समय - सीमा 276
मानव और उनकी इंद्रियाँ 1032
मानव और उनके आविष्कार 812
भूगोल 249
जीव-जंतु 303
| Post Viewership from Post Date to 24- Jan-2021 (5th day) | ||||
|---|---|---|---|---|
| City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Messaging Subscribers | Total | |
| 2885 | 4 | 0 | 2889 | |
| * Please see metrics definition on bottom of this page. | ||||
किसी भी व्यक्ति को एक देश से दूसरे देश की यात्रा करने के लिए पासपोर्ट (Passport) की आवश्यकता होती है। अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के उद्देश्य से भारतीय नागरिकों को भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा भारतीय पासपोर्ट जारी किया जाता है। यह वाहक को अर्थात जिसके पास भारतीय पासपोर्ट है, उसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यात्रा करने में सक्षम बनाता है तथा पासपोर्ट अधिनियम (1967) के अनुसार भारतीय नागरिक होने का प्रमाण प्रस्तुत करता है। विदेश मंत्रालय के कांसुलर (Consular), पासपोर्ट और वीज़ा (Visa) डिवीजन (Division) की पासपोर्ट सेवा इकाई केंद्रीय पासपोर्ट संगठन के रूप में कार्य करती है, और सभी उपयुक्त भारतीय नागरिकों की मांग पर भारतीय पासपोर्ट को जारी करने के लिए उत्तरदायी होती है। भारतीय पासपोर्ट पूरे भारत में स्थित 93 पासपोर्ट कार्यालयों और विदेशों में 197 भारतीय राजनयिक मिशनों (Missions) में जारी किए जाते हैं। 2015 के अंत तक लगभग 650 लाख भारतीयों के पास वैध पासपोर्ट मौजूद थे।
नागरिकों के विभिन्न वर्गों के लिए भारत में विभिन्न प्रकार के पासपोर्ट जारी किये जाते है, जिनमें सामान्य पासपोर्ट, आधिकारिक पासपोर्ट, राजनयिक पासपोर्ट शामिल हैं। इनका रंग क्रमशः नीला, सफेद, महरून होता हैं। नीला पासपोर्ट भारत के आम या सामान्य नागरिकों के लिए मुख्य रूप से उनकी छुट्टियों, अध्ययन और व्यावसायिक यात्राओं के लिए जारी किया जाता है। यह एक "P प्रकार” (Type P) का पासपोर्ट है, जिसका उपयोग निजी तौर पर किया जाता है। यह पासपोर्ट उच्च श्रेणी के सरकारी अधिकारियों और आम आदमी के बीच अंतर करने में मदद करता है। सफेद पासपोर्ट सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट माना जाता है। यह पासपोर्ट मुख्य रूप से उन सरकारी अधिकारियों के लिए जारी किया जाता है, जो आधिकारिक काम के लिए विदेश यात्रा करते हैं। यह एक "टाइप एस" (Type S) प्रकार का पासपोर्ट है, जहां S, सेवा को संदर्भित करता है। महरून पासपोर्ट भारतीय राजनयिकों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के लिए जारी किया जाता है। यह एक उच्च गुणवत्ता वाला पासपोर्ट है, तथा इसके लिए, एक अलग आवेदन दायर करना होता है। जिन लोगों के पास यह पासपोर्ट होता है, वह विदेशी दौरों के दौरान कई प्रकार के लाभों का भी फायदा उठाते हैं। इन्हें विदेश में उड़ान भरने के लिए वीज़ा की ज़रूरत नहीं होती है। यह एक "टाइप डी" (Type D) प्रकार का पासपोर्ट है। इसके अलावा, भारत के साथ-साथ विदेशी मिशनों में चयनित पासपोर्ट कार्यालय पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में रहने वाले भारतीय नागरिकों को नियमित भारत-बांग्लादेश (Bangladesh) पासपोर्ट तथा तमिलनाडु और पुदुचेरी (Puducherry) में रहने वाले भारतीय नागरिकों के लिए भारत-श्रीलंका (Sri Lanka) पासपोर्ट जारी करने के लिए अधिकृत थे। यह दो पासपोर्टों क्रमशः बांग्लादेश और श्रीलंका की यात्रा के लिए ही मान्य थे, अन्य विदेशी देशों की यात्रा के लिए नहीं। भारत ने 2013 में भारत-बांग्लादेश पासपोर्ट जारी करना बंद किया।
भारत सरकार अब एक नये प्रकार के पासपोर्ट को जारी करने की ओर अग्रसर है। यह पासपोर्ट नारंगी रंग का होगा, जो उन लोगों के लिए जारी किया जाएगा, जिन्होंने कक्षा 10 से आगे की पढ़ाई नहीं की है। इसका उद्देश्य ही उन लोगों की पहचान करना है, जो कक्षा 10 से आगे नहीं पढ़ पाए हैं। नियमित पासपोर्ट के विपरीत, इस पासपोर्ट में अंतिम पृष्ठ नहीं होगा। इसमें मुख्य रूप से धारक के पिता का नाम, स्थायी पता और अन्य महत्वपूर्ण विवरणों का उल्लेख किया जायेगा। जो लोग शैक्षिक रूप से योग्य नहीं हैं, वे आव्रजन जांच आवश्यक श्रेणी के अंतर्गत आते हैं, जिसका मतलब ये है कि, इस वर्ग के अंतर्गत आने वाले लोगों को जब भी विदेश की यात्रा करनी होती है, तो उसे आव्रजन अधिकारियों द्वारा निर्धारित मानदंडों को पूरा करने की आवश्यकता होती है। हेनले पासपोर्ट सूचकांक (Henley Passport Index) 2019 के अनुसार, सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की सूची में भारत 79वें स्थान पर था। इस सूची में जापान (Japan) 190 देशों में अपने दस्तावेज़ की पहुंच के कारण पहले स्थान पर था। इसके अलावा दक्षिण कोरिया (Korea) दूसरे तथा फ्रांस (France) और जर्मनी (Germany) तीसरे स्थान पर रहे। 2019 में, 27 देश सूचकांक में शीर्ष 10 स्थान पर थे, जिनमें से 20 देश यूरोप (Europe) और तीन देश एशिया (Asia) में स्थित हैं। किसी देश का पासपोर्ट कितना शक्तिशाली है, यह मुख्य रूप से इस बात पर निर्भर करता है, कि पासपोर्टधारक बिना वीजा लिये कितने देशों की यात्रा कर सकता है।