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आहार का भविष्य : कीटाहार

मेरठ

 16-10-2020 06:16 AM
रेंगने वाले जीव

समाज में कीटाहार आंदोलन तेज़ी से बढ़ रहा है। 1992 में डी फोलिअर्ट (DeFoliart) के प्रचलन ने यह घोषित कर दिया कि भविष्य का सम्भावित आहार कीट होंगे। स्थानीय रूप से कीटाहार एक नई खोज नहीं है। हमारे पूर्वज इनका खूब भक्षण करते रहे हैं क्योंकि इनमें पोषक तत्व ज़्यादा होते हैं। आज भी यह इसी कारण फिर से खाद्य उद्योग का ध्यान खींच रहा है। झींगुर-टिड्डियाँ सामान्य कीड़े हैं, जो रामपुर में खूब पाए जाते हैं। रात में इनके भुनभुनाने की आवाज़ सुनाई देती है। अब ये भोजन के रूप में उपलब्ध हैं और दिन-पर-दिन इनकी लोकप्रियता बढ़ रही है।
झींगुर का आटा : प्रोटीन और फ़ाइबर से भरपूर

बाक़ी आटे से झींगुर का आटा अलग इस मायने में है कि इसमें प्रोटीन और फ़ाइबर की मात्रा काफ़ी होती है ।हालाँकि भारतीय ज़्यादातर शाकाहारी होते हैं। मांसाहारियों की भी एक तय पसंद होती है। ऐसे में झींगुर के आटे की स्वीकृति ज़रा टेढ़ी खीर है। स्वाद और मानसिकता कीटाहार के प्रचलन को नकार रहे हैं। हालाँकि यह आटा अपनी दूसरी खूबियों के साथ-साथ ग्लूटेन (Gluten) मुक्त भी होता है। चूँकि यह ज़्यादा प्रोटीन वाला आटा होता है, इसलिए इसका प्रचार बहुत ज़्यादा होता है। शाकाहारियों के लिए इसका विकल्प भाँग के बीज हैं। इसमें ज़रूरी फ़ैटी एसिड (Fatty Acids) जैसे अल्फ़ा-लिनोलेनिक एसिड (Alpha-linolenic Acid) पाया जाता है, जो असल में ओमेगा-3 (Omega-3) है। यह ओमेगा-6 और ओमेगा-3 के बीच संतुलन बना कर रखता है। इसमें सैचुरेटेड वसा (Saturated Fat) भी कम होती है।इसलिए भाँग के बीज एक सही चुनाव हो सकते हैं।

झींगुर के आटे के उपयोग : इसका इस्तेमाल प्रोटीन बार (Protein Bar) और बेकरी (Bakery) में होता है। अपने ख़ास स्वाद के कारण इससे खाने-पीने की कई चीज़ें बनाई जाती हैं। इसमें थोड़ा अखरोट का स्वाद होता है। इटैलियन (Italian) पकवानों में इसका खूब इस्तेमाल होता है। कुछ के नाम हैं - एंटीपास्टो बुर्राटा (Antipasto Burrata), कद्दू का वेल्लूटाटा सूप (Pumpkin Vellutata Soup), झींगुर का फुसिली अरुगुला पेस्टो (Cricket Fusilli Arugula Pesto) और क्रिकेट टार्टस (Cricke Tarts)। इसमें झींगुर के आटे का प्रयोग होता है। इससे पास्ता (Pasta), ब्रेड (Bread), कुकीज़ (Cookies), चिप्स (Chips), नचोज़ (Nachos) और स्मूदीस (Smoothies) बनाई जा सकती हैं।
आटे का टिकाऊ होना : झींगुर के आटे से बनी खाने-पीने की चीज़ें जल्दी खराब नहीं होतीं। इनकी प्रोटीन पर्यावरण के अनुकूल होती है। झींगुरों को पालना और उनकी देखभाल काफ़ी आसान होती है। पारिस्थितिकी तंत्र के लिए कीट बहुत लाभदायक होते हैं। वे बहुत कम मात्रा में ग्रीन हाउस गैस (Green House Gas) का उत्सर्जन करते हैं। ग्रीन हाउस प्रभाव एक प्राकृतिक प्रक्रिया होती है, जिससे किसी ग्रह या उपग्रह के वातावरण में मौजूद कुछ गैसें वातावरण के तापमान को बढ़ाने का काम करती हैं। इन ग्रीन हाउस गैसों में कार्बन-डाई-ऑक्साईड (Carbon Dioxide), पानी की भाप, मीथेन (Methane) वगैरह शामिल रहती हैं। 80-100% कीट खाने लायक़ होते हैं।
मूल्य : जगहों के मुताबिक़ झींगुर के आटे का मूल्य बदलता रहता है, लेकिन औसत मूल्य 40 डॉलर प्रति पाउंड (4200-4800 झींगुर) होता है। दाम ज़्यादा है क्योंकि इसको बनाने की प्रक्रिया का पूरा व्यवसायीकरण नहीं हुआ है। यह आटा ऑनलाइन या फिर थोक की दुकानों पर सीमित क्षेत्र में बिकता है। बर्फ़ में जमे हुए झींगुर 9 डॉलर प्रति पाउंड की दर से बिकते हैं। इनका इस्तेमाल ख़ुद अपना आटा तैयार करने में किया जा सकता है।
एलर्जी (Allergies) : जिन लोगों को आमतौर पर एलर्जी की दिक़्क़त होती है, उन्हें झींगुर के आटे का सोच-समझकर उपयोग करना चाहिए।कच्चे झींगुर खाने से रोगजनकों को बढ़ने में मदद मिलती है।

उद्यमिता और खेती सम्बंधी कीट : क्या झींगुर-टिड्डी के भुने हुए स्वाद का अन्दाज़ लगाया जा सकता है? ये मांस जैसे स्वाद के कुरकुरे होते हैं और भूनने पर इनमें झींगे जैसी महक शामिल हो जाती है। व्हिप्पी (Whippey) इंग्लैंड के उन मुट्ठी भर उद्यमियों में हैं, जो कीटों के मानवीय इस्तेमाल सम्बंधी व्यवसाय करते हैं। कीटों के उत्पादक और वितरक के तौर पर उन्हें उम्मीद है कि 2020 तक यूरोपीय बाज़ार में यह व्यवसाय 73 मिलियन डॉलर का हो जाएगा। इन्होंने एक भागीदार के साथ 2014 में ब्रिटिश उपभोक्ताओं को कीट बेचने का काम शुरू किया था। इन्होंने कुछ नया देने के बजाय अपना ध्यान स्वाद की विविधता पर केंद्रित किया। उनका आग्रह है कि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को कीटों के पोषक, स्वादिष्ट और टिकाऊ उपयोग से जुड़ना चाहिए।

सन्दर्भ:
https://www.thehealthsite.com/fitness/cricket-flour-is-it-really-worth-the-hype-f0118-553520/ https://en.wikipedia.org/wiki/Cricket_(insect) https://en.wikipedia.org/wiki/Cricket_flour https://timesofindia.indiatimes.com/home/science/Farming-insects-for-food-hatches-breed-of-entopreneurs/articleshow/48910320.cms

चित्र सन्दर्भ:
पहली छवि क्रिकेट कीट की है।(canva)
दूसरी छवि क्रिकेट का आटा (schlegpics)
टिड्डी कीट की है।(wikipedia)
तीसरी छवि एक पत्ती पर टिड्डी कीट की है।(canva)

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