जानिए इस सरकारी DIET के बारे में

मेरठ

 08-10-2018 05:06 PM
नगरीकरण- शहर व शक्ति

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET- District Institution of Education and Training) एक नोडल एजेंसी (Nodal Agency) है जो प्राथमिक शिक्षा के सार्वभौमिकरण और राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के विशेष संदर्भ में प्राथमिक और वयस्क शिक्षा के क्षेत्रों में किए गए विभिन्न रणनीतियों और कार्यक्रमों की सफलता के लिए जमीनी स्तर पर अकादमिक और संसाधन समर्थन प्रदान करता है। DIET प्राथमिक शिक्षा में सुधार के विशेष उद्देश्य के साथ स्थापित किया गया एक विशेष संस्थान हैं।

राष्ट्रिय शिक्षा नीति (NPE- National Policy on Education) 1986 के अनुकूलन तक, प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अकादमिक और संसाधन समर्थन मुख्य रूप से एन.सी.ई.आर.टी. (NCERT), एन.आई.ई.पी.ए. (NIEPA) और एस.सी.ई.आर.टी. (SCERT) जैसे संस्थानों द्वारा प्रदान किया जा रहा था। इसी प्रकार वयस्क शिक्षा के क्षेत्र में, राष्ट्रीय स्तर पर वयस्क शिक्षा के केंद्रीय निदेशालय और राज्य स्तर पर राज्य संसाधन केंद्रों द्वारा समर्थन प्रदान किया गया था। राज्य स्तर के नीचे, प्राथमिक शिक्षक शिक्षा संस्थान थे, लेकिन उनकी गतिविधियां ज्यादातर प्री-सर्विस शिक्षक (Pre Service Teacher) की शिक्षा तक ही सीमित थीं।

शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता से शिक्षा की गुणवत्ता काफी प्रभावित होती है। तथा यह शिक्षक शिक्षा संस्थानों की स्थिति के साथ-साथ उनकी भूमिका और कार्यों पर निर्भर करता है। अधिकांश शिक्षक शिक्षा संस्थानों के भौतिक, मानव और शैक्षणिक संसाधन प्री-सर्विस शिक्षक शिक्षा की भूमिका के लिए तक अपर्याप्त हैं। वर्ष 1986 में एन.पी.ई. के अनुकूलन के समय तक, प्राथमिक और वयस्क शिक्षा प्रणाली पहले ही राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय एजेंसियों द्वारा पर्याप्त रूप से समर्थित होने के लिए बहुत विशाल हो चुकी थी। एन.पी.ई. ने स्पष्ट रूप से गुणात्मक सुधार के साथ और विस्तार करने का आदेश दिया। एन.पी.ई. और पी.ओ.ए. ने तदनुसार समर्थन प्रणाली के लिए तीसरे स्तर (जिला स्तर) पर DIET की परिकल्पना की। एन.पी.ई. 86 के अनुसरण में केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता के साथ DIET की स्थापना की गयी।

DIET का बुनियादी दृष्टिकोण है शिक्षार्थियों को उत्साहजनक और संतोषजनक रूप से सीख देना, बजाय इसके कि उन्हें अधिकारिक निर्देशों द्वारा सिखाया जाये। प्रौढ़ शिक्षा के मामले में वयस्कों को एक सहभागी और सक्रीय रूप से कार्यात्मक साक्षरता दी जानी चाहिए।

न केवल प्रत्येक डीईईटी प्राथमिक विद्यालयों, स्कूल परिसरों, शिक्षकों, हेड मास्टर, स्कूल पर्यवेक्षकों, प्रशिक्षकों / पर्यवेक्षकों के साथ और जिला स्तर के अधिकारियों के साथ एक करीबी और निरंतर वार्तालाप स्थापित करेगा बल्कि इन क्षेत्रों में कुछ अधिकारियों को भी स्थापित करेगा। राष्ट्रीय, राज्य, मंडल और जिला स्तरों पर DIET उन संगठनों और संस्थानों के साथ घनिष्ठ संबंध भी स्थापित करेंगे जिनके उद्देश्य और हित उनके उद्देश्यों से मेल खाते हों।

DIET के कार्य:

1. निम्न का प्रशिक्षण और उन्मुखीकरण:
a. प्राथमिक विद्यालय शिक्षक (प्री-सर्विस और सर्विस दोनों)
b. हेड मास्टर, स्कूल परिसर के प्रमुख और ब्लॉक स्तर तक शिक्षा विभाग के अधिकारी
c. गैर औपचारिक और वयस्क शिक्षा के प्रशिक्षकों और पर्यवेक्षकों
d. डी.बी.ई और ग्राम एजुकेशन कमेटी (वी.ई.सी.) के सदस्य समुदाय के नेताओं, युवाओं और अन्य स्वयंसेवकों जो शैक्षिक गतिविधियों के रूप में काम करना चाहते हैं

2. अन्य तरीकों से जिले में प्राथमिक और वयस्क शिक्षा प्रणालियों के लिए अकादमिक और संसाधन समर्थन:
a. क्षेत्र के साथ विस्तार गतिविधियाँ और बातचीत
b. शिक्षकों और प्रशिक्षकों के लिए संसाधन और शिक्षण केंद्र की सेवाओं का प्रावधान
c. स्थानीय रूप से प्रासंगिक सामग्री का विकास जैसे, शिक्षण सहायक उपकरण, मूल्यांकन उपकरण इत्यादि
d. प्राथमिक विद्यालय के लिए एक मूल्यांकन केंद्र के रूप में सेवा

3. प्राथमिक और वयस्क शिक्षा के क्षेत्रों में उद्देश्यों को प्राप्त करने में जिले की विशिष्ट समस्याओं से निपटने के लिए कार्य शोध और प्रयोग

संदर्भ:
1.http://www.educationforallinindia.com/page112.html
2.http://dietaizawl.weebly.com/history.html
3.https://en.wikipedia.org/wiki/District_Institute_of_Education_and_Training

RECENT POST

  • भारत के 6 करोड़ से अधिक संघर्षरत दृष्टिहीनों की मदद, कैसे की जा सकती है ?
    संचार एवं संचार यन्त्र

     04-01-2025 09:29 AM


  • आइए, समझते हैं, मंगर बानी और पचमढ़ी की शिला चित्रकला और इनके ऐतिहासिक मूल्यों को
    जन- 40000 ईसापूर्व से 10000 ईसापूर्व तक

     03-01-2025 09:24 AM


  • बेहद प्राचीन है, आंतरिक डिज़ाइन और धुर्री गलीचे का इतिहास
    घर- आन्तरिक साज सज्जा, कुर्सियाँ तथा दरियाँ

     02-01-2025 09:36 AM


  • विविधता और आश्चर्य से भरी प्रकृति की सबसे आकर्षक प्रक्रियाओं में से एक है जानवरों का जन्म
    शारीरिक

     01-01-2025 09:25 AM


  • क्या है, वैदिक दर्शन में बताई गई मृत्यु की अवधारणा और कैसे जुड़ी है ये पहले श्लोक से ?
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     31-12-2024 09:33 AM


  • लोगो बनाते समय, अपने ग्राहकों की संस्कृति जैसे पहलुओं की समझ होना क्यों ज़रूरी है ?
    संचार एवं संचार यन्त्र

     30-12-2024 09:25 AM


  • आइए देखें, विभिन्न खेलों के कुछ नाटकीय अंतिम क्षणों को
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     29-12-2024 09:21 AM


  • आधुनिक हिंदी और उर्दू की आधार भाषा है खड़ी बोली
    ध्वनि 2- भाषायें

     28-12-2024 09:28 AM


  • नीली अर्थव्यवस्था क्या है और कैसे ये, भारत की प्रगति में योगदान दे रही है ?
    समुद्री संसाधन

     27-12-2024 09:29 AM


  • काइज़ेन को अपनाकर सफलता के शिखर पर पहुंची हैं, दुनिया की ये कुछ सबसे बड़ी कंपनियां
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     26-12-2024 09:33 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id