सेंटा क्लॉज़ (Santa Claus), एक ऐसा व्यक्तित्व जो हर बच्चे के दिल में बसता है। विशेषकर इसलिए क्योंकि यह एक ऐसा व्यक्ति है जो बच्चों को उनके पसंदीदा तोहफे बांटता है, और वो भी क्रिसमस (Christmas) के दिन। क्रिसमस ईसाई धर्म का एक पवित्र पर्व है, जिसकी अवधारणा सेंटा क्लॉज़ से जुड़ी हुई है। अवधारणा यह है कि हर साल क्रिसमस की शाम को सेंटा क्लॉज़ आकर विभिन्न प्रकार के खिलौने और उपहार बच्चों को वितरित करते हैं।
इसके पीछे एक किवदंती छिपी हुई है जिसके अनुसार चौथी शताब्दी में तुर्की की मायरा नामक एक जगह में सेंट निकोलस नाम का एक बिशप निवास करता था। जब वह छोटा था तो उसके माता-पिता की मृत्यु हो गई किंतु उन्होंने उसके लिए बहुत सा धन छोड़ दिया जिस कारण वह बहुत अमीर बना। सेंट निकोलस दयालु व्यक्ति तो था ही, साथ ही उसे गरीबों की मदद करना और लोगों को गुप्त उपहार देना भी अच्छा लगता था। उसी गांव में एक गरीब आदमी था जिसकी तीन बेटियाँ थीं। वह आदमी इतना गरीब था कि उसके पास दहेज के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे, इसलिए उसकी बेटियों की शादी नहीं हो सकी। एक रात, निकोलस ने चुपके से सोने का एक ढेर चिमनी से नीचे डाला और घर में गिरा दिया। इस प्रकार इस धन का उपयोग गरीब व्यक्ति द्वारा बेटी की शादी करने में कर लिया गया। यह सोना एक मोज़े में जाकर गिरा जिसे सूखने के लिए फायरप्लेस (Fireplace) में लटकाया गया था। यही वाकिया दूसरी बेटी के साथ भी हुआ।
अंत में, उस गरीब व्यक्ति ने निश्चय किया कि वह चिमनी में पैसे डालने वाले व्यक्ति की खोज करेगा और ऐसा करने में वह सफल हुआ। निकोलस ने उस आदमी से विनती की, कि उसने जो भी किया है, उसे वह किसी को न बताए। लेकिन जल्द ही यह खबर बाहर आ गई और जब भी किसी को गुप्त उपहार मिला, तो यह ही माना गया कि वह शायद निकोलस ने दिया है। उनकी दयाभावना के कारण उन्हें संत बना दिया गया था।
इंग्लैंड में उन्हें फादर क्रिसमस के नाम से जाना जाता है। प्रारंभिक समय में अमेरिका में उन्हें क्रिस क्रिंगल (Kris Kringle) नाम से जाना जाता था। बाद में डच निवासियों ने क्रिस क्रिंगल और सेंट निकोलस से सेंटा क्लॉज़ बनाया। डच निवासी सेंट निकोलस का उच्चारण बहुत तीव्रता से करते थे जिस कारण वह अंग्रेज़ी में सेंटा क्लॉज़ सुनाई देता था। इस प्रकार सेंट निकोलस सेंटा क्लॉज़ में तब्दील हुआ। कई देश, विशेष रूप से यूरोप में, 6 दिसंबर को सेंट निकोलस दिवस मनाया जाता है। माना जाता है कि क्रिसमस की शाम को सेंटा क्लॉज़ बारहसिंगों द्वारा चलायी जा रही बर्फ पर चलने वाली गाड़ी पर बैठकर आसमान में यात्रा करते हैं जोकि रात में चिमनी के द्वारा घरों में प्रवेश कर बच्चों के बिस्तर पर मोज़े या बैग में उपहार भरकर चुपके से उन्हें देते हैं। वास्तव में सेंटा क्लॉज़ स्वार्थ रहित कुछ प्रदान करने की भावना का प्रतीक है।
संदर्भ:
1. https://www.whychristmas.com/customs/fatherchristmas.shtml
2. https://bit.ly/2sVDrVm
3. https://en.wikipedia.org/wiki/Santa_Claus%27s_reindeer
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