इंसान एक सामाजिक प्राणी है, मनुष्य होने के नाते हम अपनी सभी आवश्यकताओं के लिए एक-दूसरे पर निर्भर हैं।
परंतु कोरोना महामारी ने हमारे समक्ष सामाजिक दूरी की नई अवधारणा को जन्म दिया है, तथा भौगोलिक सीमा
निर्धारण से होने वाले लाभों से अवगत कराया है। हालांकि दुनिया भर सामाजिक दूरी से प्रेरित चारदीवारी समुदाय
(Gated Community) का चलन दशकों से चला आ रहा है।
चारदीवारी समुदाय क्या है?
यह एक प्रकार का भौगोलिक क्षेत्र होता है, जो चारों ओर से दिवार अथवा अन्य प्रकार की सीमाओं से घिरा होता है,
जिसके अंदर विभिन्न समुदाय के लोगों के मकान इत्यादि बने रहते हैं । इस क्षेत्र के मुख्य गेट तथा दीवारों की
निगरानी प्रहरी (Security Guard) करते हैं। प्रायः सभी प्रकार की मूलभूत जरूरते जैसे दुकाने, व्यायाम घर (gyms,
swimming pool) इत्यादि भौगोलिक क्षेत्र के भीतर ही उपलब्ध होते हैं, जहां ज्यादातर उच्च मध्यम वर्ग और उच्च
वर्ग के लोग रहते हैं। गेटेड समुदायों के निवासियों को प्रायः निर्धारित सीमा क्षेत्र के भीतर ही रहने की सलाह दी जाती
है , साथ ही किसी भी बाहरी व्यक्ति का अंदर प्रवेश पूर्व अनुमति के बिना पूरी तरह निषेध होता है, जिस कारण इन
समुदायों के निवासी बाहरी दुनियां से पूरी तरह कटे रहते हैं। अपनी सीमा के भीतर ये लोग स्वयं की बनाई गई शासन
प्रणाली के साथ एक बुलबुले में रहते हैं। हालांकि इसका दुष्प्रभाव भी माना जाता है कि, यहाँ रहने वाले लोग
सामाजिक-सांस्कृतिक रूप से पूरी दुनिया से भी अलग हो जाते हैं।
महामारी के संदर्भ में चारदीवारी समुदायों की लोकप्रियता और निर्माण ने तूर पकड़ा है, क्यों की बाहरी लोगो से संपर्क
में न होने के कारण यह क्षेत्र काफी सुरक्षित माने जा रहे हैं। गटेड समुदायों पर किये गए शोधों के आधार पर वहां के
निवासियों को पूरी दुनियां की संस्कृति का आदान प्रदान करने और दूसरों से अच्छे संबंध स्थापित करने के बजाय
अलग-थलग रहने की प्रवृति का माना जाता रहा है, परंतु कोरोना महामारी के दौरान सामाजिक दूरी के लाभों ने इस
प्रकार की जीवन शैली को सुरक्षित और लोकप्रिय बना दिया है। महामारी के दौरान देश के विभिन्न गटेड समुदायों के
लोग अपनी भौगोलिक सीमा के भीतर उन लोगों (पड़ोसियों ) की सहायता करते हुए पाए गए हैं, जिन्हे वे जानते भी
नहीं और न ही उनमे किसी प्रकार की धार्मिक समानताएं हैं। महामारी ने सभी को एक साथ खड़ा कर दिया है,
उदाहरण के लिए चेन्नई के मणपक्कम (Manapakkam) में एक नवनिर्मित गटेड समुदाय में किसी भी चिकित्सा,
कानूनी मुद्दों की देखभाल करने के लिए 20 सदस्यों की एक समिति का गठन किया गया है, जिसमे डॉक्टर तथा
कानूनी पेशेवरों को शामिल किया है, साथ ही सुरक्षात्मक कारणों से किसी भी बाहरी अथवा ऑनलाइन डिलीवरी को
भी निषेध कर दिया गया है।
कोरोना महामारी की तीसरी लहर की भी भविष्यवाणी की जा चुकी है, जानकार मान रहे हैं की यह दूसरी लहर की
तुलना में 1.8 गुना अधिक गंभीर होने जा रही है, परंतु जैसे-जैसे वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं खुलने लगी हैं लोग भी अपने
कार्यस्थलों की ओर रुख करने लगे हैं, आर्थिक स्थिति सतुलिंत करने के लिए यह आवश्यक भी हो गया है, अतः
कार्यस्थल (Office ) की सुरक्षा पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। जानकारों के अनुसार कर्मचारियों के बीच
स्वास्थ के प्रति सुरक्षात्मक भावना जगाने के लिए हमें गेटेड वर्क कैंपस (Gated Work Campus) या बिजनेस पार्क
(Business Park) जैसा कुछ निर्माण कर सकते हैं। हालाँकि गटेड कार्य स्थलों (workplaces) का संचालन पिछले
दो दशकों से चल रहा है, परंतु महामारी की वर्तमान स्थिति के बीच गेटेड वर्क कैंपस ने कॉरपोरेट्स के बीच
लोकप्रियता हासिल की तथा इस बीच चारदीवारी भवन डिजाइन और संरचनाएं तेजी से विकसित हुई हैं। भारत
वर्तमान में गेटेड समुदायों के रूप में कुछ सबसे कुशल रूप से सर्वोच्च कार्यक्षेत्रों की मेजबानी करता है। चूँकि
महामारी के मद्देनज़र भवनों की डिजाइन और संरचना का पुनः कुशल प्रबंधन भी आवश्यक हो गया है, अतः हमें
ऐसे भवनों का शीघ्र ही निर्माण करना होगा, जहाँ संचार व्यवस्था तो पर्याप्त हो परंतु वहां रहने वालो की शारीरिक
सुरक्षा से कोई समझौता न हो। साथ ही ऐसी तकनीकों का उपयोग किया जाना चाहिए, जो कर्मचारी उत्पादकता को
भी किसी प्रकार से प्रभावित न करें।
कोरोना महामारी के बीच सामाजिक दूरी और सुरक्षा के नजरिए से चारदीवारी
समुदायों को एक सुरक्षित स्थान के तौर पर देखा जा रहा है। चूँकि इन क्षेत्रों के भीतर बाहरी लोगों को प्रवेश वर्जित
होता है, साथ ही भीतर के लोग भी बाहर की किसी भी प्रकार के भौतिक संपर्क में नहीं रहते जिस कारण इस प्रकार की
जीवन शैली लोगों के बीच लोकप्रिय हो रही है जो महामारी कि दृष्टि से सुरक्षित भी है।
संदर्भ
https://bit.ly/3yGcilX
https://bit.ly/3hqeici
https://bit.ly/3yAHH9a
https://bit.ly/3woI5pW
https://bit.ly/3e0RX2U
https://bit.ly/3xtN8Xq
चित्र संदर्भ
1. ब्यूनस आयर्स, अर्जेंटीना के उपनगर, एज़ीज़ा के पास एक गेटेड समुदाय का एक चित्रण (wikimedia)
2. हांगकांग योहो टाउन में एक गेटेड समुदाय का एक चित्रण (wikimedia)
3. मियामी, FL में ब्रिकेल कॉलोनी उत्तर-पश्चिम से पानी से अलग होती है, जिसके लिए पुल द्वारा पहुंच की आवश्यकता होती है (wikimedia)
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