Post Viewership from Post Date to 27-Dec-2020 (5th Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2507 233 2740

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

क्या है, ग्रिगोरी पेरेलमैन द्वारा सिद्ध किया गया प्वायिन्करे अनुमान?

मेरठ

 22-12-2020 10:38 AM
विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

अगर कोई आपसे यह कहे कि, गणित एक व्यवहार्य कैरियर (Career) नहीं है, तो उन्हें ग्रिगोरी पेरेलमैन (Grigori Perelman) के बारे में बताएं। वह (2019 के अनुसार), एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे, जिन्हें सहस्त्राब्दी पुरस्कार समस्या (Millennium Prize Problem) को हल करने का श्रेय दिया गया। इसके लिए पुरस्कार के रूप में उन्हें लगभग 7 करोड़ की धनराशि प्रदान की गयी। लेकिन ग्रिगोरी पेरेलमैन ने यह पुरस्कार लेने से मना कर दिया। उन्होंने जिस सहस्त्राब्दी समस्या को हल किया उसे प्वायिन्करे अनुमान (Poincaré conjecture) के नाम से जाना जाता है। उनके द्वारा हल की गयी समस्या के बारे में अधिक जानने से पहले, यह जानते हैं कि, आखिर सहस्त्राब्दी पुरस्कार समस्या है क्या?
सहस्त्राब्दी पुरस्कार समस्या, में वे सात गणितीय समस्याएं शामिल हैं, जिन्हें, विभिन्न गणितज्ञ काफी वर्षों से हल करने का प्रयास कर रहे थे, किंतु कर नहीं पाये। कैम्ब्रिज (Cambridge), मैसाचुसेट्स (Massachusetts) के क्ले गणित संस्थान (Clay Mathematics Institute) ने नई सहस्राब्दी में गणित को प्रोत्साहित करने के लिए, सात उत्कृष्ट समस्याएं पेश कीं। इन समस्याओं को हल करने के पुरस्कार की घोषणा पेरिस के कॉलेज डे फ्रांस (Collège de France) में हुई एक बैठक में 24 मई, सन् 2000 में की गयी। सात सहस्त्राब्दी पुरस्कार समस्याओं को क्ले गणित संस्थान के संस्थापक वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड (Founding Scientific Advisory Board) द्वारा चुना गया था, जिसका विचार विमर्श दुनिया भर के प्रमुख विशेषज्ञों के साथ किया गया। बोर्ड का ध्यान उन महत्वपूर्ण उत्कृष्ट प्रश्नों पर था, जिनका समाधान कई वर्षों तक नहीं हो पाया। वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के निर्णय के बाद, क्ले गणित संस्थान के निदेशक मंडल ने इन समस्याओं के समाधान के लिए 7 मिलियन डॉलर (Million dollars) की पुरस्कार राशि नामित की, तथा प्रत्येक समस्या के समाधान के लिए 1 मिलियन डॉलर आवंटित किया। सात सहस्राब्दी पुरस्कार समस्याओं में से एक, रीमैन परिकल्पना (Riemann hypothesis), 1859 में तैयार की गई थी, जो 9 अगस्त, 1900 को डेविड हिल्बर्ट (David Hilbert) द्वारा पेरिस (Paris) में दिए गए संबोधन में उन 23 समस्याओं की सूची में भी दिखाई देती है। सहस्त्राब्दी पुरस्कार समस्याओं में शामिल समस्याएं, पी बनाम एनपी समस्या (P versus NP problem), हाड्ज अनुमान (Hodge conjecture), प्वायिन्करे अनुमान, रीमैन परिकल्पना, यैङ्-मिल्स् एक्सिस्टेंस और मास गैप (Yang–Mills existence and mass gap), नेवियर-स्टोक्स एक्सिस्टेंस और स्मूथनैस (Navier–Stokes existence and smoothness), बर्च और स्विन्नरटन-डैयर अनुमान (Birch and Swinnerton-Dyer conjecture) शामिल हैं। अभी तक इनमें से केवल एक ही समस्या – प्वायिन्करे अनुमान - हल हो पायी है, जिसे रूस (Russia) के एक गणितज्ञ ग्रिगोरी पेरेलमैन ने हल किया है। प्वायिन्करे अनुमान, 3-विमीय गोले के निरूपण से सम्बंधित एक प्रमेय है। यहां पर, 3 विमीय गोला, एक ऐसा हाइपरस्फीयर (Hypersphere - हाइपरस्फियर किसी दिए गए बिंदु से एक स्थिर दूरी पर बिंदुओं का समूह है, जिसे इसका केंद्र कहा जाता है) है, जो इकाई गेंद (Unit ball) को चार विमीय स्थान या स्पेस (Space) में बांधता है। साधारण शब्दों में, हम एक ऐसे स्थान या स्पेस के बारे में सोचें, जो स्थानीय रूप से साधारण त्रि-आयामी स्पेस की तरह दिखता है, लेकिन यह स्पेस जुड़ा हुआ है, आकार में परिमित है, और इसकी कोई सीमा भी नहीं है। तो प्रमेय कहती है कि, अगर इस तरह का कोई स्पेस मौजूद है और उसका अतिरिक्त गुण यह है कि, उसमें हर एक लूप (Loop) को लगातार स्पेस में एक बिंदु पर कसा जा सकता है, तो प्राप्त आकृति 3 विमीय गोला होगी।
गणितज्ञों के लगभग एक सदी के प्रयास के बाद, पेरेलमैन ने 2002 और 2003 के बीच इस अनुमान या प्रमेय को सिद्ध किया, जो कि, रिचर्ड एस हैमिल्टन (Richard S Hamilton) के कार्य पर आधारित था। इस प्रकार ग्रिगोरी पेरेलमैन ने यह उदाहरण प्रस्तुत किया कि, गणित के क्षेत्र में रूचि कई रूपों में फायदेमंद हो सकती है।

संदर्भ:
https://bit.ly/3mFcITh
https://bit.ly/3mEI8Ja
https://en.wikipedia.org/wiki/Millennium_Prize_Problems
चित्र संदर्भ:
मुख्य चित्र में ग्रिगोरी पेरेलमैन की तस्वीर दिखाई गई है। (Wikimedia)
दूसरी तस्वीर में 7 मिलेनियम पुरस्कार समस्या को दिखाया गया है। (Prarang)
***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • अपने युग से कहीं आगे थी विंध्य नवपाषाण संस्कृति
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:28 AM


  • चोपता में देखने को मिलती है प्राकृतिक सुंदरता एवं आध्यात्मिकता का अनोखा समावेश
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:29 AM


  • आइए जानें, क़ुतुब मीनार में पाए जाने वाले विभिन्न भाषाओं के शिलालेखों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:22 AM


  • जानें, बेतवा और यमुना नदियों के संगम पर स्थित, हमीरपुर शहर के बारे में
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:31 AM


  • आइए, अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस के मौके पर दौरा करें, हार्वर्ड विश्वविद्यालय का
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:30 AM


  • जानिए, कौन से जानवर, अपने बच्चों के लिए, बनते हैं बेहतरीन शिक्षक
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:17 AM


  • आइए जानें, उदासियों के ज़रिए, कैसे फैलाया, गुरु नानक ने प्रेम, करुणा और सच्चाई का संदेश
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:27 AM


  • जानें कैसे, शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के बीच अंतर को पाटने का प्रयास चल रहा है
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:20 AM


  • जानिए क्यों, मेरठ में गन्ने से निकला बगास, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के लिए है अहम
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:22 AM


  • हमारे सौर मंडल में, एक बौने ग्रह के रूप में, प्लूटो का क्या है महत्त्व ?
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:29 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id