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पौधों के अस्तित्व को बनाए रखने में सहायक है, उनमें होने वाली गति

मेरठ

 26-02-2021 10:17 AM
व्यवहारिक


पिछले एक दशक में, इस बात पर काफी चर्चा की गयी है, कि पौधों में 'व्यवहार' और 'बुद्धिमत्ता' होती है, या नहीं। व्यवहार और बुद्धि की अनेकों परिभाषाएँ दी गयी हैं। सामान्य तौर पर इन दोनों शब्दों का उपयोग मनुष्य के संदर्भ में किया जाता है, किंतु वास्तव में ये शब्द किसी जीव की उस क्षमता को संदर्भित करते हैं, जिसके द्वारा वह पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना कर सकता है तथा खुद को उन परिस्थितियों के साथ अनुकूलित कर पाने में सक्षम हो पाता है। चूंकि पौधे एक स्थान से दूसरे स्थान में गति नहीं कर सकते, इसलिए उनमें भी कुछ ऐसे गुण या विशेषताएं मौजूद होती हैं। पौधों को वातावरण में मौजूद विभिन्न प्रकार के जैविक और अजैविक तनावों या प्रभावों का सामना करना पड़ता है, इसलिए उन्हें एक विशेष प्रकार के विस्तृत और क्रियाशील तंत्र को धारण करने की आवश्यकता पड़ती है, जो उनकी वृद्धि और विकास को समायोजित कर सके। पौधों की इन विशेषताओं में उनका गति करना भी शामिल है। अक्सर हम यही सोचते हैं, कि पौधों में गति नहीं होती, लेकिन वास्तव में वे भी गति कर सकते हैं। वृद्धि करने, सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करने और भोजन प्राप्त करने के लिए उन्हें गति करने की आवश्यकता होती है। पौधों के गति करने के सबसे विशिष्ट तरीकों में से एक फोटोट्रोपिज्म (Phototropism) है, जिसमें पौधे सूरज की रोशनी की ओर वृद्धि करते हैं। यह उस ओर अधिक गति करेंगे, जहां उन्हें सूर्य का प्रकाश अधिक उपलब्ध होगा। प्रकाश के अतिरिक्त, पौधे अन्य उत्तेजनाओं की प्रतिक्रिया के फलस्वरूप भी वृद्धि या गति करते हैं। वे शारीरिक स्पर्श के जवाब में, रासायनों की प्रतिक्रिया आदि के फलस्वरूप भी गति करते हैं। सभी पौधे कुछ हद तक गति करते हैं, लेकिन कुछ में गति तीव्र होती है, तो कुछ में मंद। कुछ पौधे जिनमें आप गति को देख सकते हैं, उनमें वीनस फ्लाई ट्रैप (Venus fly trap), ब्लैडरवॉर्ट (Bladderwort), टेलीग्राफ प्लांट (Telegraph plant), ट्रिगर प्लांट (Trigger plant) आदि शामिल हैं।
जिन पौधों में गति बहुत तेजी से होती है, उनकी गति को रैपिड प्लांट मूवमेंट (Rapid plant movement) कहा जाता है। यह गति बहुत कम समय के लिए होती है, या यूं कहें कि, इस गति में मात्र एक सेकंड का ही समय लगता है। उदाहरण के लिए वीनस फ्लाईट्रैप लगभग 100 मिली सेकेंड में ही अपना तंतु या जाल बंद कर देती है। इसी प्रकार डॉगवुड बंचबेरी (Dogwood bunchberry's) का फूल 0.5 मिलीसेकंड से भी कम समय में अपनी पंखुड़ियों को खोलता है, और अपने परागों को बाहर निकालता है। पौधों की कुछ गतियां उनमें भौतिक और स्थायी परिवर्तन लाती हैं, किंतु रैपिड प्लांट मूवमेंट स्थायी परिवर्तन नहीं लाता। इस क्रिया या गतिविधि को करने के लिए पौधों द्वारा विभिन्न प्रकार की क्रियाविधि अपनायी जाती है। उदाहरण के लिए स्फैगनम मॉस (Sphagnum mosses) अपने बीजाणुओं को तेजी से फैलाने के लिए निर्जलीकरण के द्वारा आंतरिक दबाव को बढ़ाता है, जिससे बीजाणुओं का तीव्र प्रसार होता है। तेजी से होने वाली गति शिकारी पौधों में भी दिखायी देती है, जहां कीट की गति की यांत्रिक उत्तेजना से एक विद्युत क्रिया क्षमता (Electrical action potential) उत्पन्न होती है, और पौधे के ऊतकों में प्रत्यास्थ (Elastic) ऊर्जा उत्पन्न होती है। इस उत्सर्जन को वीनस फ्लाईट्रैप के बंद होने में भी देखा जा सकता है। पौधे में होने वाली गति का एक उदाहरण टच मी नॉट (Touch me not) पौधे में भी दिखायी देता है। इसे वैज्ञानिक तौर पर मिमोसा पुडिका (Mimosa pudica) कहा जाता है, जो हर किसी को उसके बचपन की याद दिला देता है। भारत में इसे एक खरपतवार माना जाता है, लेकिन यह वास्तव में सुंदर और अद्भुत गुण वाला पौधा है। पुडिका शब्द लैटिन (Latin) भाषा से उत्पन्न हुआ है, जिसका मतलब है, शर्मीला या संकोची तथा यह इसके व्यवहार में भी दिखायी देता है। यह हमारे स्पर्श करते ही सिकुड़ जाता है और इसकी पत्तियां छूने या हिलाने पर अंदर की ओर मुड़ जाती हैं, किंतु कुछ मिनट बाद फिर से खुल जाती हैं। हर रात यह अपने पत्ते स्वाभाविक रूप से बंद कर देता है और सुबह होते ही उन्हें खोल देता है। यह पौधा प्रायः शिकारियों से अपनी रक्षा के लिए सिकुड़ता है, जिसे देखकर शिकारी शायद उसका शिकार न करें। इस प्रकार विभिन्न कारकों की वजह से पौधों में इस प्रकार के विशिष्ट गुण पाये जाते हैं, जो उनके अस्तित्व को बनाए रखने में सहायक हैं।


संदर्भ:
https://bit.ly/3dRQWLn
https://bit.ly/2P371mQ
https://bit.ly/3qVuogm
https://bit.ly/3klPTV0


चित्र संदर्भ:
मुख्य चित्र छुई-मुई के पौधे को दिखाया गया है। (विकिमीडिया)
दूसरी तस्वीर में वीनस फ्लाइट्रैप को दिखाया गया है। (pixi.org)
आखिरी तस्वीर में नेपेंथेस के पौधे को दिखाया गया है। (पिक्साबे)
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