भारतीय हिप हॉप (Hip Hop), दक्षिण एशियाई (Asian) हिप हॉप संस्कृति का एक हिस्सा है, जो भारत में विकसित लोकप्रिय संगीत की एक शैली है। ‘देसी हिप हॉप’, संगीत और संस्कृति के लिए प्रयुक्त होने वाला शब्द है, जो हिप हॉप और भारतीय उपमहाद्वीप के प्रभावों को जोड़ता है। शब्द ‘देसी’ दक्षिण एशियाई प्रवासियों को संदर्भित करता है। इस शब्द का इस्तेमाल रैप (Rap) संगीत और यहां तक कि पॉप (Pop) संगीत के विकल्प के रूप में भी किया जाने लगा है, जिसमें दक्षिण एशियाई मूल के रैपर्स (Rappers) शामिल हैं। हिप-हॉप का चलन पूरी दुनिया में तेजी से फैला और भारत तक पहुंचा। आजकल, हिप-हॉप भारत में बहुत लोकप्रिय है तथा युवाओं को यह बहुत पसंद है। हालांकि, हर कोई यह नहीं जानता कि, यह हमारे देश में कैसे शुरू हुआ? भारत में हिप-हॉप को 1990 में, पंजाबी रैपर बाबा सहगल (हरजीत सिंह सहगल) द्वारा पेश किया गया था। बाबा सहगल ने हिप-हॉप और रैप की शैली को हिट (Hit) गानों जैसे "ठंडा ठंडा पानी" (वेनिला आइस (Vanilla Ice) के “आइस आइस बेबी” (Ice Ice Baby) से प्रेरित, जो कि क्वीन्स (Queens) के अंडर प्रेशर (Under Pressure) से प्रेरित था) और "दिल धड़के" के साथ शुरु किया। तब से ही हिप-हॉप ने भारत में एक लंबा सफर तय किया है। आइए एक नज़र डालते हैं, मेरठ में किये गये कुछ कार्यों पर।
संदर्भ:
https://www.youtube.com/watch?v=CuPkGA4xEj8
https://www.youtube.com/watch?v=7a4pbJR0ucE
https://www.youtube.com/watch?v=A86f9IwmyNs
https://www.youtube.com/watch?v=5U2-JRO1KL4
https://www.youtube.com/watch?v=wbYTSAF4yfM