विरासत, विविधता और परंपरा का संगम है मेरठ का सांस्कृतिक इतिहास

द्रिश्य 1 लेंस/तस्वीर उतारना
27-07-2025 09:30 AM

मेरठ भारत के इतिहास और संस्कृति की गहराइयों में रचा-बसा एक ऐतिहासिक नगर है, जिसकी जड़ें प्राचीन काल से जुड़ी हुई हैं। महाभारत काल से संबंधित हस्तिनापुर, जो मेरठ से केवल 37 किलोमीटर दूर है, कभी कौरवों और पांडवों की राजधानी माना जाता था। ऐसा माना जाता है कि मेरठ का नाम "मयराष्ट्र" से लिया गया है, जो रावण की पत्नी मंदोदरी के पिता मायासुर से जुड़ा है। इस क्षेत्र पर मौर्य साम्राज्य का शासन रहा, जिसका प्रमाण अशोक कालीन अवशेषों और बौद्ध धरोहरों से मिलता है। इसके बाद मेरठ पर दिल्ली सल्तनत, मुगल साम्राज्य और फिर स्थानीय सरदारों जैसे जाटों, सैय्यदों और गुर्जरों का शासन रहा। अकबर के समय मेरठ में सिक्के ढाले जाते थे और सड़कें बनाई गईं, जिससे यह क्षेत्र समृद्ध हुआ। औरंगज़ेब के बाद यह क्षेत्र कमजोर हुआ और अंततः 1803 में ब्रिटिशों ने यहां छावनी की स्थापना की।

पहली वीडियो में हम मेरठ के बारे में एक संक्षिप्त जानकारी देखेंगे।

नीचे दी गई वीडियो में हम मेरठ के इतिहास की एक झलक देखेंगे।

1857 का स्वतंत्रता संग्राम, जिसे भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम कहा जाता है, मेरठ से ही शुरू हुआ। ब्रिटिशों द्वारा सैनिकों को ऐसे कारतूस उपयोग करने को मजबूर किया गया, जिनमें गाय और सूअर की चर्बी लगी होती थी, जो हिन्दू और मुस्लिम दोनों धर्मों की आस्था के खिलाफ था। जब भारतीय सैनिकों ने इनकार किया तो उन्हें कैद कर लिया गया, जिससे आक्रोश फैल गया। कोतवाल धन सिंह गुर्जर के नेतृत्व में विद्रोह हुआ, जेल तोड़ी गई और ब्रिटिश अधिकारियों को मारा गया। यहीं से “दिल्ली चलो” का नारा उठा और आंदोलन देशभर में फैल गया।

नीचे दी गई वीडियो में हम मेरठ शहर को ड्रोन के माध्यम से ऊपर से देखेंगे।

आजादी के बाद भी मेरठ राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से सुर्खियों में रहा, जैसे 1929 का मेरठ षड्यंत्र केस और 1980 के दशक की सांप्रदायिक घटनाएं। इसके बावजूद, मेरठ ने समय के साथ विकास किया और आज यह शिक्षा, कृषि, खेल सामान निर्माण और सांस्कृतिक विविधता का प्रमुख केंद्र है। ऐतिहासिक नौचंदी मेला इसकी जीवंत परंपरा का प्रमाण है। मेरठ आज भी भारत की संघर्षशील आत्मा और सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रतीक बना हुआ है।

 

संदर्भ- 

https://tinyurl.com/yt4junwa 

https://tinyurl.com/35b8rwr7 

https://tinyurl.com/2p9ddy 

https://tinyurl.com/mrwa7waj 

https://tinyurl.com/ynp3x7bz 

https://tinyurl.com/4474a3k4 

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