वर्तमान समय में इंटीरियर डिजाइन (Interior Design) और इंटीरियर डेकोरेशन (Decoration) हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, क्यों कि यह हमारी जीवन शैली को और भी आधुनिक और सुंदर बनाता है। इसके अलावा यह हमारी कार्यक्षमता को बढ़ाने और एक आरामदायक स्थान उपलब्ध कराने में भी सहायता करता है।इंटीरियर डिजाइन की बात करें तो, इंटीरियर डिजाइन एक ऐसी प्रक्रिया है, जो अपने ग्राहकों को न केवल सौंदर्य से परिपूर्ण स्थान प्रदान करती है, बल्कि उस स्थान का उपयोग बेहतर तरीके से कैसे किया जा सकता है, इसका भी समाधान देती है। इसकी महत्वपूर्ण विशेषता यह है, कि इसमें ग्राहक की आवश्यकता का विशेष ध्यान रखा जाता है। यह न केवल आपके घर के अंदरूनी भाग को सुंदर रूप देता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है, कि आपके घर को कार्यात्मकता या व्यावहारिकता प्रदान की जा सके। कोई भी पेशेवर डिजाइनर किसी घर को डिजाइन करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखता है, कि डिजाइन उस घर में रहने वाले व्यक्ति की जीवन शैली के अनुकूल हो।
उपयुक्त डिजाइन, नक्शा, रंग, परिवेश, बनावट, संतुलन,समरूपता आदि का उपयोग करते हुए, डिजाइनर घर को शानदार रूप देने का प्रयास करता है।एक अच्छे इंटीरियर डिजाइन में निवेश करना फायदेमंद है, क्यों कि यह आपके लिए लंबे समय तक उपयोगी बना रहेगा। चूंकि,एक इंटीरियर डिजाइनर को रंग,प्रकाश व्यवस्था, पर्दे, सोफा,कालीन इत्यादि की अच्छी समझ होती है,इसलिए आप घर के विभिन्न हिस्सों को एक अलग और लुभावना रूप दे सकते हैं। घर के अंदरूनी भाग को डिजाइन करने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है, कि इसमें सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाता है। सुरक्षा आवश्यकताओं के अभाव में बच्चों को चोट लग सकती है, खासकर तब, जब वे अकेले होते हैं और घर में मौजूद खतरनाक या हानिकारक उपकरणों से खेलते हैं। अच्छी तरह से डिज़ाइन किया गया घर पुनर्विक्रय मूल्य को भी बढ़ाता है, अर्थात यदि आप अपना घर बेचना चाहते हैं, तो उचित रूप से डिज़ाइन किया गया इंटीरियर आपके घर के मूल्य को बढ़ाने में भी मदद करेगा।
अच्छा इंटीरियर डिज़ाइन न केवल आपको खुश और संतुष्ट महसूस कराता है, बल्कि यह आपके घर में आने वाले मेहमानों को भी प्रभावित कर सकता है। कुल मिलाकर, एक अच्छा इंटीरियर डिज़ाइन आपके घर को जन्नत में बदल देता है।इसी प्रकार, यदि बात करें इंटीरियर डेकोरेशन की, तो यह मुख्य रूप से घर के अंदर अपनी पसंदीदा सजावटी वस्तुओं को रखने से सम्बंधित है।उदाहरण के लिए, व्यक्ति घर के अंदर अपनी पसंद के हिसाब से सजावटी फर्नीचर, पर्दे, कालीन आदि वस्तुओं का उपयोग करता है। बहुत से लोग इंटीरियर डिजाइन और इंटीरियर डेकोरेटिंग का उपयोग एक दूसरे को संदर्भित करने के लिए करते हैं, किंतु वास्तव में ये दोनों एक-दूसरे से अलग हैं। इंटीरियर डिजाइनिंग एक ऐसी कला और विज्ञान है, जिसके माध्यम से डिजाइनर लोगों के व्यवहार को समझ पाता है, कि आखिर उन्हें अपने घर के अंदर किस प्रकार का कार्यात्मक स्थान चाहिए, और फिर वह इसके अनुरूप कार्य करता है। जबकि इंटीरियर डेकोरेशन में किसी स्थान की सुंदरता को बढ़ाने के लिए सुंदर और सजावटी वस्तुओं का उपयोग किया जाता है। एक इंटीरियर डिजाइनर किसी स्थान को सुंदर वस्तुओं से सजाने का काम कर सकता है, किंतु एक डेकोरेटर, डिजाइनिंग़ का काम नहीं कर सकता। इंटीरियर डिजाइनिंग के लिए व्यक्ति को इस क्षेत्र में शिक्षा की आवश्यकता होती है, जबकि डेकोरेशन के लिए ऐसा आवश्यक नहीं है। भारत में इंटीरियर डिजाइन के क्षेत्र में उत्कृष्ट विकास की संभावना है। ऐसे छात्र जो रचनात्मकता और डिजाइन के क्षेत्र में अवसरों की तलाश कर रहे हैं, उनके लिए यह एक बेहतर विकल्प हो सकता है।पिछले कुछ वर्षों में, लोगों की जीवन शैली, रोजगार और प्रवासन के तरीकों में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है, तथा आधुनिक भारत में लोग अधिक सौंदर्यवादी जीवन शैली की तलाश में हैं।लोग जैसे-जैसे अपने घरों को सजाने और डिजाइन करने में अधिक पैसा लगा रहे हैं, वैसे-वैसे इंटीरियर डिजाइनर की मांग भी बढ़ती जा रही है। इंटीरियर डिजाइन में कैरियर बनाने से व्यक्ति को रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को व्यक्त करने के लिए विभिन्न अवसर प्राप्त होते हैं। इंटीरियर डिजाइनरों को विभिन्न क्षेत्रों और उद्योगों से सम्बंधित परियोजनाओं पर काम करना पड़ता है।
चूंकि, इंटीरियर डिजाइनर कई अलग-अलग उद्योगों में काम करते हैं, इसलिए उन्हें विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों के साथ काम करने का मौका मिलता है, जिससे नए-नए कौशल और ज्ञान का निर्माण होता है। विभिन्न संस्कृतियों, मान्यताओं आदि के संपर्क में आने का अनुभव बहुत समृद्ध हो सकता है। यदि एक इंटीरियर डिजाइनर बनना आपका सपना है, तो उसके लिए इससे सम्बंधित सामान्य कौशल का होना आवश्यक है। इसके लिए आपको औपचारिक शिक्षा भी लेनी होगी। कुछ स्कूलों को काउंसिल फॉर इंटीरियर डिज़ाइन एक्रिडिटेशन (Council for Interior Design Accreditation) द्वारा मान्यता दी गयी है, जिसका मतलब है, कि वे छात्रों को उन मूल सिद्धांतों का ज्ञान देते हैं, जो इस उद्योग के लिए आवश्यक हैं। आपको अपने साथी पेशेवरों से जुड़े रहना होगा, क्यों कि यह इस क्षेत्र में आगे बढ़ने का एक शानदार तरीका है।
वर्तमान समय में कोरोना विषाणु ने लगभग हर उद्योग को प्रभावित किया है, तथा इसमें कुछ हद तक इंटीरियर डिजानिंग भी शामिल है। लोग अब घर से ही काम करने के लिए मजबूर हो गये हैं, तथा अधिक से अधिक लोगों ने अपना ध्यान इस ओर स्थानांतरित कर दिया है। उदाहरण के लिए इंस्टाग्राम पर आप देखेंगे तो आपको सजावट से सम्बंधित परियोजनाओं की कई तस्वीरें दिखायी देंगी। घर पर मौजूद एक ताजगी प्रदान करने वाला ऑफिस इसका एक मुख्य उदाहरण है। इन अद्वितीय शिल्प विचारों और कई अन्य रचनात्मक परियोजनाओं के माध्यम से लोग इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान आनंद प्राप्त कर रहे हैं। घर अब पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गये हैं।दिल्ली से निकटता और आगामी बुनियादी ढांचे और आवास परियोजनाओं के कारण रियल एस्टेट (Real estate) में निवेशकों के लिए मेरठ अगले निवेश केंद्र के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है।घरों की संख्या और मानकों में वृद्धि के साथ इंटीरियर डिजाइन और डेकोरेशन में भी वृद्धि की आवश्यकता है।घर एक ऐसी जगह है, जिसके साथ हमारी सुखद भावनाएं, यादें आदि जुड़ी होती हैं। यह हमारे और हमारे प्रियजनों को सुरक्षित स्थान देता है। हालांकि,कोरोना महामारी ने घर की अवधारणा को नहीं बदला है, लेकिन इसने घर का उपयोग करने के हमारे तरीके को बदल दिया है।ऐसी अवस्था में इंटीरियर डिजाइन और डेकोरेशन ने लोगों के जीवन में और भी महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त कर लिया है।
संदर्भ:
https://bit.ly/3dVH7LK
https://bit.ly/32SbkVZ
https://bit.ly/3aN6D45
https://bit.ly/3gJtQbd
https://bit.ly/2QDCFbF
https://bit.ly/3vmKFg0
https://bit.ly/2QBsAMw
चित्र संदर्भ
1.कमरे का एक चित्रण (Unsplash)
2. इंटीरियर डिज़ाइनर का एक चित्रण (freepik)
3 .कमरे का एक चित्रण (Unsplash)