आज के समय में शिक्षा का महत्त्व काफी बढ़ गया है। स्कूली स्तर तक तो छात्रों के माता पिता को इतनी चिंता नहीं होती परन्तु असली दौड़ शुरू होती है बारहवीं कक्षा के बाद। आज का युवा इंजीनियरिंग (Engineering) की ओर एक बड़ी मात्रा में आकर्षित हो रहा है। और साथ ही साथ आज हमारा मेरठ भी इंजीनियरिंग के कॉलेजों (Colleges) का गढ़ बनता जा रहा है। तो आइये आज इस इंजीनियरिंग की हवा में समझें कि यह शब्द आखिर आया कहाँ से और क्या होती है ये इंजीनियरिंग।
अभियान्त्रिकी शब्द का अंग्रेजी रुपांतरण ‘इंजीनियरिंग’ होता है जो कि लैटिन शब्द ‘इंजीनैर’ अथवा ‘इन्गेनियम’, अर्थात ‘यंत्र’, से विकसित हुआ है। इस शब्द से पुरानी फ्रेंच के 'इंजीजिन्योर' की व्युत्पत्ति हुई है जिसका अर्थ 'युद्ध-मशीन का निर्माता' होता है। अंग्रेजी का 'इंजीनियरिंग' और 'इंजीनियर' (Engineer) शब्द यद्यपि उच्चारण में फ्रेंच शब्दों के समान ही है परन्तु इसकी उत्पत्ति बिल्कुल अलग स्रोत से हुई है।
'अभियांत्रिकी' का अंग्रेजी भाषा में पर्यायवाची शब्द ‘इंजीनियरिंग’ है। यदि अभियांत्रिकी की परिभाषा को देखा जाये तो इसके अनुसार- "अभियांत्रिकी एक कला और विज्ञान है, जिसकी सहायता से पदार्थ के गुणों को मुनष्योपयोगी बनाकर उन संरचरनाओं और यंत्रों को बनाया जाता है, जिनके लिए यांत्रिकी (मिकैनिक्स) के सिद्धांत और उपयोग आवश्यक हैं”।
अभियांत्रिकी की अन्य परिभाषा में- "यह मनुष्य की भौतिक सेवा के निमित्त प्राकृतिक साधनों के दक्ष उपयोग का विज्ञान और कला है"। अभियान्त्रिकी का प्रयोग वृहद भवनों के निर्माण मे बहुत पहले से होता आ रहा है, सर्वप्रथम इसका प्रयोग सेना से समबन्धित वस्तु बनाने में किया जाता था, जैसे- किला विध्वंसक, आदि।
समय के साथ-साथ अभियांत्रिकी ने समान्य जनता के जीवन में प्रवेश किया और इससे कई आयामों को नापना सम्भव हो सका। यदि अभियांत्रिकी विषय को एक वृहद आयाम पर देखा जाये तो इसके निम्नलिखित प्रमुख रूप हैं-
1. यान्त्रिक अभियांत्रिकी
2. वैद्वित अभियाँत्रिकी
3. रासायनिक अभियाँत्रिकी
4. कृषी अभियाँत्रिकी
5. संगणक अभियाँत्रिकी
6. खनन अभियाँत्रिकी
7. यातायात अभियाँत्रिकी (रेल, हवाई, जल आदि)
8. औद्योगिक अभियाँत्रिकी।
उपरोक्त दिये गये प्रकारों के अनुसार अभियांत्रिकी को विभाजित किया जा सकता है। इसका मुख्य उद्देश्य है आवश्यकताओं की पूर्ति करना तथा जीवन को सरल व सुगम बनाना।
भारत में 15 सितंबर को अभियंता दिवस मनाया जाता है। इसी दिन भारत के महान अभियन्ता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्मदिन होता है। यदि अभियाँत्रिकी की प्रमुख उपलब्धियों की बात की जाये तो आईफिल टावर, हावड़ा पुल, परमाणु संयन्त्र आदि हैं।
संदर्भ:
1. प्रसाद, विनोद कुमार. 2008. भाषा और प्राद्योगिकी, वाणी प्रकाशन
2. सिंह, शीलवंत. 2017. विज्ञान एवं प्रद्योगिकी का विकास, मकग्राव हिल एजुकेशन
3. सैन्डेस, इ.डब्ल्यू.सी. 1935. मिलिट्री इंजीनियर इन इंडिया, नेवल एंड मिलिट्री प्रेस
4. https://interestingengineering.com/the-origin-of-the-word-engineering
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