रूडयार्ड किपलिंग (Rudyard Kipling) 19वीं और 20वीं शताब्दी की शुरुआत के ब्रिटिश लेखक और कवि थे। उन्होनें अपने जीवन का अधिकांश भाग भारत में ही बिताया इस दौरान उन्होनें कई लघु कथाएं और कविताएं लिखी जो आज भी लोगों में काफी लोकप्रिय हैं रुडयार्ड किपलिंग की एक मजेदार और लोकप्रिय अंग्रेजी कविता सोल्जर लव लाइफ (द लेडीज) (Soldier Love Life (The Ladies)) भी इन्हीं कविताओं में से एक है यह कविता विशेष रूप से मेरठ से जुड़ी हुई है क्योंकि यह कविता मेरठ के कॉन्वेंट (Convent) की एक शिक्षित लड़की को संदर्भित करती है। किपलिंग ने इस संदर्भ का जिक्र अपनी आत्मकथा में भी किया। एक और कविता जो कि मेरठ से सम्बंधित है, का जिक्र भी उन्होनें अपनी आत्मकथा में किया लेकिन अब यह कविता कहीं खो सी गयी है।
इस कविता में वे विशेष रूप से उन चार महिलाओं का स्मरण करते हैं जिनका साथ पाकर एक सिपाही कई वर्षों तक खुश रहा। "लव ऑफ 'वीमेन"- "Love of Women" (Many Inventions) में लैरी टाइघे (Larry Tighe) के विपरीत, वह इन सम्बंधों से किसी भी तरह के बुरे प्रभाव का सामना करते हुए नहीं दिखाई दिए। थोड़ा स्मरण करने के बाद वे इस निष्कर्ष पर आये कि वे महिलाएं चाहे उनका सामाजिक वर्ग जो भी हो, एक दूसरे से बहुत समानताएं रखती थी। कोलोनेल (Colonel's) की महिला और जूडी ओ'ग्राडी (Judy O'Grady) दोनों भी इसी प्रकार की ही महिलाएं हैं।
रूडयार्ड किपलिंग की इस कविता की कुछ पंक्तियां निम्नलिखित हैं:
मैं फिर घुड़सवारी करते हुए घर आया
16 वर्ष की आयु में मैंने मेरठ के कॉन्वेंट की एक लड़की को देखा
मैंने पहली बार इतनी ईमानदार लड़की को देखा था
उस लड़की से एकतरफा पसंद मेरी समस्या बन गया
वह इस बारे में नहीं जानती थी कि यह क्या है,
और न ही मैं उसे यह बताना चाहता था,
क्योंकि मैं उसे बहुत पसंद करने लगा था
लेकिन मैंने औरतों के बारे में उसी से बहुत कुछ सीखा
Then I come 'ome in a trooper,
'Long of a kid o' sixteen
'Girl from a convent at Meerut,
The straightest I ever 'ave seen.
Love at first sight was 'er trouble,
She didn't know what it were;
An' I wouldn't do such, 'cause I liked 'er too much,
But -- I learned about women from 'er!
रुडयार्ड किपलिंग ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि उनकी सबसे दिलचस्प कविताओं में से एक मेरठ में लिखी गई थी, जिसे 1947 के विद्रोह से 3 या 4 दिन पहले ही लिखा गया था। किपलिंग ने इस कविता को मजाकिया पाया क्योंकि इस कविता में लेखक ने कपड़ों की सफाई की गुणवत्ता से नाखुश होने के बारे में लिखा, जिन्हें उन्होंने धोने के लिए भेजा था।
26 सितंबर, 1889 को जन्मे फ्रैंक क्रुमिट (Frank Crumit) एक अमेरिकी गायक, संगीतकार, रेडियो मनोरंजक और कामिक नाटक अभिनेता थे। उन्होंने अपनी पत्नी जूलिया सैंडरसन (Julia Sanderson) के साथ भी अपने रेडियो कार्यक्रम साझा किए। किपलिंग की इस कविता को 1926 में अमेरिकी गायक फ्रेन्क क्रुमिट ने गाया जिसका शीर्षक “आइ लर्न्ड अबाऊट वोमेन फ्रॉम हर (I learned about Women from her)” था इसे आप निम्न लिंक पर जाकर सुन सकते हैं:
द स्पैर्टन फ्रिंज ओपन माइक (the Spratton Fringe open mic) फरवरी 2010 में रे बेक (Ray Beck) ने अपने मैंडोलिन (Mandolin) पर एक संगीत बजाया जो रुडयार्ड किपलिंग की कविता द लेडीज़ (The Ladies) पर ही आधारित था। इस संगीत को आप निम्नलिखित लिंक पर जाकर सुन सकते हैं:
संदर्भ:
1. https://www.poetryloverspage.com/poets/kipling/ladies.html
2. https://bit.ly/31EYIzm
3. http://www.kiplingsociety.co.uk/rg_ladies1.html
4. https://en.wikipedia.org/wiki/Frank_Crumit
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