गर्मी के आगमन के साथ गन्ने के रस की मांग बढ़ जाती है। गन्ने का रस ना सिर्फ शरीर से गर्मी को दूर करता है बल्कि इस मौसम में होने वाली कई परेशानियों से भी राहत दिलाता है, साथ ही त्वचा संबंधी दोषों को भी दूर करता है। गन्ने का रस बहुत ही सेहतमंद और गुणकारी पेय है, इसकी मिठास के समान ही इसके गुण भी मधुर हैं। भारत ब्राजील के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राष्ट्र है। चीनी का उत्पादन सर्वप्रथम भारत द्वारा किया गया था, जिसे गन्ने के रस को परिष्कृत करके तैयार किया जाता है। आज भी चीनी के उत्पादन में गन्ना महत्वपूर्ण भूमिका (70%) निभाता है। साथ ही गन्ने का उपयोग गुड़, ईंधन, शराब इत्यादि बनाने के लिए भी किया जाता है। बहुमुखी क्षेत्र में गन्ने का उपयोग देखकर आप अनुमान लगा सकते हैं कि गन्ना कितना बहुमूल्य एवं लाभदायक है।
ब्राजील में गन्ना 16वीं शताब्दी में पहुंच गया था। गन्ने के जूस को ब्राजील में गारपा (garapa) के नाम से जाना जाता है। गन्ने के रस का उपयोग सर्वप्रथम कचका (cachaça) के उत्पादन के लिए किया गया। बाद में इससे शराब का उत्पादन शुरु किया गया, जिसे गारपा नाम दिया गया। फारस के बादशाह डरायस(Darius) ने गन्ने को बिना मधुमक्खी के शहद देने वाला स्त्रोत माना है। चीनी के विस्तार के साथ ही गन्ने की खेती में भी विस्तार हुआ। गन्ने में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व एवं खनिज उपलब्ध होते हैं जो हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होते हैं। इसलिए इसे हमारे शरीर का जैव ईंधन भी कहा जाता है। गन्ने के रस पर सर्विंग(per serving) में 111.13 kJ (26.56 किलो कैलोरी), कार्बोहाइड्रेट्स(carbohydrates) 27.51 ग्राम, प्रोटीन(protein) 0.27 ग्राम, कैल्शियम(calcium) 11.23 मिलीग्राम (1%), आयरन(iron) 0.37 मिलीग्राम (3%), पोटेशियम(potassium) 41.96 मिलीग्राम (1%), सोडियम(sodium) 17.01 मिलीग्राम (1%) होता है।
गन्ने के जूस के शारीरिक लाभ –
● यह एंटीऑक्सिडेंट(antioxidants) की दृष्टि से काफी समृद्ध है जो शरीर को संक्रमण से लड़ने तथा प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में खनिज तथा अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स(electrolytes) होते हैं, जो निर्जलीकरण से निजात दिलाने में सहायक होता है। यह सामान्य सर्दी, बुखार और अन्य संक्रमणों को ठीक करने में भी मदद करता है साथ ही यह शरीर में प्रोटीन(protein) स्तर को बढ़ाता है।
● गन्ने के रस के सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों में से एक है यूरिन(urine) संबंधी समस्यों से निजात दिलाना। यह गुर्दे की पथरी के इलाज में भी मदद करता है तथा गुर्दे की कार्य प्रणाली को सुचारू रूप से बनाए रखता है।
● गन्ना पीलिया के उपचार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पीलिया से पीड़ित व्यक्ति को रोजाना दो गिलास गन्ने के रस में नींबू और नमक डालकर पीना चाहिए। क्योंकि यह लिवर के लिए बेहद फायदेमंद होता है और पीलिया के दौरान होने वाली लिवर की कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। गन्ने का रस शरीर की ऊर्जा को भी बढ़ाता है, इसलिए पीलिया के मरीजों के लिए बहुत लाभदायक होता है।
● यह प्लाज्मा(plasma) और शरीर में तरल पदार्थ बनाता है तथा शुष्कता और थकान संबंधी समस्याओं को दूर करता है।
● आयुर्वेद के अनुसार गन्ने के अंदर कुछ ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो मल को त्यागने में सहायता करते हैं। तथा कब्ज से राहत दिलाते हैं गन्ने के रस में क्षारीय गुण भी होते हैं, यह अम्लता और पेट की जलन के इलाज के लिए अच्छा विकल्प है।
● गन्ने में न्यून गाइल्सेमिक सूचकांक (Low Glycemic Index) होता है, प्राकृतिक गन्ने का रस चीनी के स्थान पर एक अच्छे विकल्प के रूप में प्रयोग किया जा सकता है तथा मधुमेह के उपचार में मदद करता है। इसलिए मधुमेह से पीड़ित लोग इसे बिना किसी डर के पी सकते हैं। यह आपके रक्त शर्करा को नियंत्रित रखने में सहायता करता है।
● गन्ने से प्राप्त खनिज, दांतों की सड़न कम करने और सांस से दुर्गन्ध दूर करने में मदद करते है।
● रक्त को शुद्ध करने में भी गन्ना अहम भूमिका निभाता है।
आज गन्ने के रस का सेवन विश्व भर में प्रसिद्ध हो गया है। जिस कारण इसका व्यवसाय भी तीव्रता से बढ़ रहा है।
सदंर्भ-
1. https://www.monkeycane.com.au/single-post/2018/03/06/The-history-of-sugar-cane-in-India
2. http://basilio.fundaj.gov.br/pesquisaescolar_en/index.php?option=com_content&id=1258:sugarcane-juice
3. https://food.ndtv.com/health/6-health-benefits-of-sugarcane-juice-a-promise-of-good-health-1270503
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