करती है, लेकिन साथ ही तितलियों के स्थायी उपयोग या व्यापार को खतरे में डाल सकती है।

संदर्भ:
https://bit.ly/3BeBXDz
https://bit.ly/3gBXWfH
https://bit.ly/3sSpUsK
https://bit.ly/2WsMSdV

चित्र संदर्भ
1. तितलियों के झुंड का एक चित्र (flickr)
2. पिनांग - तितली फार्म का एक चित्र (flickr)
3. तितली लार्वा का एक चित्रण (wikimedia)
4. स्ट्रैटफ़ोर्ड ( Stratford) तितली फार्म एक चित्रण (wikimedia)

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