मेरठ मात्र खेलों के सामान से जुड़े हुए व्यापार के करण ही नहीं बल्कि अपनी विशिष्ट खेल की उपलब्धता के लिए भी जाना जाता है। मेरठ से कई खिलाडी निकले हैं जिन्होंने यहाँ का नाम और देश का नाम रौशन किया। यहाँ के कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रमंडल खेलों में बड़े पैमाने पर पदक हासिल किया है। मेरठ के कॉलेज की छात्रा दिव्या काकरण ने रष्ट्रीयमंडल खेल में जीत हासिल की। मेरठ के रहने वाले कुछ अन्य छात्र जैसे रवि कुमार, सीमा पुनिया और सानिया शेख ने रष्ट्रीयमंडल खेल में जीत हासिल की। पहलवान दिव्या काकरण के कामनवेल्थ 2018 में पीतल का पदक जीतने के ख़ुशी में सारे गाँव ने जश्न मनाया। इस वर्ष भारत राष्ट्रमंडल खेलों में तीसरे पायदान पर काबिज़ था।
मेरठ में खेलों को लेकर अपनी ही एक रूचि है जिसका कारण यहाँ पर उपस्थित खेल सम्बंधित सामानों का कारखाना और उद्योग है। वस्तुओं और सामग्रियों की उपलब्धता यहाँ पर खेल को एक अलग ही मुकाम पर ले जाती है जिसका प्रभाव हमें विभिन्न राष्ट्रमंडल और अन्य राष्ट्रिय अंतरराष्ट्रिय खेलों में देखने को मिलता है। मेरठ को इसीलिए भारत का ''स्पोर्ट्स शहर'' कहा जाता है। मेरठ में विविध प्रकार के खेल सिखाए और खेले जाते हैं और मेरठ का स्टेडियम इसका खेल का मंदिर बन चुका है, लोग सबसे ज्यादा महत्त्व खेल को दे रहे हैं और इसी वजह से मेरठ के बहुत से खिलाड़ियों को अपना हुनर दिखलाने का मौका मिल रहा है।
क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल, बास्केटबॉल आदि सभी खेल के सामान यहाँ मौजूद हैं और सभी प्रकार के खिलाड़ी देश भर से मेरठ में इस खेल को सीखने के लिए आते हैं। मेरठ का स्टेडियम सभी खेल से जुड़ी सामग्रियों की जांच के लिए एक महत्वपूर्ण मंच भी प्रदान करता है। स्टेडियम का होना भी यहाँ पर खेल प्रोत्साहन में एक अहम् भूमिका निभाता है। मेरठ की एक प्रसिद्ध कंपनी खेल की सामग्रियां बनाती हैं , पूरे मेरठ में स्पोर्ट्स गुड्स कंपनी (Sports Goods Company) की ही खेल की सामग्री मंगवाई जाती है और यह कंपनी बड़े पैमाने पर सामग्रियां एक राज्य से दूसरे राज्यों तक पहुंचाती हैं।
1. www.timesofindia.indiatimes.com/city/meerut/in-absense-of-money-had-to-replace-milk-with-glucose/articleshow/633253534.cms
2. www.espn.in/commonwealthgames
3. www.hindu.com/puniadhillion
4. www.firstpost.com/commonwealthgames2018-4423111.html
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