रोमन साम्राज्य के दौरान से ही शासकों द्वारा अपने राज्य में शादी की उम्र निश्चित करने का प्रचलन प्रारंभ हो गया था। वर्तमान समय में भी लगभग 195 देशों के कानून द्वारा शादी की न्यूनतम उम्र निर्धारित की गयी है जैसे चीन में (म.20 - पु.22), फ्रांस में (म.15 - पु.15), भारत और बांग्लादेश में (म.18 - पु.21) तथा पाकिस्तान में (म.16 - पु.18) है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा की सउदी अरब में शादी की कोई निश्चित उम्र नहीं है। आज जब लोग अपने भविष्य के प्रति इतने जागरूक होते जा रहे हैं, तो वे स्वतः ही शादी देर में करना पसंद करते हैं। फिर भी विश्व के विभिन्न समाजों में परिस्थितियों वश या अन्य किसी कारण से बाल्यवस्था में विवाह करा दिया जाता है। जिसके दुष्परिणाम दोनों व्यक्तियों को भुगतने पड़ते हैं लेकिन अक्सर इसका ज्यादा प्रभाव महिलाओं में देखा जाता है। कम उम्र में संतानोत्पत्ति के समय उनकी मृत्यु की संभावना बढ़ जाती है या उन्हें घरेलू प्रताड़नाओं को झेलना पड़ता है। यहां तक की विश्व में होने वाले 27% तलाकों का कारण भी कम उम्र में होने वाला बाल विवाह है।
एक सुखद पारिवारिक तथा देश समाज के अनुकुल जीवन जीने के लिए आवश्यक है कि विवाह निर्धारित उम्र के पश्चात ही किया जाए। साथ ही भविष्य के प्रति जागरूकता रखी जाए, अन्यथा जनसंख्या और बालविवाह में नियंत्रण लाने के लिए सरकार को परिवार नियोजन तथा अन्य नीतियों का सहारा लेना होगा।
1.https://en.wikipedia.org/wiki/Marriageable_age
2.https://www.scoopwhoop.com/inothernews/minimum-marriage-age-worldwide/#.dkjore6ck
3.https://www.speakingtree.in/allslides/what-is-the-best-age-to-get-married
4.https://www.girlsnotbrides.org/child-marriage/india/
5.https://www.weforum.org/agenda/2016/09/these-are-the-countries-where-child-marriage-is-legal/
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