"छावनी" शब्द एक बड़ी सेना प्रतिष्ठान के लिए इस्तेमाल किया जाता है। भारत के कई शहरों में छावनी स्थित है जैसे, आगरा, पठानकोट, दिल्ली, मेरठ आदि। आम तौर पर हमारे द्वारा उपयोग की जाने वाली "मेरठ छावनी रेलवे स्टेशन" को आम आदमी के निजी उपयोग के लिए नहीं बनाया गया था, बल्कि यह सैनिकों, बंदूकों और गोला बारूद के तेजी से परिवहन के लिए बनाया गया। आपको पता है भारतीय रेलवे का अधिकांश हिस्सा ब्रिटिश राज की अधीनता में बनाया गया। 1857 के सिपाही विद्रोह के बाद ब्रिटिश द्वारा 1864 में पुरानी दिल्ली और मेरठ के बीच इस रेलवे लाइन का निर्माण शुरु किया गया, वहीं 1865 के आस पास ब्रिटिश सरकार द्वारा इसकी स्थापना की गई। यहाँ पर कुल 35 रेल रुकती हैं।
मेरठ में "मेरठ छावनी रेलवे स्टेशन" के अलावा भी एक ओर रेलवे स्टेशन, "मेरठ नगर जंक्शन" (जो कि मेरठ शहर का मुख्य रेलवे स्टेशन है) भी है। यह मेरठ-बुलंदशहर-खुर्जा लाइन और दिल्ली-मेरठ-सहारनपुर लाइन का एक जंक्शन है, जो कि दिल्ली विभाजन के तहत भारत के उत्तरी रेलवे क्षेत्र पर स्थित है। इसकी स्थापना ब्रिटिश भारत सरकार द्वारा 1911 में की गई थी। मेरठ नगर जंक्शन पर कुल 67 ट्रेनें रुकती हैं।
आपको पता है छावनी के इतिहास में बैंगलोर मेल, शहर की पहली ट्रेन, बैंगलोर छावनी स्टेशन से 1864 में जोलारपेतताई तक चलाई गयी। इसमें लगभग 150 किमी की दूरी शामिल थी। यह 13-वर्ग मील क्षेत्र में स्थित, ब्रिटिश राज के लिए सैन्य छावनी के लिए कार्य करती थी, यह 1876 -78 में हुए आकाल के दौरान राहत सामाग्री पहुंचाने हेतु सहायक सिद्ध हुयी। आज भी यह रेलवे स्टेशन शहर के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है। यहां पर अर्धगोलाकार संरचनाएं औपनिवेशिक काल की याद दिलाती हैं।
आज सामान्य रेलवे स्टेशन और "छावनी" रेलवे स्टेशन के बीच कोई खास बड़ा अंतर नहीं है। अब छावनी स्टेशन सिर्फ़ नाम से ही सैन्य स्टेशन है, जबकि इसका उपयोग आम नागरिक किसी भी अन्य रेलवे स्टेशनों की तरह कर सकते हैं। आम तौर पर छावनी स्टेशन में रक्षा कर्मियों की स्टेशन तक पहुंचने तथा वहां से प्रस्थान करने हेतु "एमसीओ" (रक्षा बलों का आंदोलन नियंत्रण कार्यालय) होता है।
1.https://en.wikipedia.org/wiki/Meerut_Cantt_railway_station
2.//economictimes.indiatimes.com/articleshow/59900418.cms?
utm_source=contentofinterest&utm_medium=text&utm_campaign=cppst
3.https://www.quora.com/What-is-a-cantonment-railway-station-How-is-it-different-from-other-railway-stations
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