बहुउपयोगी गुणों से भरपूर डायटोमाइट खनिज

मेरठ

 24-10-2019 12:34 PM
खनिज

आप अक्सर ही अपनी त्वचा को निखारने के लिए घरेलू नुस्खों जैसे मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग करते होंगे किंतु क्या आप यह जानते हैं कि इस मिट्टी के साथ-साथ आप एक और खनिज को रख सकते हैं जो बहुत अधिक चिकना होता है? यह खनिज है डायटोमाइट (Diatomite)। डायटोमेशस अर्थ (Diatomaceous Earth) या डायटोमाइट एक विशेष प्रकार का खनिज है जो एक प्रकार से प्राकृतिक, सिलिकॉन (Silicon) युक्त तलछटी चट्टान के रूप में पाया जाता है। थोड़ा सा भी मसलने पर यह बहुत आसानी से एक सफेद चूरे जैसी संरचना बना लेता है। इसे प्रायः कीज़लगुर (Kieselgur) भी कहा जाता है। डायटोमाइट के कणों का आकार लगभग 3 माइक्रोन (Micron) से लेकर 1 मिमी से भी अधिक हो सकता है। सामान्य रूप से पाये जाने वाले कणों का आकार 10 - 200 माइक्रोन तक होता है। यह खनिज बहुत अधिक छिद्रयुक्त है जिस कारण इसका घनत्व बहुत कम होता है। सूखे डायटोमेशस की विशिष्ट रासायनिक संरचना में 80-90% सिलिका पाया जाता है जबकि एल्यूमिना (Alumina) और आयरन ऑक्साइड (iron oxide) की मात्रा क्रमशः 2-4% तथा 0.5-2% होती है। डायटोमेशस अर्थ प्रायः सिलिकॉन युक्त शैवाल (डायटॉम्स- Diatoms) के जीवाश्म से बनी होती है। यह शैवाल एक प्रकार का एक कोशिकीय जलीय पौधा है जिसे केवल सूक्ष्मदर्शी की सहायता से देखा जा सकता है। यह खनिज कुछ हद तक चॉक (Chalk) के समान दिखाई देता है किंतु वास्तव में यह चॉक से भी हल्का है तथा किसी भी प्रकार के निशान नहीं छोड़ता।

आश्चर्य की बात यह है कि यह खनिज केवल कुछ ही स्थानों पर पाया जाता है। भारत में यह राजस्थान के एक छोटे से इलाके में उपस्थित है। इसकी खास बात यह है कि यह बहुत अधिक मात्रा में जल और रसायनिक पदार्थों का अवशोषण कर सकता है। अब बाज़ारों में कई वस्तुएं ऐसी बिक रही हैं जो इस खनिज से युक्त हैं। यह वास्तव में एक बहुत ही उपयोगी खनिज है जिसकी उपयोगिता को आधुनिक बाज़ारों की वस्तुओं में देखा जा सकता है। हमारे दैनिक जीवन में काम आने वाली कई वस्तुएं ऐसी हैं जिनमें इनका प्रयोग प्रायः किया जा रहा है।

तो चलिए जानते हैं कि वे वस्तुएं कौन-कौन सी हैं?
सौंदर्य प्रसाधन :

त्वचा को निखारने के लिए उपयोग किये जा रहे फेस मास्क (Face mask), स्क्रब (Scrub) आदि में यह खनिज उपस्थित होता है जो अपने विशिष्ट गुणों के कारण फायदेमंद है। इसके अतिरिक्त रोज़ प्रयोग किये जा रहे दंत-मंजन में भी इसका उपयोग किया जाता है।
कीटनाशक :
उद्यानों को हरा-भरा बनाने तथा उन्हें विभिन्न कीटों से बचाने के लिए जिन कीटनाशकों का प्रयोग होता है उनमें ये खनिज मौजूद होता है। इसके प्रभाव से कीट उस समय तो नष्ट होते ही हैं किंतु आगे भी इनके होने की सम्भावना खत्म हो जाती है।
डीओडरन्ट (Deodorants) :
पसीने की दुर्गंध मिटाने वाले सामान्य डीओडरन्ट में प्रायः एल्यूमिनियम (Aluminum) जैसे हानिकारक पदार्थ होते हैं जो श्वसन सम्बंधी समस्या उत्पन्न कर सकते हैं। इसलिए प्राकृतिक डीओडरन्ट में इस खनिज का प्रयोग किया जाता है।
डायनामाइट (Dynamite) :
डायनामाइट असल में नाइट्रोग्लिसरीन (Nitroglycerin), सोर्बेंट्स (Sorbents) और स्टेबलाइज़र्स (Stabilizers) से बना एक विस्फोटक है जिसका उपयोग खनन, उत्खनन, निर्माण और विध्वंस उद्योगों में किया जाता है। इसमें पाया जाने वाला नाइट्रोग्लिसरीन अस्थिर होता है जो इसे एक वाणिज्यिक विस्फोटक के रूप में बेकार बनाता है। इसलिए इसे प्रभावी बनाने के लिए इसमें डायटोमाइट खनिज को भी संयोजित किया जाता है।

संदर्भ:
1.
https://en.wikipedia.org/wiki/Diatomaceous_earth
2. http://www.diatomaceousearthindia.com/
3. https://bit.ly/35XaE1D
4. https://en.wikipedia.org/wiki/Dynamite
चित्र सन्दर्भ:-
1.
https://www.flickr.com/photos/jsjgeology/19181616162
2. https://www.indiamart.com/proddetail/diatomite-powder-11176833330.html
3. https://www.rocketrobin.ca/product/diatomaceous-earth-soap-dish/
4. https://bit.ly/2BGndAI
5. https://www.stickpng.com/img/objects/dynamite/time-bomb-dynamite

RECENT POST

  • मेरठ की ऐतिहासिक गंगा नहर प्रणाली, शहर को रौशन और पोषित कर रही है!
    नदियाँ

     18-09-2024 09:18 AM


  • क्यों होती हैं एक ही पौधे में विविध रंगों या पैटर्नों की पत्तियां ?
    कोशिका के आधार पर

     17-09-2024 09:16 AM


  • आइए जानें, स्थलीय ग्रहों एवं इनके और हमारी पृथ्वी के बीच की समानताओं के बारे में
    पर्वत, चोटी व पठार

     16-09-2024 09:34 AM


  • आइए, जानें महासागरों से जुड़े कुछ सबसे बड़े रहस्यों को
    समुद्र

     15-09-2024 09:27 AM


  • हिंदी दिवस विशेष: प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण पर आधारित, ज्ञानी.ए आई है, अत्यंत उपयुक्त
    संचार एवं संचार यन्त्र

     14-09-2024 09:21 AM


  • एस आई जैसी मानक प्रणाली के बिना, मेरठ की दुकानों के तराज़ू, किसी काम के नहीं रहते!
    सिद्धान्त I-अवधारणा माप उपकरण (कागज/घड़ी)

     13-09-2024 09:10 AM


  • वर्षामापी से होता है, मेरठ में होने वाली, 795 मिलीमीटर वार्षिक वर्षा का मापन
    जलवायु व ऋतु

     12-09-2024 09:25 AM


  • परफ़्यूमों में इस्तेमाल होने वाले हानिकारक रसायन डाल सकते हैं मानव शरीर पर दुष्प्रभाव
    गंध- ख़ुशबू व इत्र

     11-09-2024 09:17 AM


  • मध्यकालीन युग से लेकर आधुनिक युग तक, कैसा रहा भूमि पर फ़सल उगाने का सफ़र ?
    मध्यकाल 1450 ईस्वी से 1780 ईस्वी तक

     10-09-2024 09:32 AM


  • पेट्रोलियम के महत्वपूर्ण स्रोत हैं नमक के गुंबद
    खनिज

     09-09-2024 09:43 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id