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पानी के बाद चाय, दुनिया में दूसरा सबसे अधिक पीया जाने वाला पेय पदार्थ है। जाहिर तौर पर ऐसा इसलिए है, क्योंकि, चाय के अपने अनेकों फायदे हैं। प्राचीन चीनी राजवंश से लेकर वर्तमान काल तक, चाय ने दुनिया को अपने महत्वपूर्ण गुणों से परिचित कराया है। कुछ देशों में यह अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और इसलिए इन देशों में इसका सेवन आमतौर पर सामाजिक आयोजनों में किया जाता है। कई संस्कृतियों ने इन आयोजनों के लिए जटिल औपचारिक समारोह भी बनाए हैं। जैसे ब्रिटिश (British) परंपरा में दोपहर की चाय व्यापक रूप से आयोजित की जाती है। इसी प्रकार से चीन (China), जहां से चाय की उत्पत्ति हुई। संस्कृति में चाय समारोह का आयोजन पूर्वी एशियाई (Asian) देशों जैसे कि, जापान (Japan) या कोरिया (Korea) के चाय समारोहों से भिन्न है। विभिन्न क्षेत्रों में चाय को अलग-अलग तरीके से तैयार किया जाता है, जैसे कि तिब्बत (Tibet) में, चाय को नमक और मक्खन के साथ बनाया जाता है। चाय को छोटे निजी समारोहों या सार्वजनिक रूप (सामाजिक सहभागिता के लिए डिज़ाइन (Design) किए गए चाय घरों में) से पिया जा सकता है। विभिन्न देशों की परंपराओं में चाय के महत्व को हम निम्नलिखित प्रकार से समझ सकते हैं:
भारत (India): भारत को अगर चाय की भूमि कहा जाए तो, कुछ गलत नहीं होगा। क्यों कि, दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में भारत में चाय का उत्पादन और उपभोग सबसे अधिक किया जाता है। यह भारत के राष्ट्रीय पेय के रूप में भी सुशोभित है तथा हर गली-नुक्कड़, विशेषकर भीड़-भाड़ से भरे ट्रेन स्टेशनों (Train Stations) में इसे अक्सर परोसा जाता है। भारत में चाय की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, जब भी कोई मेहमान बनकर किसी भारतीय घर में जाता है, तो उन्हें वहां चाय अवश्य ही पेश की जाती है। यहां अदरक, जायफल, दालचीनी, काली मिर्च, इलायची, लौंग आदि को भी चाय का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें डाला जाता है।
जापान (Japan): जापान में चाय खाद्य संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है तथा यहां चाय को माचा (Matcha) समारोह के अंतर्गत पेश किया जाता है। यूं तो, यहां सामान्य रूप से हरी (Green) चाय का सेवन किया जाता है, लेकिन इसके अलावा भी यहां चाय के प्रकारों में विविधता देखने को मिलती है।
मोरक्को (Morocco) : मोरक्को की संस्कृति में पुदीने की चाय, जिसे टॉरेग (Touareg) चाय भी कहा जाता है, को अत्यधिक महत्व दिया जाता है। यहां मेहमानों को पुदीने की चाय तीन बार परोसी जाती है, जो जीवन, प्रेम और मृत्यु को संदर्भित करती है। यह चाय मोरक्को की संस्कृति का दिल मानी जाती है।
न्यूजीलैंड (New Zealand) : इतिहासकारों के अनुसार, न्यूजीलैंड ने ब्रिटिश मिशनरियों (Missionaries) के आगमन के साथ उन्नीसवीं शताब्दी में काफी मात्रा में चाय का आयात किया। आज लोग यहां चाय के अन्य प्रकारों को भी ग्रहण कर रहे हैं, जिनमें जापानी ग्रीन चाय, अर्ल ग्रे (Earl Grey), ऊलोंग (Oolong) चाय आदि शामिल हैं।
अमेरिका (America) : अमेरिका में चाहे ठंड हो या गर्मी, चाय का सेवन सुबह या रात में अवश्य किया जाता है। 2014 में चाय देश की सबसे अधिक लोकप्रिय गैर-मादक (Non-Alcoholic) पेय पदार्थों में से एक थी। यहां हरी, लाल और यहां तक कि, पारंपरिक चीनी चाय ऊलोंग भी आसानी से उपलब्ध हो जाती है।
थाईलैंड (Thailand) : थाई आइस्ड (Iced) चाय या ‘चा-यें’ (Cha-Yen), थाईलैंड की बहुत अधिक पसंद की जाने वाली चाय है। इसे मुख्य रूप से लाल चाय से बनाया जाता है, जिसमें आमतौर पर सौंफ, लाल और पीला खाद्य रंग, और कभी-कभी अन्य मसाले भी मिलाए जाते हैं। थाई चाय का सेवन विशेष रूप से दक्षिण पूर्व एशिया, अमेरिका और यूरोप (Europe) के रेस्तरां (Restaurant) में भी किया जाता है।
ब्रिटेन (Britain) : ब्रिटेन में भी चाय को अत्यधिक पसंद किया जाता है तथा दिन भर में एक बार चाय अवश्य पी जाती है। यहां चाय को भारत से उस समय लाया गया था, जब, ब्रिटेन एक साम्राज्य था। कॉफी (Coffee) की संस्कृति के बावजूद भी चाय ब्रिटिश आबादी द्वारा चुना गया पहला गर्म पेय है।
चीन (China) : चीन के लोगों के लिए चाय जीवन का पर्याय है। जब से उन्होंने चाय की पत्ती की खोज की, तब से वे चाय का सेवन कर रहे हैं। भौगोलिक जलवायु के कारण, यहां के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की चाय की खेती की जाती है। चाय बनाने की कला चीन में "चा दाओ" (Cha Dao) के नाम से जानी जाती है। यहां के राष्ट्रीय संग्रहालय हांग्जो (Hangzhou) में, चीन की चाय संस्कृति के ऐतिहासिक विकास का विस्तृत विवरण मौजूद है।
रूस (Russia) : अधिकांश देशों की तुलना में रूस में चाय की संस्कृति बहुत बाद में विकसित हुई किंतु अब इसे यहां ज़वरका (Zavarka) के रूप में अत्यधिक पसंद किया जाता है।
आराम, आध्यात्मिकता, परंपरा, आनंद आदि ऐसे अनेकों कारण हैं, जिसकी वजह से आज चाय दुनिया भर में लाखों लोगों द्वारा अत्यधिक पसंद की जाती है।