प्रचीन काल से ही मनुष्य विभिन्न प्रकार के बर्तनों को बानाते आ रहा है, जो की नवीनपुरापाषण काल से लेकर सिन्धु सभ्यता तथा मध्यकाल तक दिखाई देता है| समय के साथ विभिन्न धातुओं का आविष्कार हुआ तो मानव मिट्टी के बर्तनों को छोड़ धातु से बने बर्तनों की तरफ अग्रसित हुआ और वह कई प्रकार के बर्तनों का निर्माण व विकास करने लगा| मेरठ मे वर्तमान समय मे कई प्रकार के बर्तनों का निर्माण किया जाता है, तथा यहाँ से भारत के विभिन्न भागो मे बर्तनों को निर्यात किया जाता है|