इस्लामी वास्तुकला में रंगों का महत्व

मेरठ

 18-03-2019 07:45 AM
वास्तुकला 1 वाह्य भवन

विभिन्न रंगों से भरा यह विश्व बेहद खूबसूरत है और यहां रंगों से प्यार करने वाले व्यक्ति इसकी खूबसूरती को ना सिर्फ महसूस करते हैं बल्कि भली प्रकार समझते भी हैं। यूं तो हर रंग अपने आप में खास होता है, पर सभी रंगों का अपने आप में एक विशेष महत्व होता है। रंग लोगों पर आसानी से प्रभाव डालने के कारण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसे ही इस्लामी वास्तुकला के स्वरूप को बढ़ावा देने के लिए रंगों का रचनात्मक उपयोग किया जाता था।

इस्लाम धर्म में हरे रंग का बहुत महत्व है, कुरान में भी उल्लेख है कि जन्नत में भी कुछ सामग्री (जैसे तकिए और महीन रेशम के वस्त्र) हरे रंग के होते हैं। वहीं मान्यता है कि पैगंबर मुहम्मद द्वारा भी हरे रंग के कपड़े पहने जाते थे। सामान्य तौर पर यह भी माना जाता है कि हरा रंग सद्भाव, शांति, संतुलन, सहानुभूति और आत्मसम्मान की भावना पैदा करता है। साथ ही हरे रंग को कपड़ों (जिसे स्वर्ग में रहने वाले लोग पहनते हैं) के रंग के रूप में भी वर्णित किया जाता है, क्योंकि इसे देख नई ताजगी का एहसास होता है।

रंगों के मनोविज्ञान के विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में सजावट करने के लिए हरा रंग सबसे लोकप्रिय है, क्योंकि यह प्रकृति का प्रतीक है। यह सबसे सुगम रंग है और इससे दृष्टि में सुधार भी होता है। साथ ही यह शांती और ताजगी का एहसास करवाता है। उदाहरण के लिए, कई बार आराम करने के लिए लोगों को “ग्रीन रूम” में बैठाया जाता है और अस्पताल में भी रोगियों के आराम कक्ष में हरे रंग का उपयोग किया जाता है।

हालांकि, केवल हरा रंग इस्लामी सजावटी कलाओं पर उपयोग नहीं किया जाता है, अन्य रंग जैसे नीला, लाल, और भूरा भी स्वयं के विभिन्न मनोवैज्ञानिक गुणों और लाभों को प्रस्तुत करते हैं। चित्रकला, चीनी मिट्टी की चीज़ें, बुनाई और ग्लास में उपयोग किए गए रंगों को विभिन्न संस्कृतियों के रंगों से आकर्षित और प्रभावित होकर इस्लाम ने अपनाया था। उदाहरण के लिए, विविद इज़निक रेड सिरेमिक रंगद्रव्य की खोज ओटोमन साम्राज्य के दौरान की गई थी। जहाँ कुरान और अन्य पवित्र उपदेश छवियों के निर्माण को हतोत्साहित करते हैं, वहीं इस्लामिक कला में पैटर्न को विशेष स्थान दिया गया। सुलेख, ज्यामितीय आकृतियों, वनस्पति डिजाइनों और आलंकारिक प्रतिरूप को मिट्टी के बर्तनों और टाइलों को सजाने के लिए उपयोग किया जाने लगा। साथ ही विविध रंग, शानदार पॉलीक्रोम ग्लेज़, पीतल के ऊपर चांदी की कलमकारी, लाल, हरे और नीले रंग कलाकार में डिजाइन को महत्व देने और दृश्य में सद्भाव को विकसित करने की मदद करती हैं, जो इस्लामी कला की एक आध्यात्मिक विशेषता है।

वास्तुकला में रंग का उपयोग स्थान और ऐतिहासिक समय से प्रभावित रहा है, जहाँ मुगल भारतीय और फ़ारसी इमारतें उज्ज्वल रूप से अलंकृत हैं, वहीं अरब की इमारतों में रेगिस्तान के बलुआ पत्थर और स्थानीय पत्थर और मिट्टी के रंगों को दर्शाया गया है। इस्लामी वास्तुकला का एक विशिष्ट अवयव गुंबद है और कुब्बत अल-सख़रा (डोम ऑफ द रॉक) से अधिक प्रसिद्ध कोई भी गुंबद नहीं है, इसमें सोने की पत्ती से बना गुंबद है और आंतरिक भाग को चमकीले रंग और सोने के रंग के ग्लास मोज़ेक घन से ढका गया है।

यह एक सामान्य सत्य है कि इस्लामी सजावट में विभिन्न परिस्थिति के लिए अलग-अलग दृष्टिकोण और धारणाओं की आवश्यकता होती है। वहीं मस्जिदों की सजावट घरों या अन्य सार्वजनिक भवनों की सजावट के बिल्कुल विपरीत होती हैं और घरों की सजावट मकबरों से विपरीत होती हैं। यह उपदेश स्वयं को रंगों के मुद्दे पर भी प्रतिबिंबित करता है, क्योंकि रंग सजावटी कलाओं में लगभग अनिवार्य होते हैं। इस्लामिक निर्मित वातावरण में सजावटी रंगों का आध्यात्मिक प्रभाव भी है। ये रंग प्रत्यक्ष, मनोरम प्रेरक, उत्तेजक और सुखदायक होते हैं।

संदर्भ :-
1. https://bit.ly/2T8Hzc6
2. https://bit.ly/2HnrI8e

RECENT POST

  • भारत के 6 करोड़ से अधिक संघर्षरत दृष्टिहीनों की मदद, कैसे की जा सकती है ?
    संचार एवं संचार यन्त्र

     04-01-2025 09:29 AM


  • आइए, समझते हैं, मंगर बानी और पचमढ़ी की शिला चित्रकला और इनके ऐतिहासिक मूल्यों को
    जन- 40000 ईसापूर्व से 10000 ईसापूर्व तक

     03-01-2025 09:24 AM


  • बेहद प्राचीन है, आंतरिक डिज़ाइन और धुर्री गलीचे का इतिहास
    घर- आन्तरिक साज सज्जा, कुर्सियाँ तथा दरियाँ

     02-01-2025 09:36 AM


  • विविधता और आश्चर्य से भरी प्रकृति की सबसे आकर्षक प्रक्रियाओं में से एक है जानवरों का जन्म
    शारीरिक

     01-01-2025 09:25 AM


  • क्या है, वैदिक दर्शन में बताई गई मृत्यु की अवधारणा और कैसे जुड़ी है ये पहले श्लोक से ?
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     31-12-2024 09:33 AM


  • लोगो बनाते समय, अपने ग्राहकों की संस्कृति जैसे पहलुओं की समझ होना क्यों ज़रूरी है ?
    संचार एवं संचार यन्त्र

     30-12-2024 09:25 AM


  • आइए देखें, विभिन्न खेलों के कुछ नाटकीय अंतिम क्षणों को
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     29-12-2024 09:21 AM


  • आधुनिक हिंदी और उर्दू की आधार भाषा है खड़ी बोली
    ध्वनि 2- भाषायें

     28-12-2024 09:28 AM


  • नीली अर्थव्यवस्था क्या है और कैसे ये, भारत की प्रगति में योगदान दे रही है ?
    समुद्री संसाधन

     27-12-2024 09:29 AM


  • काइज़ेन को अपनाकर सफलता के शिखर पर पहुंची हैं, दुनिया की ये कुछ सबसे बड़ी कंपनियां
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     26-12-2024 09:33 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id