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आवंला सबसे ज़्यादा पोषक फलों में से एक फल है। इसका प्रयोग च्यवनप्राश बनाने से लेकर मुरब्बा बनाने तक के लिए किया जाता है। आंवला को आयुर्वेद में एक प्रमुख स्थान प्राप्त है। आंवला का वैज्ञानिक नाम ‘फिलेंत्थस एम्बलीका’ है तथा यह ‘यूफोरबिआशे’ परिवार का सदस्य है। आंवले का नाम दो ग्रीक शब्दों के मेल से बना है, ‘फुलोन’ जिसका अर्थ है पत्ता तथा ‘एन्थस’ जिसका अर्थ है पुष्प अर्थात दोनों मिल कर फूल और पत्ता शब्द का निर्माण करते हैं। इस पूरे शब्द का सन्दर्भ यह है कि आंवले का पुष्प उसके पत्ते पर आता है। आंवले के वैज्ञानिक नाम में एम्बलीका शब्द भी आता है। यह शब्द आंवले के प्राचीन नाम ‘मायरो-बलानस एम्बलीका’ से लिया गया है। प्राचीन काल में वैद्यों द्वारा आंवले के फल को ‘एम्ब्लिक मायरोबालान’ नाम से भी जाना जाता था। यह पेड़ पूरे भारत भर में पाया जाता है। बर्मा में भी यह पेड़ बड़ी मात्रा में पाया जाता है। बनारस में आंवले की एक नस्ल पायी जाती है जो कि बड़े आकार के आंवले की पैदावार करती है।
यह एक मध्यम आकार का पेड़ होता है। इस पेड़ की पत्तियां त्रिकोण होती हैं तथा ये कई छोटी पत्तियों के संयोग से बनती हैं। आंवले का पुष्प अत्यंत छोटा होता है तथा इसका रंग हरा होता है। आंवले में पुष्प आने का सही समय है मार्च से मई का महीना। आंवले का फल नवम्बर से फरवरी के महीने में पकता है। आंवला देखने में हल्के पीले और हरे रंग के मिश्रण का होता है। आंवला विटामिन-सी का अत्यंत महत्वपूर्ण श्रोत होता है। आंवले की खेती पूरे भारत भर में की जाती है। मेरठ में भी आंवले की खेती दिखाई दे जाती है। इसकी खेती मुख्यतया इसके औषधीय गुणों के कारण की जाती है। आंवले का फल, इसकी छाल और इसके पत्ते को कपड़े की रंगाई के लिए भी प्रयोग किया जाता है। आंवले का अचार भी बनाया जाता है और साथ ही साथ इसको कच्चा भी खाया जाता है। आंवले की लकड़ी का प्रयोग ज्यादा नहीं किया जाता क्यूंकि ये आसानी से फट जाती है। आंवले के यदि स्वास्थ्य सम्बंधित फायदों को देखा जाए तो इसके अनगिनत फायदें हैं। उन्हीं अनगिनत फायदों में से 11 प्रमुख फायदे निम्नलिखित है-
1. आँखों की रौशनी के लिए आंवला किसी राम बाण से कम नहीं है। यह आँख की रेटिना को सही से कार्य करने की ऊर्जा प्रदान करता है।
2. आंवला मानव के शरीर के लिए अत्यंत गुणकारी है। यह त्वचा को मुलायम करता है और अल्ट्रा वायलेट किरणों से सुरक्षा प्रदान करता है। विटामिन-सी की उपलब्धता खून को भी साफ़ रखने में मददगार साबित होती है जिससे कई त्वचा सम्बंधित बीमारियाँ नहीं होती।
3. आंवला डाईबिटीज़ से लड़ने का उत्तम आहार है, इसके सेवन से डाईबिटीज़ की बिमारी जल्द ठीक होने लगती है या यह बढ़ती नहीं है।
4. आंवले का सेवन ह्रदय सम्बंधित बीमारियों को दूर रखता है और मनुष्य के दिल को यह मजबूत स्थिति भी प्रदान करता है।
5. आंवला रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है और शरीर को बीमारियों से लड़ने के काबिल भी बनाता है।
6. आंवले का सेवन करने से बढ़ती उम्र दिखाई नहीं देती तथा शरीर स्वस्थ बना रहता है।
7. आंवले के प्रयोग से बाल का झड़ना भी कम होता है तथा यह बाल को तेज़ी से बढाता भी है।
8. आंवले का सेवन कब्ज आदि बीमारियों को दूर रखता है तथा यह पेट को स्वस्थ बनाये रखने में मददगार साबित होता है।
9. कैंसर में आंवले का प्रयोग करने से शरीर को फायदा मिलता है, यह शरीर में होने वाली उठा-पटक को नियंत्रित करने का कार्य करता है। आंवले का प्रयोग कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट कर देता है। आंवले का प्रयोग कैंसर की बीमारी को शरीर से दूर रखता है।
10. आंवले के सेवन से शरीर में रक्त की कमी नहीं पड़ती है।
11. आंवला दिमाग की तीव्रता भी बढाता है तथा इसके सेवन से दिमाग तीक्ष्ण दिशा में कार्य करता है।
इस प्रकार से हम देख सकते हैं कि आंवला असल में कितना गुणकारी है।
1. फ्लावरिंग ट्रीज़, एम. एस. रंधावा
2. http://wiki-fitness.com/health-benefits-gooseberry-amla-nutrition/
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