ब्रिटिश शासन काल में ब्रिटिशों द्वारा साथ में बैठकर परस्पर आमोदप्रमोद, गपशप, खानपान और मेल मिलाप के लिए क्लबों (Clubs) की स्थापना की गई थी। इन क्लबों में केवल अभिजात वर्ग के लोग ही जाया करते थे और वर्तमान में भी क्लबों की सदस्यता केवल उन्हीं को मिलती है जो सदस्यता का शुल्क प्रदान कर सकें तथा लम्बी प्रतीक्षा सूची को झेल सकें। आज भारत के प्रत्येक शहर में विभिन्न प्रकार के क्लब स्थापित हो चुकें हैं, लेकिन कई ऐसे भी क्लब हैं जो काफी ऐतिहासिक और पुराने हैं।
मेरठ का सबसे पुराना सामाजिक क्लब ‘व्हीलर क्लब’ (Wheeler Club) है, जिसकी स्थापना 03 फरवरी 1863 को हुई थी और इसका नाम मेजर जनरल फ्रांसिस व्हीलर के नाम पर रखा गया था। फ्रांसिस व्हीलर को 1861 में बंगाल सेना के मेरठ डिवीज़न में नियुक्त किया गया था। व्हीलर क्लब का बैज (Badge) अभी भी इसके संस्थापक के परिवार पर ही आधारित है। क्लब का गठन कल्याणकारी उपाय के रूप में किया गया था, जो सेना के अधिकारियों और उनके परिवारों को बेफिक्री से आराम करने के लिए सुविधाएं प्रदान करता था, जिससे वे अपने दैनिक तनाव को कम करते और अपने घरों में किसी प्रकार के तनाव होने की गुंजाइश को न के बराबर कर देते थे। इसमें सामाजिक, सांस्कृतिक, मनोरंजक और खेल-कूद जैसी सुविधाएँ प्रदान की जाती थीं तथा विभिन्न बड़े लोगों के मिलने-जुलने व सामाजिक बात करने के लिए माहौल तैयार किया जाता था।
यह क्लब 1882 में भारतीय कंपनियों के अधिनियम 6 के तहत एक सीमित कंपनी के रूप में पंजीकृत किया गया था, तथा एक एसोसिएशन (Association) के रूप में 'लाभ के उद्देश्यों के लिए नहीं' के अंतर्गत एक साथ नौ सदस्यों के साथ पंजीकृत हुआ था। इस क्लब में श्री नाथजी अपने परिवार के साथ मार्च 1956 में एक महीने के लिए रुके थे। श्री नाथ जी के क्लब में रहने के बाद इस क्लब की औपचारिक प्रतिष्ठा और गौरव और भी बढ़ गया। वर्तमान में इस क्लब को पार्टियों (Parties) और शादियों के लिए किराए पर भी लिया जाता है। इसे यहाँ के मालिक स्वर्गीय भैय्या बशीरुद्दीन रईस लाल_कुर्ती एस्टेट, मेरठ कैंट द्वारा पट्टे में दिया गया था।
मेरठ में व्हीलर क्लब के अलावा अलेक्जेंडर क्लब (Alexander Club) भी सबसे पुराने सामाजिक क्लबों में से एक है। यह टेनिस क्लब 1930 के आसपास निर्मित हुआ था। साथ ही यहाँ पर राष्ट्रीय स्तर पर पूल (Pool)/बिलियर्ड्स (Billiards)/स्नूकर (Snooker) आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। देखा जाए तो इन क्लबों का काफी ध्यान खेल-कूद प्रतियोगिताओं की ओर केन्द्रित हुआ करता था परन्तु आज ये अपने विस्तार को लेकर इतने चिंतित हैं कि आजकल अच्छे खिलाड़ी मेरठ स्टेडियम (Meerut Stadium) तथा शहर में मौजूद खेल-कूद की दूसरी व्यवस्थाओं से अधिक निकल रहे हैं। हाल ही में डिप्टी रजिस्ट्रार फर्म्स सोसायटीज एवं चिट्स ने एलेक्जेंडर क्लब में नए सदस्य बनाए जाने के प्रस्ताव को निरस्त कर दिया। साथ ही बनाए गए सभी सदस्यों का शुल्क भी वापस करने का आदेश दिया है। नए सदस्यों को नियमों के विरूद्ध सदस्य बनाया गया था।
संदर्भ :-
1. http://oldweb.today/ie4/20180623215047/http://www.whelerclub.in
2. https://wikimapia.org/233758/Wheeler-Club
3. http://hhshribholanathjimemories.blogspot.com/2012/07/wheelers-club-in-meerut.html
4. http://wikimapia.org/5531986/Alexander-Club
5. https://bit.ly/2wTGr36
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