रामपुर बन सकता है एक अहम् पर्यटक स्थल

मेरठ

 27-09-2019 12:35 PM
नगरीकरण- शहर व शक्ति

रामपुर उत्तर प्रदेश के एक अहम् जिले के रूप में गिना जाता है। यह शहर रामपुर के नवाबों द्वारा बसाया गया था तथा रामपुर शहर भारत के कुछ ऐसे गिने चुने शहरों में आता है जहाँ पर गोथिक कला और इस्लामिक कला के संयोग से बनी इमारतों को देखा जा सकता है। यहाँ का रजा पुस्तकालय पूरे विश्व में अपनी तरह का एकमात्र पुस्तकालय है यह इस्लामिक अध्ययन के लिए सम्पूर्ण विश्व के विश्व विद्यालयों द्वारा मानित है। रामपुर की बात करें तो यहाँ का चाकू एक समय बॉलीवुड में अत्यंत ही लोकप्रिय हो गया था।
रामपुर में खाने की बात करें तो यहाँ का हब्सी हलवे का नाम लेते ही मुह में पानी आ जाता है। रामपुर का संगीत के क्षेत्र में भी एक अहम् योगदान है जो कि नवाबों के समय से ही चला आ रहा है। यहाँ का सहसवन घराना अपने संगीत के लिए विश्वप्रसिद्ध है। रामपुर शहर अपनी पतंगों के लिए भी जाना जाता है। यहाँ पर रंग बिरंगी अनेकों प्रकार की पतंगों का निर्माण किया जाता है। ये पतंगे यहाँ से दिल्ली और अन्य शहरों में भेजी जाती हैं। कपड़ों के काम में भी रामपुर का कोई सानी नहीं है। दिल्ली के समीप बसे हुए इस शहर को पर्यटन का एक केंद्र होना चाहिए था परन्तु यह शहर पर्यटकों को अपनी तरफ खींच पाने में अभी तक पूर्ण रूप से अक्षम रहा है।

वर्तमान विश्व की बात करें तो वर्तमान काल में पर्यटन उद्योग एक अत्यंत ही तेज़ी से बढ़ने वाला उद्योग बन चुका है। यह लाखों की संख्या में नौकरियां उपलब्ध कराने के लिए जाना जाता है। विश्व पर्यटन कौंसिल (World Tourism Council) की माने तो अकेले भारत में कुल 41 मिलियन नौकरियां मौजूद हैं जो की 2017 के आंकड़ें दर्शाते हैं। यह उद्योग सकल घरेलु उत्पाद में अकेले ही 10.4 प्रतिशत वैश्विक दर पर योगदान देता है। 2022 तक इसके नौकरियों के आंकड़े को 400 मिलियन तक पहुचने के आसार हैं जो की विश्व स्तर पर होगा। यह 2028 तक वैश्विक स्थिति में 25 प्रतिशत तक लोगों को नौकरियां देने योग्य हो जायेगी। भारत पर भी इसका प्रभाव देखने को मिलेगा और यहाँ पर करीब 10 मिलियन और नौकरियां इस क्षेत्र में जुड़ेंगी।

वर्तमान काल में लोगों का झुकाव पर्यटन की तरफ काफी हद तक हुआ है जो की पर्यटन उद्योग के लिए एक जादूई चिराग के रूप में कार्य कर सकता है। पर्यटन उद्योग नौकरियों के लिए एक अच्छा सुनहरा मौका तैयार कर सकता जोकि मंदी के दौर में भी कार्यरत रहने का माद्दा रखता है। इस क्षेत्र की नौकरियों की बात की जाए तो क्यूरेटर, पर्यटन कंसलटेंट, गाइड, टिकिट बुकिंग, होटल मैनेजमेंट, टूर ऑपरेटर, इमीग्रेशन एंड कस्टम्स सेवायें, कैटरिंग या लांड्री, विभिन्न भाषा के जानकार, पर्यटन प्रमोशन और सेल्स आदि नौकरियां इस क्षेत्र में उपलब्ध हैं। इनके अलावा सरकारी पर्यटन विभाग की भी नौकरियां इस क्षेत्र में उपलब्ध हैं।
संग्रहालयों आदि में पर्यटन से सम्बंधित रोजगार के कई अवसर मौजूद हैं। गृह उद्योगों और लोक कला के कलाकारों के लिए भी यह उद्योग अत्यंत ही कारगर है। भारत में कई संस्थाएं हैं जो की पर्यटन का अध्ययन और उससे जुड़े उद्योगों में नौकरियां प्रदान करती हैं जैसे की आई आई टी एम (IITM)। रामपुर एक बेहतर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकता है और यह रामपुर में एक वृहत नौकरियों की सौगात ला सकने में कारगर साबित हो सकता है। पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावां इसमें आम जनता की एक महत्वपूर्ण भूमिका रहती है जिसे हम धरोहरों को साफ़ सुथरा और सुरक्षित रखकर कर सकते हैं।

सन्दर्भ:-
1.
https://en.wikipedia.org/wiki/Rampur,_Uttar_Pradesh
2. https://bit.ly/2X1tj8g
3. https://bit.ly/2lBGH54
4. https://bit.ly/2JZCWjY
5. https://www.coachingindians.com/career-option/tourism-as-a-career.html

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