क्या आप टूथब्रश के इतिहास से वाकिफ़ हैं?

मेरठ

 06-11-2018 09:35 AM
घर- आन्तरिक साज सज्जा, कुर्सियाँ तथा दरियाँ

दांतों की सफाई में एक टूथपेस्ट (Toothpaste) से ज्यादा एक अच्छे टूथब्रश (Toothbrush) का हाथ होता है। सही आकार और मुलायम रेशे न केवल दांतों के हर कोने में जाकर सफाई करते हैं बल्कि मसूड़ों को भी नुकसान नहीं पहुँचाते हैं। हम आज जितने आधुनिक टूथब्रश का प्रयोग कर रहे हैं, क्या पहले भी लोग इसी तरह से ब्रश का उपयोग दांतों की सफाई के लिये किया करते थे।

जो टूथब्रश आज हम लोग प्रयोग कर रहे हैं उसे इतने आधुनिक होने के लिये कई प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ा तब जाकर हमें इतना आधुनिक टूथब्रश मिल पाया है। सबसे पहले मिस्र के लोगों ने टूथब्रश का उपयोग करना शुरू किया था। उन्होंने 3500-3000 ईसा पूर्व ही टूथब्रश का प्रयोग करना शरू कर दिया था। वो लोग ब्रश को पेड़ों की टहनी से बनाते थे। वे टहनी के कोने में बालों का प्रयोग करते थे जिससे दांत मांझा करते थे।

माना जाता है कि चीनियों ने 15वीं शताब्दी में सूअरों की गर्दन से बने पहले प्राकृतिक ब्रिसल (Bristle, टूथब्रश के रेशे) टूथब्रश का आविष्कार किया है, जिसमें एक हड्डी या बांस के हैंडल (Handle) से जुड़े ब्रिसल होते थे। चीन के लोगों ने 1600 ईसा पूर्व में दांतों की सफाई के लिये च्युइंग स्टिक्स (Chewing Sticks, चबाने वाली डंडियाँ) इज़ात कर दी थीं जो खुशबूदार पेड़ों की टहनी से बनी होती थीं। इसे चबाने के बाद सांस छोड़ने पर आने वाली बदबू से निजात मिलती थी। चीन के प्राकृतिक ब्रिसल के डिज़ाइन (Design) को पूरे यूरोप ने ग्रहण करना शुरू कर दिया था। बाद में यूरोप के लोगों ने घोड़े के बालों का प्रयोग करना शुरू कर दिया था। आधुनिक डिज़ाइन में सबसे पहले टूथब्रश का प्रयोग इंग्लैंड में शुरू हुआ।

आधुनिक टूथब्रश की श्रेणी में सबसे पहले विलियम एडिस ने 1780 में टूथब्रश बनाया था। उन्होंने ब्रश को कैटल बोन (Cattle Bone) की तरफ से थोड़ा घुमाया था और रेशे के स्थान पर ब्रिसल का ही प्रयोग किया था। इसके बाद 1844 में तीन पंक्ति वाला ब्रिसल ब्रश बनाया गया था। लेकिन टूथब्रश की डिज़ाइन क्रांति तब आई जब टूथब्रश में नायलॉन (Nylon) का प्रयोग होना शुरू हो गया। सबसे पहले दूपोंट ने प्राकृतिक ब्रिसल के स्थान पर नायलॉन का प्रयोग करना शुरू किया। इसके बाद दुसरे विश्व युद्ध के दौरान दाँतों का काफी ध्यान रखा जाने लगा था। इस दौरान अमेरिकी सिपाही मुँह के स्वास्थ्य के लिये काफी सजग रहते थे। पूर्ण नायलॉन से बना हुआ पहला आधुनिक ब्रश 1938 में बनाया गया। जिसके बाद ब्रश के प्रकारों में परिवर्तन होने शुरू हो गए थे।

संदर्भ:
1.https://www.colgate.com/en-us/oral-health/basics/brushing-and-flossing/history-of-toothbrushes-and-toothpastes
2.http://www.loc.gov/rr/scitech/mysteries/tooth.html

RECENT POST

  • आइए देखें, विभिन्न खेलों के कुछ नाटकीय अंतिम क्षणों को
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     29-12-2024 09:21 AM


  • आधुनिक हिंदी और उर्दू की आधार भाषा है खड़ी बोली
    ध्वनि 2- भाषायें

     28-12-2024 09:28 AM


  • नीली अर्थव्यवस्था क्या है और कैसे ये, भारत की प्रगति में योगदान दे रही है ?
    समुद्री संसाधन

     27-12-2024 09:29 AM


  • काइज़ेन को अपनाकर सफलता के शिखर पर पहुंची हैं, दुनिया की ये कुछ सबसे बड़ी कंपनियां
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     26-12-2024 09:33 AM


  • क्रिसमस पर लगाएं, यीशु मसीह के जीवन विवरणों व यूरोप में ईसाई धर्म की लोकप्रियता का पता
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     25-12-2024 09:31 AM


  • अपने परिसर में गौरवपूर्ण इतिहास को संजोए हुए हैं, मेरठ के धार्मिक स्थल
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     24-12-2024 09:26 AM


  • आइए जानें, क्या है ज़ीरो टिलेज खेती और क्यों है यह, पारंपरिक खेती से बेहतर
    भूमि प्रकार (खेतिहर व बंजर)

     23-12-2024 09:30 AM


  • आइए देखें, गोल्फ़ से जुड़े कुछ मज़ेदार और हास्यपूर्ण चलचित्र
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     22-12-2024 09:25 AM


  • मेरठ के निकट शिवालिक वन क्षेत्र में खोजा गया, 50 लाख वर्ष पुराना हाथी का जीवाश्म
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     21-12-2024 09:33 AM


  • चलिए डालते हैं, फूलों के माध्यम से, मेरठ की संस्कृति और परंपराओं पर एक झलक
    गंध- ख़ुशबू व इत्र

     20-12-2024 09:22 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id