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डिजिटल कला खरीदने और बेचने का एक नया माध्यम प्रदान करता है एन.एफ.टी. मार्केटप्लेस

मेरठ

 07-08-2021 10:32 AM
द्रिश्य 3 कला व सौन्दर्य

भारत में कवियों, कलाकारों आदि को पैसा कमाने के लिए पारंपरिक प्रदर्शनियों और ब्रांडों की ओर रुख करना पड़ता है, लेकिन इसमें बिचौलियों के होने से कई वर्षों तक इंतजार करना पड़ सकता है, तथा अक्सर उच्च कमीशन का भुगतान भी करनापड़ता है। लेकिन एनएफटी (NFT) अर्थात नॉन फंजीबल टोकन (Non fungible token) इसके प्रभावी विकल्प के तौर पर सामने आया है।नॉन फंजीबल टोकन एक प्रकार का क्रिप्टोग्राफिक (Cryptographic) टोकन है। यदि कोई तकनीकी कला अद्वितीय है, तथा वह किसी विशेष व्यक्ति के स्वामित्व में है, तो उसे नॉन-फंजिबल टोकन कहा जाता है। नॉन फंजीबल टोकन को एक डिजिटल सम्पत्ति भी कहा जा सकता है, जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain technology) पर आधारित होती है।उत्पत्ति और प्रामाणिकता के लिए सत्यापन टूल से लेकर, कला संग्रह के नए तरीकों के लिए और यहां तक कि नए कला रूपों के लिए कला की दुनिया पर ब्लॉकचेन का प्रभाव पहले से ही नकारा नहीं जा सकता है।
किसी चीज के नॉन फंजीबल होने से तात्पर्य है, कि वह अद्वितीय है और उसे किसी और चीज़ से बदला नहीं जा सकता है। उदाहरण के लिए एक बिटकॉइन (Bitcoin) फंजीबल होता है। दूसरे बिटकॉइन के लिए आपको एक बिटकॉइन बेचना होगा,और आपके पास बिल्कुल वही चीज़ होगी।हालांकि, अपनी तरह का एक ‘ट्रेडिंग कार्ड’ नॉन फंजीबल होता है।यदि आप इसे एक अलग कार्ड के लिए बेचते हैं, तो आपके पास कुछ बिल्कुल अलग होगा।नॉन फंजीबल टोकन महत्वपूर्ण इसलिए बन गया है, क्यों कि दुनिया में जो भी चीज अद्वितीय है,उसे टोकन या एक विशिष्ट आई.डी के साथ ब्लॉकचेन लेजर में डाल दिया जाता है। इसकी कीमत इसका विशिष्ट होना ही है। भले ही यह विशिष्ट चीज सभी के पास हो, लेकिन इसका स्वामित्व केवल एक ही व्यक्ति के पास होता है, विशेषकर उस व्यक्ति के पास जिसने उसे निर्मित किया है।
क्रिप्टो पंक (Crypto punk) पहली बड़ी एन.एफ.टी परियोजनाओं में से एक है, जिसे जून 2017 में एथेरियम (Ethereum) ब्लॉकचेन पर पहले नॉन फंजीबल टोकन में से एक के रूप में जारी किया गया था। यह परियोजना अमेरिकी स्टूडियो लार्वा लैब्स (American studio Larva Labs) द्वारा विकसित की गई थी, जिसमें कनाडा (Canada) के सॉफ्टवेयर डेवलपर्स मैट हॉल (Matt Hall) और जॉन वॉटकिंसन (John Watkinson) शामिल थे।यह प्रायोगिक परियोजना लंदन (London) के पंक दृश्यों (Punk scenes),साइबरपंक आंदोलन और विलियम गिब्सन (William Gibson) के उपन्यास न्यूरोमैंसर (Neuromancer), जॉनी मेमोनिक (Johnny Mnemonic), ब्लेड रनर (Blade Runner) और इलेक्ट्रॉनिक संगीत कलाकारों डाफ्ट पंक (Daft Punk) से प्रेरित थी।क्रिप्टो कला ब्लॉकचेन परियोजना एनएफटी और आधुनिक क्रिप्टो कला आंदोलन के लिए ईआरसी -721 (ERC-721) मानक के लिए एक प्रेरणा थी।अभी तक केवल 10,000 अद्वितीय क्रिप्टोपंक्स मौजूद हैं, जिनमें से सभी को ब्लॉकचेन तकनीक के उपयोग के माध्यम से डिजिटल रूप से अनूठा बना दिया गया है।कंप्यूटर कोड के माध्यम से प्रत्येक को एल्गोरिथम रूप से उत्पन्न किया गया था और इस प्रकार कोई भी दो अक्षर बिल्कुल एक जैसे नहीं हैं, लेकिन कुछ दूसरों की तुलना में अधिक दुर्लभ हैं। एनएफटी बाजार में इस साल की शुरुआत में विस्फोट हुआ है, लेकिन समय के साथ इसमें गिरावट भी आई है। हालांकि,क्रिप्टोपंक्स अभी भी सबसे मूल्यवान एनएफटी परियोजना बनने में कामयाब रहा है, जिसका साप्ताहिक परिमाण लगभग 60 मिलियन अमरीकी डालर तक पहुंच गया है।पिछले एक सप्ताह में बिक्री की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हुई है और इन क्रिप्टोपंक्स के लिए दैनिक व्यापार में 1,342 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। भारत का एनएफटी स्पेस लगभग उतनी ही तेजी से बढ़ रहा है जितना कि क्रिप्टोकरेंसी बढ़ा था। देश ने दो महीने से भी कम समय में तीन नए एनएफटी मार्केटप्लेस उभरते हुए देखे हैं।भारत का शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंज, वज़ीरएक्स (WazirX) है, जिसने अपना एनएफटी मार्केटप्लेस 1 जून को लॉन्च किया था। एक अन्य एनएफटी मार्केटप्लेस, एनएफटीक्ली (NFTically) है तथा तीसरा एनएफटी मार्केटप्लेस वॉल डॉट एप (Wall.app) है।
भारत में कलाकार और निर्माता पारंपरिक बाजार बाधाओं से दूर होने के लिए एनएफटी का उपयोग कर रहे हैं।एनएफटी की मदद से देश में कलाकार पारंपरिक उद्योगों से बाहर निकल रहे हैं, जिसमें वज़ीरएक्स, ओपनसी (OpenSea)या अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म उनकी मदद कर रहे हैं। कला क्षेत्र ने कोरोनोवायरस महामारी के दौरान स्पष्ट रूप से संघर्ष किया है। आर्ट बेसल (Art Basel) और यूबीएस (UBS) के एक अध्ययन में पाया गया कि पिछले एक साल में सार्वजनिक नीलामी की बिक्री में औसतन 30% की गिरावट आई है। यह प्रभाव आंशिक रूप से एक मजबूर परिवर्तन द्वारा बदल दिया गया है, क्योंकि कुछ नीलामीकर्ता और गैलरी, अनिच्छुक विघटनकर्ता बन गए हैं और डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ग्राहकों को शामिल कर रहे हैं।ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के समर्थकों का कहना है, कि एनएफटी देश के कलाकारों का सशक्त करने का काम कर रहा है। लोग बहुत सुंदर तथा अद्वितीय कलाएं निर्मित करते हैं, लेकिन उन्हें कभी उसकी उचित कीमत नहीं मिल पाती। एनएफटी टेक्नोलॉजी के साथ जुड़ जाने से पूरी दुनिया में इसकी मांग बढ़ जाती है, तथा कलाकार को उसकी मेहनत या प्रतिभा का अच्छा मूल्य मिलता है। देश में फैशन, संस्कृति, स्टाइल,फूड,आर्ट आदि क्षेत्रों में कई अद्वितीय कार्य हो रहे हैं, तथा एनएफटी की मदद से कलाकारों को नया अवसर मिल सकता है।निवेशकों के अनुसार एनएफटी क्षेत्र में प्रवेश करने के इच्छुक स्टार्टअप्स की संख्या में तीव्र वृद्धि हुई है।भारत में उद्योग और उपभोक्ताओं दोनों के बीच नॉन फंजीबल टोकन और उनके उपयोग के मामलों के प्रति रुचि बढ़ रही है।मीडिया फर्म जैसे ओवर-द-टॉप (Over-the-top) सामग्री कंपनियां, फिल्म और संगीत कंपनियां आदि अपने लाभ के लिए एनएफटी का उपयोग करना चाहती हैं। एक ऐसे देश में जहां कई कलाकारों के पास पर्याप्त धन नहीं है, इसका प्रभाव गहरा हो सकता है।एनएफटी समर्थकों को उम्मीद है कि एनएफटी मार्केटप्लेस एक विकल्प के रूप में उभरेगा, जो भारत के 6240 लाख इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को डिजिटल कला खरीदने और बेचने का एक नया माध्यम प्रदान करेगा।

संदर्भ:
https://bit.ly/3yvkmpV
https://bit.ly/3s3vCaM
https://bit.ly/2U1EfpK
https://bit.ly/3rXJKSB

चित्र संदर्भ

1. एनएफटी डिजिटल कला के माध्यम से बेचा गया दुनिया का सबसे महंगा डिजिटल तथा बिटकॉइन का एक चित्रण (iNews,wikimedia)
2. क्रिप्टोक्यूरेंसी सिक्कों के यादृच्छिक ढेर का एक चित्रण (flickr)
3. क्रिप्टोक्यूरेंसी: भारत में एनएफटी और क्रिप्टो कला का एक चित्रण (The Economic Times)

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