अक्षय तृतीया या आखा तीज वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। अक्षय का अर्थ होता है जिसका कभी क्षय ना हो अर्थात जो कभी समाप्त ना हो। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है। इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है। वैसे तो सभी बारह महीनों की शुक्ल पक्षीय तृतीया शुभ होती है, किंतु वैशाख माह की तिथि स्वयंसिद्ध मुहूर्तो में मानी गई है।
हर वर्ष वैसाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि में जब सूर्य और चन्द्रमा अपने उच्च प्रभाव में होते हैं, और जब उनका तेज सर्वोच्च होता है, उस तिथि को हिन्दू पंचांग के अनुसार अत्यंत शुभ माना जाता है। और इस शुभ तिथि को कहा जाता है ‘अक्षय तृतीया’ अथवा ‘आखा तीज’। इस वर्ष यह शुभ तिथि 7 मई यानि कि आज मनाई जाएगी| मान्यता है कि इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका सुखद परिणाम मिलता है|
आज अक्षय तृतीया के विशेष पर्व पर प्रारंग आपके लिए लेकर आया है, अक्षय तृतीय की मंगल और शुभफल दायक कथा, जिसे हिन्दू एस्ट्रोलॉजी (Hindu Astrology) नामक यूटयूब चैनल (youtube Channel) ने प्रस्तुत किया है|
सन्दर्भ:
1. https://bit.ly/2YbHkQe
2. https://www.calendarlabs.com/holidays/india/akshaya-tritiya.php
3. https://www.youtube.com/watch?v=EE2IW_eOfvY
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