आपने कई बार कोई टेलीविज़न (Television) प्रसारण होते समय किसी विशेष चिह्न को अवश्य देखा या सुना होगा। या फिर किसी प्रकरण को पढ़ते समय भी पृष्ठों पर कुछ चिह्नों को बने देखा होगा जो बहुत ही हल्के होते हैं। ये चिह्न वाटरमार्क (Watermark) कहलाते हैं और उन्हें किसी प्रसारण या प्रकरण में मुद्रित करने की प्रक्रिया या तरीके को वाटरमार्क तकनीक कहा जाता है। वर्तमान में इसका प्रयोग वीडियो (Video) प्रसारण में भी किया जाता है। जिस कारण टीवी चैनलों (TV Channels) को यह ज्ञात करना बहुत आसान है कि उनके प्रकरण या शो (Show) को कितने लोग देख रहे हैं। इसके लिए ऑडियो (Audio) वॉटरमार्किंग का उपयोग किया जाता है जिसमें किसी वीडियो के अपलोड (Upload) और प्रसारण से पहले प्रसारित हो रहे प्रकरण या सामग्री में ऑडियो वॉटरमार्क को डाला जाता है। ये वॉटरमार्क मानव को नहीं सुनाई देते किंतु किसी हार्डवेयर (Hardware) या सॉफ़्टवेयर (Software) का उपयोग करके इन्हें आसानी से पता लगाया और डिकोड (Decode) किया जा सकता है। इसके बाद प्रसारण के समय ये वाटरमार्क सुनाई देते हैं।
इन विवरणों को बार-ओ-मीटर (BAR-O-meters) द्वारा दर्ज किया जाता है। बार-ओ-मीटर सुगठित होते हैं और नवीनतम तकनीक का उपयोग करते हैं। स्वचालित रूप से दृश्य सूचनाओं को अपलोड करने के लिए इसमें 3-जनरेशन (3rd-generation) की ओएलईडी डिस्प्ले (OLED Display) और एम्बेडेड सिम (embedded SIM) होता है। प्रसारित की जाने वाली सूचना या प्रकरण पहले साफ-सुथरा होता है जिसे फिर चैनल, कार्यक्रम, भाषा और प्रसारण अनुसूची के विवरण के साथ मिला या विलय कर दिया जाता है। इससे प्रकरण के मालिकों को अभूतपूर्व दृश्यता मिलती है कि उनके प्रकरण कब और कहाँ प्रसारित हुए तथा इन्हें किसने देखा? जैसा कि वॉटरमार्क, सामग्री या प्रकरण का हिस्सा है, इसे नष्ट करने या हटाने का कोई भी प्रयास उस सामग्री की गुणवत्ता को बर्बाद कर देता है, जिसमें यह उपस्थित है। वॉटरमार्क प्रौद्योगिकी तथा इससे सम्बंधित तकनीकी कार्यशालाओं को बार्क (Broadcast Audience Research council -BARC) द्वारा संचालित किया जाता है।
यह भारत के लिए एक विश्वसनीय टेलीविज़न दर्शक माप प्रणाली विकसित करने के लिए, तीन उद्योग संघों द्वारा प्रोत्साहित की जा रही है। इसकी स्थापना हितधारक निकायों द्वारा की गई है जो ब्रॉडकास्टर्स (Broadcasters), विज्ञापनदाताओं और विज्ञापन और मीडिया एजेंसियों (Media agencies) का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह एक पारदर्शी, सटीक और समावेशी टीवी दर्शक माप प्रणाली का प्रबंधन करता है। 1,80,000 व्यक्तियों के पैनल (Panel) आकार के साथ, बार्क इंडिया दुनिया में अपने प्रकार की सबसे बड़ी मापक कंपनी है। ऐसे कई कारक हैं जो बार्क इंडिया रेटिंग (Rating) प्रणाली को अलग बनाते हैं। जैसे यह पारदर्शी है तथा उन्नत वॉटरमार्किंग तकनीक का उपयोग करता है। यह अपने नमूनों में ग्रामीण परिवारों को भी शामिल करता है। इसकी रिपोर्टिंग (Reporting) व्यापक होती है। इसके पास अपनी आंतरिक प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करने के लिए एक ऑडिट (Audit) तंत्र है तथा यह सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करता है आदि।
इसे भारत में 2012 में भारत के टेलीविज़न दर्शकों की माप प्रणाली के डिजाइनिंग (Designing), कमीशनिंग (Commissioning), पर्यवेक्षण और परिकल्पना के विशिष्ट उद्देश्य के साथ स्थापित किया गया था। वर्तमान में बार्क सेट-टॉप बॉक्स (Set-top box) रीडिंग (Reading) के माध्यम से टीवी व्यूअरशिप (Tv Viewership) माप की प्रक्रिया में सुधार कर रहा है।
संदर्भ:
1.https://www.barcindia.co.in/collect-data.aspx
2.https://www.barcindia.co.in/key-differentiators.aspx
3.https://bit.ly/311QUGB
4.https://bit.ly/33nb7s3
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