जिस तरह से खाना-पीना और पहनना जीवन के लिए अनिवार्य होता है उसी तरह से जीवन को सुखमय बनाने के लिए खेलना जरूरी होता है। खेलों का हमारे जीवन में एक विशिष्ट स्थान होता है। आज खुले मैदान में खेलने वाले कई खेल मौजूद हैं जैसे : हॉकी, फुटबॉल, क्रिकेट, घुड़दौड़, दौड़, पोलो, कबड्डी आदि बहुत से खेल पूरे विश्व में लोकप्रिय खेल हैं। इन सभी में से क्रिकेट राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेला जाने वाला एक सबसे प्रसिद्ध मैदानी खेल है। क्रिकेट का खेल मूल रूप से तेरहवीं शताब्दी जितना पुराना है और यह समय के साथ विकसित हुआ, क्योंकि इसका वर्तमान स्वरूप पहले से काफी अलग है। प्राचीन समय में क्रिकेट से मिलते जुलते खेलों के विभिन्न संदर्भ हैं, जैसे : "क्रेग", "क्रेकिट", "विकेट", "पिकेट", "क्लब बॉल"।
ऐसा माना जाता है कि इस खेल की शुरुआत दक्षिण-पूर्व के भेड़-पालन करने वाले देश में हुई थी, जहां छोटी घास वाले मैदान पर चारागाहों द्वारा लकड़ी की या ऊन की गेंद को एक लक्ष्य (यह लक्ष्य आम तौर पर भेड़ के बाड़े का गेट (Gate) होता था) की ओर फेंक के खेला जाता था। क्रिकेट खेल के इतिहास में कई बातें अनसुलझी हैं तथा इसके इतिहास में कई बातें साफ़ नहीं हो पातीं। बहरहाल क्रिकेट खेल का प्राचीनतम उदाहरण 1300 सन के करीब का है जो कि किंग एडवर्ड के कार्यकाल का है। कथन के अनुसार क्रिकेट जैसा मिलता जुलता खेल केंट में खेला जाता था। ससेक्स में क्रिकेट का पहला निश्चित उल्लेख 1611 में हुआ था और यह ईसाई धर्म संबंधी अदालत के अभिलेखों से संबंधित था, जिसमें कहा गया था कि अब पश्चिमी ससेक्स में सिद्धलेशम के दो ग्रामवासी ईस्टर संडे के दिन चर्च में उपस्थित नहीं हुए थे, क्योंकि वे क्रिकेट खेल रहे थे। जिसके लिए उन्हें 12 पेंस (Pence) का जुर्माना लगाया गया था।
वहीं कुछ तथ्यों के अनुसार एडवर्ड द्वितीय को बल्ला प्रयोग करते हुए बताया गया है और ऐसे भी साक्ष्य मिलते हैं कि ओलिवर क्रोम्वेल भी यह खेल खेलते थे। वैसे भी बैट (बल्ला) प्राचीन अंग्रेजी शब्द है जिसका मतलब है ‘डंडा’। शुरुवाती समय के बल्ले काफी कुछ हॉकी स्टिक (Hockey stick) की तरह दिखाई देते थे। बैट की बनावट इस तथ्य पर भी ज़ोर देती है कि उस समय यह खेल कैसे खेला जाता रहा होगा। शुरूआती दौर में इस खेल में टप्पी वाली गेंद नहीं बल्कि ज़मीन पर रगड़ते हुए गेंद फेंकी जाती थी। यह 18वीं शताब्दी का दौर था जब बैट (Bat) आज की तरह के बैटों की तरह विकसित हुए परन्तु उनका हत्था अलग लकड़ी नहीं बल्कि एक ही लकड़ी का बना होता था।
यदि प्रथम क्रिकेट खेल की बात करें तो यह केंट में सन 1646 में खेला गया था। करीब सन 1600 में गिरजाघर द्वारा कई लोगों को इस लिए दण्डित किया गया था क्यूंकि वे क्रिकेट के चक्कर में गिरजाघर नहीं जाते थे। सन 1700 में यह खेल इंग्लैंड में अत्यंत प्रचलित हुआ और सन 1706 में विलियम गोल्डविन ने इस खेल का पहला विवरण लिखा। यदि क्रिकेट की पहली लिखित नियमावली को देखा जाए तो वह करीब सन 1744 में बनायी गयी। वहीं से क्रिकेट के स्टंप (Stump) और मैदान आदि का विवरण हमें प्राप्त होता है। विश्व का पहला क्रिकेट क्लब सन 1760 में हेम्बलडॉन में बनाया गया था और 1787 में मेरिलबोन क्रिकेट क्लब की स्थापना की गयी थी जिसे आम भाषा में एम.सी.सी. भी कहते हैं।
यही वह दौर था जब गेंद को हवा में फेंकने की परंपरा की शुरुआत हुयी जैसा कि आज भी कायम है। इस प्रकार से गेंदबाज़ों को और भी गति और घुमाव की प्राप्ति हुयी। 18वीं और 19वीं शताब्दी का दौर क्रिकेट के उद्भव के युग के रूप में जाना जाता है जब यह खेल इंगलैंड से बाहर निकल कर उनके द्वारा राज किये जाने वाले देशों में भी पंहुचा। क्रिकेट की लोकप्रियता विश्व कप के आ जाने से अत्यंत ही तीव्र गति से बढ़ी और आज विश्व भर के अनेक देश इस खेल को खेल रहे हैं। भारत इस खेल में 1983 में पहली बार विश्वविजेता बना था। तब से आज तक यह 3 बार विश्वविजयी का खिताब जीत चुका है जिसमें दो 50 ओवरों के खेल में और बाकि एक 20 ओवरों के खेल में। भारत कई बार विश्वपटल पर तमाम देशों में सर्वोत्तम स्थान पर काबिज हो चुका है।
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