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जिन पौधों में गति बहुत तेजी से होती है, उनकी गति को रैपिड प्लांट मूवमेंट (Rapid plant movement) कहा जाता है। यह गति बहुत कम समय के लिए होती है, या यूं कहें कि, इस गति में मात्र एक सेकंड का ही समय लगता है। उदाहरण के लिए वीनस फ्लाईट्रैप लगभग 100 मिली सेकेंड में ही अपना तंतु या जाल बंद कर देती है। इसी प्रकार डॉगवुड बंचबेरी (Dogwood bunchberry's) का फूल 0.5 मिलीसेकंड से भी कम समय में अपनी पंखुड़ियों को खोलता है, और अपने परागों को बाहर निकालता है। पौधों की कुछ गतियां उनमें भौतिक और स्थायी परिवर्तन लाती हैं, किंतु रैपिड प्लांट मूवमेंट स्थायी परिवर्तन नहीं लाता। इस क्रिया या गतिविधि को करने के लिए पौधों द्वारा विभिन्न प्रकार की क्रियाविधि अपनायी जाती है। उदाहरण के लिए स्फैगनम मॉस (Sphagnum mosses) अपने बीजाणुओं को तेजी से फैलाने के लिए निर्जलीकरण के द्वारा आंतरिक दबाव को बढ़ाता है, जिससे बीजाणुओं का तीव्र प्रसार होता है। तेजी से होने वाली गति शिकारी पौधों में भी दिखायी देती है, जहां कीट की गति की यांत्रिक उत्तेजना से एक विद्युत क्रिया क्षमता (Electrical action potential) उत्पन्न होती है, और पौधे के ऊतकों में प्रत्यास्थ (Elastic) ऊर्जा उत्पन्न होती है। इस उत्सर्जन को वीनस फ्लाईट्रैप के बंद होने में भी देखा जा सकता है। पौधे में होने वाली गति का एक उदाहरण टच मी नॉट (Touch me not) पौधे में भी दिखायी देता है। इसे वैज्ञानिक तौर पर मिमोसा पुडिका (Mimosa pudica) कहा जाता है, जो हर किसी को उसके बचपन की याद दिला देता है। भारत में इसे एक खरपतवार माना जाता है, लेकिन यह वास्तव में सुंदर और अद्भुत गुण वाला पौधा है। पुडिका शब्द लैटिन (Latin) भाषा से उत्पन्न हुआ है, जिसका मतलब है, शर्मीला या संकोची तथा यह इसके व्यवहार में भी दिखायी देता है। यह हमारे स्पर्श करते ही सिकुड़ जाता है और इसकी पत्तियां छूने या हिलाने पर अंदर की ओर मुड़ जाती हैं, किंतु कुछ मिनट बाद फिर से खुल जाती हैं। हर रात यह अपने पत्ते स्वाभाविक रूप से बंद कर देता है और सुबह होते ही उन्हें खोल देता है। यह पौधा प्रायः शिकारियों से अपनी रक्षा के लिए सिकुड़ता है, जिसे देखकर शिकारी शायद उसका शिकार न करें। इस प्रकार विभिन्न कारकों की वजह से पौधों में इस प्रकार के विशिष्ट गुण पाये जाते हैं, जो उनके अस्तित्व को बनाए रखने में सहायक हैं।