अगर एक स्वादिष्ट मीट बर्गर को खाने की कल्पना करें जो जानवरों को मारे बिना उत्पन्न हुआ हो, तो शायद आपका जवाब होगा नहीं । किन्तु प्रयोगशाला में सुसंस्कृत कोशिकाओं से उगाया (बनाया) गया मांस इस दृष्टि को वास्तविकता में बदल रहा है। यदि इस कृत्रिम मांस को व्यापक रूप से अपनाया गया तो यह भोजन के लिए उठाए गए जानवरों के साथ क्रूर, अनैतिक उपचार को खत्म कर सकता है। यह मांस उत्पादन में प्रयुक्त पर्यावरणीय लागत को भी कम कर सकता है।
जन्म से ही एक संपूर्ण जीव नहीं, बल्कि सुसंस्कृत कोशिकाओं को उत्पन्न करने और बनाए रखने के लिए संसाधनों की आवश्यकता होगी। भारत इस क्षेत्र में भी बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है। सेल आधारित मांस श्रेणी में अनुसंधान और विकास पर केंद्रित दुनिया का पहला अनुसंधान केंद्र महाराष्ट्र, भारत में घोषित किया गया है, जिसके पहले चरण को 2020 तक खोलने के लिए निर्धारित किया गया है।
आइए नीचे दिए गए इस चलचित्र के माध्यम से प्रयोगशाला में विकसित मांस के स्वाद और प्रक्रिया पर एक संक्षिप्त नज़र डालें।
सन्दर्भ:
1. https://www.scientificamerican.com/article/lab-grown-meat/
2. https://www.youtube.com/watch?v=AH_7W3K7M5U
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