मेरठ अत्यंत उर्वर क्षेत्र है जिस कारण यहां पर अनेकों प्रकार की वनस्पतियां पायी जाती हैं। ये वनस्पतियां हमारे जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है। इनमें भी जीवन होता है, इनमें भी जीवों की भांति सभी कोशिकाओं में डीएनए (DNA) मौजूद होता है। डीएनए एक वंशानुगत या अनुवांशिक संरचना है जिसमें जीवित चीजों की संरचना और कार्य की जानकारी उपलब्ध होती है। वनस्पति जगत में डीएनए या डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड नाभिक, माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria) और क्लोरोप्लास्ट्स (Chloroplasts) की झिल्ली से बंधी कोशिकीय संरचनाओं के भीतर उपस्थित होते हैं।
यदि देखा जाए तो पौधों और जानवरों के बीच बहुत स्पष्ट भेद होता है लेकिन यह भेद मात्र रासायनिक स्तर पर देखा जाता है। डीएनए एक साधारण अणु है, जिसमें चार न्यूक्लियोटाइड होते हैं। प्रत्येक न्यूक्लियोटाइड में पांच-कार्बन शर्कारा (डीऑक्सीराइबोज़), एक फॉस्फेट और चार संभावित नाइट्रोजनस बेस में से एक होता है: एडेनिन (ए) और गुआनिन (जी) के दोहरी-श्रृंखला वाले प्यूरिन (एडेनिन (Adenine = A), ग्वानिन (Guanine = G)) तथा एकल-श्रृंखला वाले पिरिमिडिन (साइटोसीन (Cytosine = C) तथा थाइमीन (Thymine (T)) होते है।
डीएनए के अधिकांश गुण न्यूक्लियोटाइड्स के बीच बनने वाले अनूठे बंधों से संबंधित हैं। इसमें शर्करा फॉस्फेट घटक को रैखिक रूप से संरेखित करते हैं, जबकि नाइट्रोजन के रिंग लंबवत रूप से बंधते हैं। थाइमीन और साइटोसीन की रासायनिक संरचनाएं छोटी होती हैं, जबकि एडेनिन और ग्वानिन बड़े होते हैं। इनमें एडेनिन और थाइमीन एक साथ जुड़ते हैं जबकि साइटोसीन और ग्वानिन एक साथ जुड़ते हैं। इसके अणुओं में आनुवंशिक जानकारी होती है।
डीएनए में कई जानकारीयां कोडेड होती है जो कोशिका और जीव के सभी विकास और रखरखाव की अनुमति देती है। ये कोड प्रत्येक स्ट्रैंड पर न्यूक्लियोटाइड में निहित होते हैं। प्रत्येक तीन न्यूक्लियोटाइड एक विशेष अमीनो एसिड को निर्दिष्ट करता है। एक दूसरा अणु, राइबोन्यूक्लिक एसिड (आरएनए), डीएनए की आणविक संरचना की प्रतिलिपि बनाता है और नाभिक के बाहर सूचना को कोशिका के साइटोप्लाज्म तक ले जाता है, जहां अमीनो एसिड एक निर्दिष्ट क्रम में इकट्ठा होते है, और एक प्रोटीन का उत्पादन करते है। इन प्रोटीनों के बाद के उत्पादन संशोधनों, जैसे कि शर्करा, वसा, या धातु, कार्यात्मक और संरचनात्मक विविधता के एक विशाल श्रृंखला का उत्पादन होता है। विभिन्न प्रकार के पदार्थों के लिए डीएनए कोड पौधों के लिए अद्वितीय हैं। ये उत्पाद न केवल पौधों को बल्कि पूरे पारिस्थितिक तंत्र, तथा मानव जाति को बनाए रखते हैं।
पौधों के लिए प्रोटीन की एक बड़ी श्रृंखला पौधों के डीएनए पर कोडेड होती हैं। कुछ विशिष्ट प्रोटीन तो जीवो को दिल की बीमारी और स्ट्रोक के साथ-साथ कैंसर से भी बचाते हैं। साथ ही इसमें कुछ स्वास्थ्य लाभ वाले पदार्थ और एंटीआक्सीडेंट जैसे फ्लेवोनोइड्स, कैरोटिनॉइड, फाइटोस्टेरोल, आइसोथियोसाइनेट आदि शामिल हैं। पौधों के डीएनए का बड़ा हिस्सा विशेष रूप से पौधों के हार्मोन की कोडिंग के लिए समर्पित होता हैं। हार्मोन (पौधे के मुख्य हार्मोन:- ऑक्सिन, जिब्रेलिक, साइटोकाइनिन, एथिलीन और एब्सिसिक अम्ल) वे पदार्थ होते हैं जो कोशिकाओं के एक समूह द्वारा निर्मित होते हैं और ये कोशिका विभाजन, वृद्धि और विभेदन को नियंत्रित करते हैं।
संदर्भ:
1. http://lifeofplant.blogspot.com/2011/04/dna-in-plants.html
2. https://bit.ly/2T5pThi
3. https://bit.ly/2W2v8Az
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