विश्व भर में मौजूद पशुओं में संभोग एक क्रूर और असामान्य प्रक्रिया हो सकती है। जैसे नर चिंपांज़ी (Chimpanzee) और शेर अपने साथ संभोग करने के लिए मादाओं के शिशुओं को मार देते हैं, ताकि मादाएं तेज़ी से उत्तेजित हो सकें। केवल इतना ही नहीं प्रकृति में कीड़े और मकड़ियों की कई प्रजातियों में, मादा अपने साथी को संभोग के बाद खा जाती है। इन संभोग प्रणालियों में नर आमतौर पर एकरस होते हैं और ये आकार में मादाओं से काफी छोटे होते हैं। उदाहरण के लिए प्रेयिंग मैन्टिस (Praying Mantis) और उसके सापेक्षिक चीनी मैन्टिस, जिसमें मादा मैन्टिस द्वारा संभोग के समय नर मैन्टिस को खा लिया जाता है। और इस प्रक्रिया में वे अक्सर नर मैन्टिस के सिर को फाड़ देती हैं। भारत में मैन्टिस की कुल 162 प्रजातियाँ 68 जेनेरा (Genera) के अंतर्गत पाई जाती हैं। ऐसा नरभक्षण स्पष्ट रूप से मादा को लाभ पहुंचाता है, जिसे एक प्रकार से आसान भोजन मिल जाता है। लेकिन इससे पुरुष को कोई लाभ होता भी है या नहीं इसका कोई ज्ञात प्रमाण अभी तक नहीं पाया गया है।
वहीं नरभक्षण का एक और उदाहरण डार्क फिशिंग मकड़ी (Dark Fishing Spiders) का भी है, जिसमें संभोग के बाद नर स्वयं ही मर जाता है, ताकि उन्हें मादा मकड़ी द्वारा खा लिया जाए। हालांकि नर डार्क फिशिंग मकड़ी में पाए जाने वाला यह व्यवहार उन नर मकड़ियों के व्यवहार के विपरीत होता है, जो आमतौर पर मादा मकड़ी से बचकर भागने का हर संभव प्रयास करते हैं, भले ही वे अंत में मादाओं के शिकार बन ही जाते हैं।
अब आप सबके मन में ये विचार ज़रूर आ रहा होगा कि ये जीव ऐसा क्यों करते हैं। कुछ विशेषज्ञों द्वारा मादाओं के इस कार्य पर विभिन्न विचार प्रकट किए गए हैं:
• कुछ का कहना है कि नर के मांस में ऐसी कोई विशेष चीज़ पाई जाती है जो युवा के उत्पादन और विकास के लिए फायदेमंद होती है। लेकिन अभी तक इस विशेष चीज़ का पता नहीं लग पाया है।
• वहीं दूसरी ओर कुछ मानते हैं कि एक भूखी मादा (जो आमतौर पर खराब शारीरिक स्थिति में होती है) द्वारा नर से संभोग करने की तुलना में उसको पहले खा लेने की संभावनाएं अधिक होती है।
• ऐसा भी माना जाता है कि आक्रामक मादा जो शिकार को लेकर चिंतित होती हैं, उनमें उतनी ही अधिक संभावना होती है कि वे अपने साथी को ही खा लेती हैं।
• कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि मादाएं अपनी पसंद के नर का चयन करती हैं, वे अवांछित और अयोग्य नरों को नरभक्षण द्वारा खारिज कर देती हैं।
• गलत पहचान की परिकल्पना से पता चलता है कि यौन नरभक्षण तब होता है जब मादाएं उन नरों की पहचान करने में विफल हो जाती हैं। नरों की पहचान करने में विफल मादाओं द्वारा अधिकांश तौर पर नर का सेवन कर लिया जाता है।
संदर्भ:
1.https://en.wikipedia.org/wiki/Sexual_cannibalism
2.https://www.economist.com/science-and-technology/2016/10/20/sexual-cannibalism-in-spiders
3.https://www.nytimes.com/2006/09/05/science/05cann.html
4.https://www.vice.com/en_us/article/539kmq/sexual-cannibalism-is-even-more-twisted-than-you-thought
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