उत्तर भारत में भारतीय भाषाओं की बहुत विविधता है, विश्व की बाकी भाषाओं की तरह हिन्दी भाषा के भी कई रूप हैं। अलग अलग राज्यों में अलग अलग भाषाएँ बोली जाती हैं :-
1. जम्मू-कश्मीर :- कश्मीरी, हिन्दी, पंजाबी, डोगरी, गोजरी, लदाखी, पहाड़ी, आदि।
2. पंजाब :- पंजाबी, हिन्दी, मलवई, दुयाबी, पहाड़ी, कांगरई, माझी आदि।
3. हिमाचल प्रदेश :- पहाड़ी, हिमाचली, कांगरी, डोगरी आदि।
4. उत्तराखंड :- हिन्दी, संस्कृत, पंजाबी, उर्दू, गढ़वाली, नेपाली आदि।
5. हरियाणा :- हरियाणवी, हिन्दी, पंजाबी, मेवाती, उर्दू आदि।
6. दिल्ली :- हिन्दी, उर्दू, पंजाबी, अंग्रेजी आदि।
7. उत्तर प्रदेश :- हिन्दी, उर्दू, भोजपुरी, ब्रजभाषा, बुन्देली, अवधी, कनौजी, खड़ी बोली आदि।
8. राजस्थान :- राजस्थानी, मारवाड़ी, मेवाड़ी, गोरिया, धुंधरी, मेवाती, वागड़ी, बागड़ी, आदि।
9. बिहार, झारखंड, गुजरात, छत्तीसगढ़ :- बिहारी, गुजराती, उर्दू, हिन्दी, पारसी, बंगाली आदि।
हिन्दी भारत की राष्ट्रीय भाषा है। यह भारत में अत्याधिक बोली जाने वाली भाषा है, हालांकि बहुत से राष्ट्रीय व्यापार अंग्रेजी और भारतीय सविंधान से मान्यता प्राप्त अन्य भाषाओं में भी किये जाते हैं। भारत में हिन्दी करीब 425,000,000 लोगों द्वारा पहली भाषा के रूप में बोली जाती है और लगभग 120,000,000 लोगों द्वारा दूसरी भाषा के रूप मे बोली जाती है। साहित्यिक हिन्दी, देवनागरी लिपि में लिखी हुई संस्कृत से प्रभावित हुई है। इसका मानक रूप खड़ी बोली पर आधारित है, दिल्ली के उत्तर और पूर्व में बोली जाने वाली ब्रजभाषा, जो 15वीं और 19वीं सदी तक एक महत्वपूर्ण साहित्यक माध्यम थी, प्राय: हिन्दी की एक बोली के रूप में मानी जाती है। अवधी, बंघली, भोजपुरी, बुंदेली, छत्तीस्गढ़ी, गढ़वाली, हरयाणवी, कनौजी और मारवाड़ी यह सभी हिन्दी के क्षेत्रीय भाषाओं के रूप माने जाते हैं।
हिन्दी को ज़्यादातर लोगों द्वारा बोले जाने के कारण यह विश्व में सबसे ज्यादा बोलीं जाने वाली भाषाओं में चौथे (4th) स्थान पर है, हिन्दी पूरे भारतवर्ष में दूसरी भाषा के रूप में बोली जाती है, जिसने भारत की बाकी भाषाओं को भी बहुत प्रभावित किया है।
हिन्दी के प्रमुख रूप हैं :-
ब्रज भाषा : ब्रज भाषा , दो शब्दों का मेल है - ब्रज मतलब एक क्षेत्र, और भाषा। राजस्थान और हरियाणा राज्य के बीच में एक क्षेत्र को ब्रज के नाम से जाना जाता है। यह भाषा वहाँ (बृज क्षेत्र) और भारत के पश्चिमी भाग में, और राजस्थान में बोली जाती है।
खड़ी बोली : खड़ी बोली हिन्दी का एक प्रसिद्ध रूप है जो की दिल्ली में बोली जाती है। दिल्ली के आस-पास के उत्तर प्रदेश के क्षेत्र के साथ-साथ उत्तराखंड राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में भी हिन्दी का प्रमुख रूप खड़ी बोली ने अपनी जगह ले ली है।
हरियाणवी : हरियाणवी भी हिन्दी भाषा का एक रूप है जो कि हरियाणा की प्रमुख भाषा होने के साथ साथ दिल्ली मे भी बोली जाने वाली भाषा है।
बुन्देली : बुन्देली भाषा मध्य प्रदेश के एक क्षेत्र बुंदेलखंड की प्रमुख भाषा है। बुन्देली भाषा उत्तर प्रदेश के भी कई क्षेत्रों मे बोली जाने वाली एक भाषा है, और यह कुछ हद् तक ब्रज भाषा जैसी ही है।
अवधी : अवधी को अबाधि, आबाड़ी, अबोहि, बैसवारी भी कहा जाता है, जो कि उत्तर प्रदेश के क्षेत्र अवध मे बोली जाती है। यह भाषा और भी कई राज्य जैसे:-बिहार, मध्यप्रदेश, दिल्ली और पड़ोसी देश नेपाल में भी बोले जाने वाली एक भाषा है।
बाघेली : बाघेली हिन्दी का एक रूप है ,जो कि मध्यप्रदेश के छ: जिलों रेवा, सतना, सिद्धि, शाहडोल, उमारिया, और अनुप्पूर में बोली जाती है।
कन्नौजी : कन्नौजी भाषा कन्नौज (उत्तर प्रदेश का एक जिला) में बोली जाने वाली भाषा है, यह भाषा हिन्दी भाषा से प्रभावित भाषा का एक मिश्रित रूप है , इसे तिहारी भाषा भी कहा जाता है।
छत्तीसगढ़ी : छत्तीसगढ़ी भाषा हिन्दी भाषा का एक व्यापक रूप है, जोकि भारत के कई राज्यों ; मध्यप्रदेश, उड़ीसा, झारखंड आदि में बोली जाने वाली एक भाषा है , जिसे बोलने वालों की गणना लगभग 17.5 करोड़ है।
उर्दू : उर्दू भाषा हिन्दी भाषा का सहायक रूप है। हिन्दी भाषा में उर्दू भाषा के कई अंश मिलते हैं। उर्दू उत्तर प्रदेश के कई जिलों मे बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है, जो कि मेरठ, बिहार, दिल्ली, हरियाणा आदि में बोली जाती है।
संदर्भ :-
1. https://bit.ly/2T6KKVF
2. https://bit.ly/2XfA6eH
3. https://www.britannica.com/topic/Hindi-language
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