कोविड-19 के दौरान भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन

आधुनिक राज्य : 1947 ई. से वर्तमान तक
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कोविड-19 के दौरान भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन
भारत की वादियों में देशप्रेम का सुगंध फैली हुयी है, आज हम अपना 72 वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे हैं। इस अवसर पर, देश के हर कोने में विभिन्‍न सांस्‍कृतिक कार्यक्रमों का आयोजना किया जाता है इसके साथ ही सशस्त्र बलों और स्कूली बच्चों द्वारा ध्वजारोहण समारोह और परेड भी की जाती है। इन परेडों का सबसे भव्य एवं महत्वपूर्ण आयोजन नई दिल्ली के राजपथ पर किया जाता है, जो देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सैन्य कौशल की बहु-प्रसिद्ध छवि को प्रदर्शित करते हैं। इस दिन आयोजित की जाने वाली सैन्‍य परेड की अध्यक्षता भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। गणतंत्र दिवस की परेड का मुख्‍य उद्देश्‍य उन शहीदों को श्रद्धांजलि देना है, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी और इसके साथ ही इस दिन विपरीत परिस्थितियों में साहस दिखाने वाले सैनिकों, नागरिकों और बच्चों को उनकी बहादुरी के लिए पुरस्कार दिया जाता है। इस दिन विश्‍व के प्रतिष्ठित व्‍यक्ति/व्‍यक्तियों को मुख्‍य अतिथि के रूप में बुलाया जाता है किंतु कोविड-19 (COVID-19) के कारण पिछले पांच दशकों में पहली बार ऐसा होगा की कोई भी मुख्‍य अतिथि इसमें भाग नहीं लेगा। इस वर्ष ब्रिटेन (Britain) के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) मुख्‍य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे किंतु यूके (UK) में उत्परिवर्ती को‍विड-19 वायरस के प्रसार के कारण अपनी यात्रा को रद्द कर दिया।
गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है? संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर, 1949 को भारत के संविधान को अंगीकृत किया गया तथा 26 जनवरी 1950 को इसे पूर्णत: लागू किया गया। संविधान के माध्‍यम से भारत एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ एक स्वतंत्र गणराज्य बनने में सफल हुआ। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में इसलिए भी चुना गया था क्योंकि 26 जनवरी 1929 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ब्रिटिश शासन के प्रभुत्‍व के विपरित भारतीय स्वतंत्रता की घोषणा की थी। 26 जनवरी के दिन भारत के प्रधानमंत्री सर्वप्रथम इंडिया गेट पर देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सशस्त्र बलों के सभी सदस्यों की याद में बने अमर जवान ज्योति पर माल्यार्पण करते हैं। उसके बाद 21 तोपों की सलामी, राष्ट्रीय ध्वजारोहण और राष्ट्रगान होता है। इसके बाद, परमवीर चक्र, अशोक चक्र और वीर चक्र जैसे वीरता पुरस्कार विजेताओं को प्रदान किए जाते हैं।
दिल्ली गणतंत्र दिवस परेड: गणतंत्र दिवस की परेड का सर्वप्रथम आयोजन 1950 में किया गया, तभी से इस हर वर्ष 26 जनवरी को इस परेड का आयोजन किया जा रहा है। सेना, नौसेना और वायु सेना के कई रेजिमेंट, अपने बैंड के साथ, इंडिया गेट तक मार्च करते हैं। परेड की अध्यक्षता भारत के राष्ट्रपति करते हैं, जो कि भारतीय सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ हैं। ध्‍वजारोहण एवं राष्‍ट्रगान के पश्‍चात सशस्त्र बलों की रेजिमेंट अपना मार्च पास्ट शुरू करती हैं। अर्धसैनिक बलों और अन्य नागरिकों की टुकड़ी भी परेड में भाग लेती हैं। परेड में भारत की रक्षा क्षमता, सांस्कृतिक और सामाजिक विरासत को दिखाया गया है।
बीटिंग रिट्रीट (Beating Retreat): बीटिंग रिट्रीट समारोह को आधिकारिक तौर पर गणतंत्र दिवस उत्सव के समापन के रूप में आयोजित किया जाता है। यह गणतंत्र दिवस के बाद तीसरे दिन अर्थात 29 जनवरी की शाम को आयोजित किया जाता है। इसे सेना के तीनों विंग (जल, थल, वायु) के बैंड द्वारा किया जाता है। इसे रायसीना हिल और एक निकटवर्ती क्षेत्रों से होकर गुजरते हैं। इस समारोह के मुख्य अतिथि भारत के राष्ट्रपति होते हैं।
पुरस्कार वितरण: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, भारत के राष्ट्रपति हर साल भारत के नागरिकों को पुरस्कार वितरित करते हैं। भारत रत्न के बाद ये भारत में दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार समारोह होता है। ये पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री। पद्म विभूषण: यह भारत रत्‍न के बाद भारत में दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है, जिसे असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। पद्म भूषण: भारत में तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है, जिसे एक उच्च श्रेणी की विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। पद्म श्री: भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है, जिसे प्रतिष्ठित सेवा के लिए दिया जाता है।
गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्‍य पर विभिन्न राज्यों द्वारा अपनी झांकी प्रस्‍तुत की जाती है जिसमें वे अपनी संस्कृति की झलक दिखाते हैं। इस गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार राजपथ पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की झांकी चक्रवात और बाढ़ जैसी तबाही के दौरान अपने मानवीय प्रयासों को दर्शाएगी। इस साल, भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता दर्शाने के लिए नए अपाचे (Apache) और चिनूक (Chinook) भारी-भरकम हेलिकॉप्टर फ्लाईपास्ट (Helicopter flypast) पर अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे।
संदर्भ:
https://bit.ly/2LU2amZ
https://en.wikipedia.org/wiki/Republic_Day_(India)
https://www.business-standard.com/about/when-is-republic-day
https://knowindia.gov.in/republic-day-celebration/celebrations.php
चित्र संदर्भ:
मुख्य तस्वीर गणतंत्र दिवस की कामना करती है। (pixy.org)
दूसरी तस्वीर में भारत के संविधान की प्रस्तावना दिखाई गई है। (अप्रकाश)
तीसरी तस्वीर में गणतंत्र दिवस की परेड दिखाई गई है। (विकिमीडिया)
चौथी तस्वीर में गणतंत्र दिवस की परेड दिखाई गई है। (विकिमीडिया)
पांचवीं तस्वीर में गणतंत्र दिवस की परेड दिखाई गई है। (विकिमीडिया)
अंतिम तस्वीर में गणतंत्र दिवस की परेड दिखाई गई है। (विकिमीडिया)