गोपनीयता सुरक्षा प्रदान करने में सहायक है, वी.पी.एन

मेरठ

 09-01-2021 01:19 AM
सिद्धान्त I-अवधारणा माप उपकरण (कागज/घड़ी)

स्मार्टफोन के बढ़ते चलन के साथ इंटरनेट (Internet) का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इंटरनेट पर हम अनेकों चीजों को ढूंढ़ते हैं और अक्सर अपनी व्यक्तिगत जानकारियां भी साझा करते हैं। लेकिन अब चूंकि दुनिया भर में हमारी जानकारी का दुरूपयोग करने वाले जासूस या हैकर्स (Hackers) मौजूद हैं, इसलिए हमारे द्वारा खोजी जाने वाली गतिविधियों या जानकारियों का सुरक्षित और गोपनीय होना आवश्यक है। इसलिए इंटरनेट पर सुरक्षा का ध्यान रखते हुए कुछ तकनीकों को विकसित किया गया है, जिनमें से वी.पी.एन भी एक है। वी.पी.एन का पूरा नाम वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (Virtual Private Network - VPN) है, जो सार्वजनिक इंटरनेट कनेक्शन (Connection) से एक निजी नेटवर्क बनाकर ऑनलाइन (Online) गोपनीयता और गुमनामी की सुविधा प्रदान करती है। यह आपके इंटरनेट प्रोटोकॉल (Protocol) को छिपा देती है, जिससे आपके द्वारा की गयी ऑनलाइन गतिविधि को ढूंढ़ा नहीं जा सकता। सबसे महत्वपूर्ण, वी.पी.एन सेवाएं अधिक से अधिक गोपनीयता प्रदान करने के लिए सुरक्षित और एन्क्रिप्टेड (Encrypted) कनेक्शन स्थापित करती हैं। वर्तमान समय में इस सामान्य उपकरण का उपयोग दुनिया भर में लाखों लोगों द्वारा किया जा रहा है, जिनमें मुख्य रूप से ऑनलाइन कार्य करने वाले व्यापारी, सरकारी संस्थाएं आदि शामिल हैं। इंटरनेट पर फ़ाइलों (Files) को सुरक्षित रूप से संचारित करने और स्थानांतरित करने के लिए वी.पी.एन को प्रभावी उपकरण के रूप में देखा जाता है। इस नेटवर्क का इस्तेमाल कंप्यूटर और मोबाइल दोनों में किया जा सकता है, जो सभी प्रकार के डेटा (Data) को सुरक्षित करता है चाहे, वो जरूरी है या नहीं। यदि हम अपने डेटा को किसी अन्य व्यक्ति के साथ सुरक्षित रूप से साझा करना चाहते हैं, तो वह सुविधा भी वी.पी.एन हमें प्रदान करता है, हालांकि, वी.पी.एन का सार्वजनिक उपयोग अक्सर विवादास्पद जांच के दायरे में आता है।
दुनिया भर के विभिन्न हिस्सों में वी.पी.एन का उपयोग कई तरह के उद्देश्यों के लिए किया जाता है। इसका सबसे महत्वपूर्ण उपयोग अपने ट्रैफ़िक (Traffic) अर्थात संचार प्रणाली के माध्यम से प्रेषित किये जाने वाले संदेशों या संकेतों को छिपाना है। आज साइबर (Cyber) सुरक्षा के तनावपूर्ण माहौल में, वी.पी.एन द्वारा प्रदान किया गया सबसे बड़ा लाभ यह है कि, यह आपको ऑनलाइन ब्राउजिंग (Browsing) करते समय सुरक्षित रखता है। अधिकांश वी.पी.एन न केवल आपके वास्तविक इंटरनेट पते को छिपाते हैं, बल्कि यह आपकी ऑनलाइन गतिविधि पर नज़र रखने वाले व्यक्ति से आपको सुरक्षित करने के लिए उद्योग मानक 256-बिट एईएस एन्क्रिप्शन (256-Bit AES Encryption) की भी पेशकश करते हैं। हालांकि, पूर्ण रूप से नहीं, लेकिन कुछ हद तक वी.पी.एन आपके ऑनलाइन लेन-देन को सुरक्षित बना सकता है, जिससे आपके पासवर्ड (Password), कार्ड (Card) का विवरण और अन्य संवेदनशील सामग्री चोरी न हों। इसके अलावा, इसके उपयोग से आप उन वेबसाइटों (Websites) तक भी पहुँच सकते हैं, जो कानूनी तो हैं, लेकिन आपके देश में सुलभ नहीं। भारत की यदि बात करें तो, यहां वी.पी.एन का उपयोग किसी सरल गतिविधि के लिए अवैध नहीं है। वास्तव में, भारत में इसके उपयोग के सम्बंध में कोई कानून मौजूद नहीं है, इसलिए जब तक आप इसका उपयोग उन गतिविधियों के लिए करते हैं, जो गैरकानूनी नहीं है, तब तक आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। दुनिया के अन्य हिस्सों की तरह भारत में भी वी.पी.एन का उपयोग बढ़ता जा रहा है, जो विभिन्न उद्देश्यों के लिए है। एक्सप्रेस (Express) VPN के अनुसार, फरवरी 2020 के बाद भारत में वी.पी.एन के उपयोग में 15% की वृद्धि हुई है। इसके प्रमुख कारणों में से एक भारत में चीनी ऐप (Chinese app) पर लगाया गया प्रतिबंध था, जिन तक पहुंच प्राप्त करने के लिए वी.पी.एन और प्रॉक्सी (Proxy) का उपयोग किया गया। अगर भविष्य में भी चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाए जाते हैं, तो यह सम्भावना है कि, वी.पी.एन और प्रॉक्सी के उपयोग में और अधिक वृद्धि हो। इसके अलावा पोर्नोग्राफी (Pornography) भी एक अन्य कारण है, जिसकी वजह से इसके उपयोग में वृद्धि हुई है। पोर्नहब (PornHub) पर सॉफ्ट-बैन (Soft-ban) होने के बावजूद भी लगभग 91% भारतीय उपयोगकर्ताओं ने इन तक पहुंच प्राप्त की। पिछले कुछ समय में कोविड -19 (Covid-19) के कारण हुई तालाबंदी भी वी.पीए.न के उपयोग में बढ़ोत्तरी का कारण बनी है।
इस दौरान लोगों ने घर से काम किया तथा अपने दूरस्थ कार्य को सुरक्षित करने के लिए वी.पी.एन सेवाओं का उपयोग किया। पूरे विश्व में यह वृद्धि सबसे अधिक यूरोपीय (European) और एशिया-प्रशांत (Asia-Pacific) क्षेत्र के देशों में देखी गयी, जो वी.पी.एन द्वारा दी जाने वाली बेहतरीन गोपनीय सुविधा को इंगित करती है।

संदर्भ:
https://bit.ly/2LzwGBO
https://bit.ly/2XkKGlM
https://bit.ly/3orgLnW
चित्र संदर्भ:
मुख्य तस्वीर लैपटॉप पर वी.पी.एन. दिखाती है। (Unsplash)
दूसरी तस्वीर हैकिंग के लिए वीपीएन को ढाल के रूप में दिखाती है। (Pixabay)
तीसरी तस्वीर फोन और लैपटॉप पर वीपीएन का उपयोग करते दिखाते है। (Pixhere)

RECENT POST

  • चलिए अवगत होते हैं, भारत में ड्रॉपशिपिंग शुरू करने के लिए लागत और ज़रूरी प्रक्रियाओं से
    संचार एवं संचार यन्त्र

     15-01-2025 09:30 AM


  • आध्यात्मिकता, भक्ति और परंपरा का संगम है, कुंभ मेला
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     14-01-2025 09:26 AM


  • भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लचीलेपन का श्रेय जाता है, इसके मज़बूत डेयरी क्षेत्र को
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     13-01-2025 09:26 AM


  • आइए, आज देखें, भारत में पोंगल से संबंधित कुछ चलचित्र
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     12-01-2025 09:30 AM


  • जानिए, तलाक के बढ़ते मामलों को कम करने के लिए, कुछ सक्रिय उपायों को
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     11-01-2025 09:26 AM


  • इस विश्व हिंदी दिवस पर समझते हैं, देवनागरी लिपि के इतिहास, विकास और वर्तमान स्थिति को
    ध्वनि 2- भाषायें

     10-01-2025 09:31 AM


  • फ़िनलैंड के सालाना उपयोग से अधिक विद्युत खपत होती है, क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग में
    सिद्धान्त I-अवधारणा माप उपकरण (कागज/घड़ी)

     09-01-2025 09:27 AM


  • आइए जानें, भारत और अमेरिका की न्यायिक प्रणाली के बीच के अंतरों को
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     08-01-2025 09:26 AM


  • आइए जानें, हमारी प्रगति की एक प्रमुख चालक, बिजली के व्यापार के बारे में
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     07-01-2025 09:43 AM


  • भारत में परमाणु ऊर्जा का विस्तार: स्वच्छ ऊर्जा की ओर एक सशक्त कदम
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     06-01-2025 09:30 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id