मछलियाँ दुनिया भर में पायी जाती हैं। इनकी करोड़ो प्रजातियाँ आज उपलब्ध हैं। इनका विकास अत्यंत ही विस्तृत तरीके से हुआ है। पृथ्वी के विकास के साथ ही मछलियों का विकास भी संभव हुआ था। पृथ्वी पर जब जीवन की शुरुआत हुयी थी तो वह जल ही था जिसमें पहला जीवन संभव हो पाया था जो एक-कोशिकीय जीवों का था। मछलियों की तिथि करीब 50 करोड़ साल पहले तक जाती है और यह माना जाता है कि मछलियाँ ही पहली ऐसी जीव थीं जिनके पास रीढ़ की हड्डी हुआ करती थी।
डेवोनीयन काल (41-34 करोड़ साल पहले) को मछलियों का काल माना जाता है। सबसे शुरूआती मछलियाँ बिना जबड़े की होती थीं जिसका तात्पर्य यह है कि इनका मुँह खुल या बंद नहीं हो सकता था। ज़्यादातर बिना जबड़े वाली मछलियाँ आकार में छोटी हुआ करती थीं और हड्डी के ढांचे में ढकी हुआ करती थीं। इन मछलियों के आकार प्रकार से यह पता चलता है कि ये सतह पर रहती थीं या पानी में तैरती थीं। स्पाइनी शार्क (Spiny Shark) पहली ऐसी साफ़ पानी की मछली थी जो कि 40 से 23 करोड़ साल पहले पायी जाती थी। ये संसार की अब तक की ज्ञात पहली मछली है जिसके पास रीढ़ की हड्डी और जबड़ा हुआ करता था।
इन्हीं मछलियों की श्रृंखला में से एक है प्लाकोडर्म (Placoderm) जो कि वर्तमान में पायी जाने वाली शार्क से भी लम्बी हुआ करती थी। यह मछली करीब 41 से 34 करोड़ साल पहले पायी जाती थी। इन मछलियों में सुफना (पर) हुआ करते थे लेकिन ये सांप की तरह तैरा करती थीं। इनके शरीर के ऊपर अस्थिय कवच हुआ करता था। आज अगर हम बात करें तो सबसे खतरनाक मछलियों में शार्क का नाम आता है। शार्क के अब तक के सबसे प्राचीन प्राप्त जीवाश्म की तिथि 39 करोड़ साल पुराने समय तक जाती है। इनके अस्थिपंजर मुलायम हड्डी (Cartilage) के बने हुए होते थे न कि सख्त हड्डी के। यही कारण है कि इनका जीवाश्म कम संख्या में प्राप्त होता है। हालाँकि इनके करोड़ों दांत हमको मिल जाते हैं।
प्रस्तुत चित्र में भिन्न युगों एवं कालों का क्रम दर्शाया गया है:
शार्क सबसे तेज़ और निडर शिकारी मछली के रूप में उभर कर सामने आई हैं। वर्तमान काल में भी कुछ प्रजातियों की शार्क मछलियाँ हमें देखने को मिलती हैं। आज वर्तमान में पाई जाने वाली अधिकतर मछलियाँ ज़्यादातर हड्डियों को अपने में बसा कर रखती हैं। ऐसी मछलियों का जन्म मेसोज़ोइक युग (Mesozoic Era) में हुआ था जो कि 22.5 करोड़ साल पुराना है। जीवाश्मों के आधार पर यदि देखा जाए तो इनका विकास करीब 20 करोड़ साल पहले हुआ था। इन मछलियों के पर या सुफना में इस काल में बड़ा विकास आया जो कि पैर के रूप में काम करने लगे। इन मछलियों को फेफड़ा भी हुआ करता था जो कि सांस लेने में कारगर साबित हुआ था। इस प्रकार कहा जा सकता है कि वर्तमान की मछलियों का विकास 22.5 करोड़ साल पहले हुआ था। मेसोज़ोइक युग में ही आज के मेरठ और आस-पास पायी जाने वाली मछलियों का भी विकास हुआ था।
संदर्भ:
1. अंग्रेज़ी पुस्तक: Lambert, David. 1985. The World Before Man, Orbis Publishing Limited.
2. https://www.youtube.com/watch?v=E1h4kgt2520
© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.