1935 के जिम कॉर्बेट जंगल की झलकियाँ

मेरठ

 23-06-2018 06:30 PM
द्रिश्य 1 लेंस/तस्वीर उतारना

ऐसा हो ही नहीं सकता कि कोई भी रामपुर वासी जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से अनजान हो। एक समय इस जंगले की सीमा रामपुर जिले को भी छूती थी? 100 साल पहले के जिम कॉर्बेट पार्क की कल्पना ही की जा सकती है कि वह कितना विशाल एवं घना हुआ करता होगा जब रामपुर के नवाब और अंग्रेज़ी राज के अफसर यहाँ बाघों और जंगली सूअरों का शिकार करने आया करते थे। परन्तु एक बात है जो आप नहीं जानते होंगे, वो ये कि जिम कॉर्बेट वीडियो फोटोग्राफी (Video Photography) अपनाने वाले कुछ शुरुआती लोगों में से एक थे और ख़ुशी की बात यह है कि उनके द्वारा बनाई कुछ वीडियो आज भी इन्टरनेट पर जीवित हैं।

1935 में कॉर्बेट द्वारा शूट की गयी इस वीडियो में आप बाघों के कुछ विस्तृत चित्र देख सकते हैं जहाँ वे एक धारा से पानी पी रहे हैं और अपने किये शिकार की दावत का मज़ा ले रहे हैं। तो क्लिक करें ऊपर दी गयी वीडियो पर और अनुभव करें 1935 के जिम कॉर्बेट जंगल को।

संदर्भ:
1. https://www.youtube.com/watch?v=Ht-CgYhkato&feature=youtu.be

RECENT POST

  • जानिए, तलाक के बढ़ते मामलों को कम करने के लिए, कुछ सक्रिय उपायों को
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     11-01-2025 09:26 AM


  • इस विश्व हिंदी दिवस पर समझते हैं, देवनागरी लिपि के इतिहास, विकास और वर्तमान स्थिति को
    ध्वनि 2- भाषायें

     10-01-2025 09:31 AM


  • फ़िनलैंड के सालाना उपयोग से अधिक विद्युत खपत होती है, क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग में
    सिद्धान्त I-अवधारणा माप उपकरण (कागज/घड़ी)

     09-01-2025 09:27 AM


  • आइए जानें, भारत और अमेरिका की न्यायिक प्रणाली के बीच के अंतरों को
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     08-01-2025 09:26 AM


  • आइए जानें, हमारी प्रगति की एक प्रमुख चालक, बिजली के व्यापार के बारे में
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     07-01-2025 09:43 AM


  • भारत में परमाणु ऊर्जा का विस्तार: स्वच्छ ऊर्जा की ओर एक सशक्त कदम
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     06-01-2025 09:30 AM


  • आइए, आज देखें, अब तक के कुछ बेहतरीन तेलुगु गीतों के चलचित्र
    ध्वनि 1- स्पन्दन से ध्वनि

     05-01-2025 09:25 AM


  • भारत के 6 करोड़ से अधिक संघर्षरत दृष्टिहीनों की मदद, कैसे की जा सकती है ?
    संचार एवं संचार यन्त्र

     04-01-2025 09:29 AM


  • आइए, समझते हैं, मंगर बानी और पचमढ़ी की शिला चित्रकला और इनके ऐतिहासिक मूल्यों को
    जन- 40000 ईसापूर्व से 10000 ईसापूर्व तक

     03-01-2025 09:24 AM


  • बेहद प्राचीन है, आंतरिक डिज़ाइन और धुर्री गलीचे का इतिहास
    घर- आन्तरिक साज सज्जा, कुर्सियाँ तथा दरियाँ

     02-01-2025 09:36 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id