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विश्व में लोगों द्वारा विभिन्न परंपराओं का अनुसरण किया जाता है। जापान में भी लोगों द्वारा एक अनोखी परंपरा को माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जापानी ओरिगामी (Origami: "ओरी" जिसका अर्थ है "मोड़ना" और "गामी" जिसका अर्थ है "काग़ज़") की कला 6ठी शताब्दी में शुरू हुई थी और कागज की उच्च लागत के कारण, ओरिगामी का इस्तेमाल केवल धार्मिक, औपचारिक उद्देश्यों के लिए किया जाता था। यहाँ पर सारस एक रहस्यमय पंछी है और माना जाता है कि यह एक हजार साल तक जीते हैं। नतीजतन, जापानी, चीनी और कोरियाई संस्कृति में, सारस एक अच्छे भाग्य और दीर्घायु का प्रतिनिधित्व करता है और साथ ही वे इसे ‘खुशी की चिड़िया’ के रूप में संदर्भित करते हैं। परंपरागत रूप से, यह माना जाता था कि यदि एक व्यक्ति कागज़ की 1000 ओरिगामी सारस को बना देता है, तो उसकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इस प्रकार यह उम्मीद का एक प्रतीक बन गया।
लेकिन जब यह सिर्फ़ एक परंपरा है तो इसे शांति का प्रतीक क्यों माना जाता है? कागज़ की बनी सारस और शांति के बीच के संबंध को हिरोशिमा में परमाणु बम विस्फोट से पीड़ित लड़की ‘सदाको सासाकी’ की कहानी के माध्यम से बताया जा सकता है।
सदाको सासाकी केवल दो साल की थी जब 6 अगस्त, 1945 को उसके घर के सामने हिरोशिमा में अमेरिका द्वारा परमाणु बम गिरा दिया गया। धमाका इतना तेज़ था कि वह खिड़की से बाहर उड़ गयी। यद्यपि वह बम से बच गई, लेकिन 12 साल की उम्र में वह ल्यूकेमिया (Leukemia) की शिकार हो गयी। उसे उसके पिता द्वारा 1000 सारस की परंपरा का पता चला तो उसने कागज़ से 1000 सारस तैयार करने का फैसला किया, इस उम्मीद से कि उसकी जिंदगी जीने की इच्छा पूरी हो जाएगी। दुर्भाग्यवश, वह मरने से पहले केवल 644 सारसों को बनाने में सक्षम रही थी। उसके सहपाठियों ने उसके सम्मान में बाकी की सारस को बनाना जारी रखा और उसके सपनों का सम्मान करने के लिए उसे 1000 सारसों की पुष्पांजलि के साथ दफनाया गया। हिरोशिमा पीस पार्क (Hiroshima Peace Park) में सदाको की एक मूर्ति है, जिसमें वह अपने हाथों को फैलाये हुए खड़ी है। हर साल, कागज़ की बनी सारस की हज़ारों पुष्पांजलि उसकी मूर्ति पर चढ़ाई जाती हैं। तभी इसे शान्ति के प्रतीक के रूप में जाना जाता है तथा यह लोगों को अहिंसा का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
प्रस्तुत वीडियो में कागज़ से सारस बनाने की प्रक्रिया को बखूबी दर्शाया गया है। परन्तु यह सारस बनाकर आप करेंगे क्या? जैसा कि हमने आपको बताया कि हर वर्ष कई हजारों की मात्रा में कागज़ की सारस हिरोशिमा के पीस पार्क में अर्पित होती हैं, ये सारस या तो व्यक्ति स्वयं रखकर जाते हैं या फिर इन्हें डाक के ज़रिये भी भेजा जा सकता है। विश्व शान्ति आन्दोलन में अपना सहयोग दिखाने का यह एक बहुत ही सुन्दर तरीका है। अपनी सारस पहुँचाने के लिए इस लिंक पर दिए गए फॉर्म को भरें- http://www.city.hiroshima.lg.jp/shimin/heiwa/registerform_e.pdf। सारस भेजने का पता निम्न है:
Peace Promotion Division
The City of Hiroshima
1-5 Nakajima-cho Naka-ku,
Hiroshima 730-0811 Japan
वीडियो पर क्लिक करें और आज ही एक सारस बनाएं:
संदर्भ:
1.https://www.telegraph.co.uk/news/worldnews/asia/japan/10323614/Crane-made-by-Hiroshima-girl-who-died-of-cancer-given-to-US-museum.html
2.http://www.city.hiroshima.lg.jp/shimin/heiwa/crane.html