पुष्प संबंधी एक उत्कृष्ट कृति: हॉर्टस इंडिकस मालाबारिकस (Hortus Indicus Malabaricus)

वृक्ष, झाड़ियाँ और बेलें
30-03-2019 07:00 AM
पुष्प संबंधी एक उत्कृष्ट कृति: हॉर्टस इंडिकस मालाबारिकस (Hortus Indicus Malabaricus)

यह तो हम सब जानते है कि मेरठ वासियों को बाग बागीचों से कितना प्रेम है, इसलिए मेरठ के अधिकांश लोगों को बागवानी में अधिक रुचि रहती है। कई लोग तो अपने घर के ड्राइंग-रूम (Drawing Room) में बोन्साई पौधों को भी लगाना पसंद करते है। इन आम बगीचों के बारे में तो हम सब जानते है, परन्तु आज हम अपने देश के उन बागीचों के बारे में बात करने जा रहे है जिसके खूबसूरती को किसी ने वर्षों के मेहनत के बाद किताब के पन्नों में उतारा है। आज हम आपको पुष्प संबंधी एक उत्कृष्ट पुस्तक ‘हॉर्टस इंडिकस मालाबारिकस’ (Hortus Indicus Malabaricus) जिसका अर्थ ‘मालाबार के बाग’ है, के बारे में बताएंगे। यह एक 12 खंडो का सचित्र विवरण है, जिसमें 740 मालाबार पौधों के औषधि तत्वों का वर्णन है। यह डच मालाबार के गवर्नर, हेंड्रिक वैन रीड (Hendrik van Rheede) द्वारा 25 वर्षों की अवधि में संकलित एक समृद्ध चिकित्सा गुणों वाले पौधों का एक चित्रण है। इसे 1678 और 1693 के बीच प्रकाशित किया गया था और यह दक्षिण एशिया के ट्रॉपिकल (tropical) वनस्पति विज्ञान का पहला स्पष्ट सर्वेक्षण था। कुछ बहुमूल्य चित्र नीचे दिए गये है।

आज इनके इस कला के बारे में बहुत कम लोगों को ज्ञात है। मालाबार से एकत्रित किए गए पौधों को कलम और स्याही से डच मेट्रोपोल (Dutch Metropol) में उत्कीर्ण तांबे की प्लेट की प्रिंट (Print) तकनीक पर परस्पर डाला गया है।

ब्रिटिश पुस्तकालय, कोडेक्स (Codex) में मौजूद एकरंगी इंक-वॉश (Ink Wash) चित्रकलाओं को ‘हॉर्टी मालाबारिस आइकॉन’ (Horti Malabaris Icon) के रूप में जाना जाता है, जो ‘हॉर्टस मैलबैरिकस’ के पहले 10 प्रकाशित संस्करणों के लिए किए गयी नक्काशी से पूरी तरह मेल खाती है। वहीं 651 आइकॉन में से केवल दो फोलियो में कलाकार के हस्ताक्षर मिलते हैं, एक में एंटोनी गोएटकिंट का और दूसरे में गोन्सलेज़ एपेलमैन का। एंटोनी गोएटकिंट द्वारा हस्ताक्षरित मालाबार के सर्वव्यापी नारियल के पेड़ की एक डबल-फोलियो ड्राइंग को ‘हॉर्टस मालाबारिकस’ की सबसे प्रसिद्ध नक्काशी में से एक के लिए टेम्पलेट बनाया गया। गोएकिंट के हस्ताक्षर को ड्राइंग के निचले बाएं कोने में और साथ ही उत्कीर्णक, बस्तियान स्टूपेंडेल के नाम को दाई ओर देखा जा सकता है।

जिस तरह चित्र के कलाकार अदृश्य और गुमनाम थे, उसी तरह उत्कीर्णक के नामों का भी नहीं पता था। उत्कीर्णन के लिए नमूने के रूप में, 650 आइकॉन के चित्र (डबल फोलियो में 590 और फोलियो में 61) को कॉपरप्लेट-चाक-ब्लैक-बैक और उल्लेखन में दिखाई देता है। चित्र से उत्कीर्णन के लिए चित्रात्मक रूपांतरण की इस प्रक्रिया में विशेष रूप से न केवल सामंजस्य बल्कि दृश्य संस्करण और प्रिंट (Print) संस्करण में हुई छूट रोचक है। वहीं प्रिंट छूट में पत्तियों, फूलों, फलों और बीजों से लेकर सजावटी डिब्बों तक और यूरोपियन बरोक से कई अधिक काल्पनिक ड्रेगन, मॉरमन, जानवरों और एलेगॉरॉजिकल आकृतियाँ शामिल हैं। चित्रकारों द्वारा मानव आकृतियों को बहुत कम जोड़ा गया है।

अधिकांश ऐतिहासिक वृत्तांतों में हॉर्टस मालाबारिकस उत्कीर्णन का वर्णन यूरोप तक पहुंचने वाले मालाबार वनस्पतियों की पहली छवियों के रूप में किया गया है। लेकिन हॉर्टस मालाबारिकस के लेखक, हेंड्रिक वैन रीडे बताते हैं कि कार्माइट में सेंट जोसेफ के फादर, मैथ्यू द्वारा मालाबार वनस्पतियों के चित्र के एक वैकल्पिक संग्रह के बारे में बताया गया हैं। चकित करने वाली बात ये है कि ये हॉर्टस मालाबारिकस से पूरे एक दशक पहले के हो सकते हैं।

हालांकि मैथ्यू और वैन रीडे ने सहकर्मियों की तरह काम किया था और हॉर्टस मालाबारिकस की प्रारंभिक अवधारणा पूरी तरह से मालाबार वनस्पतियों के उनके व्यापक ज्ञान और चित्र से प्रेरित हो सकती है। भले ही वैन रेडी द्वारा बाद में मैथ्यू के चित्र को अस्वीकार किया गया था, लेकिन उन्होंने मैथ्यू को पाठ के मूल संस्थापक के रूप में श्रेय दिया है। आज ये प्रजातिया भारत के केरल, कर्नाटक और गोवा भाग में पाए जाते है।

संदर्भ :-

किताब का सन्दर्भ : मार्ग ए मैगज़ीन ऑफ़ द आर्ट्स (A Magazine Of Arts) दिसम्बर 2018- मार्च 2019 VOL. 70 NO. 2