हाथी ज़मीन पर चलने वाले सबसे बड़े स्तनधारी जीव हैं, इनका वज़न करीब 6 टन तक होता है और इनकी आयु 100 वर्ष की होती है। आज के समय में मुख्य रूप से दो प्रकार के हाथी पाए जाते हैं और वे हैं - एशियाई हाथी (Asian Elephant) और अफ्रीकी हाथी (African Elephant)। थाईलैंड में सफ़ेद हाथी भी पाए जाते हैं। इन हाथियों में सभी चीजें सामान्य हैं पर क्रमागत उन्नति और परिवर्तन के कारण हाथियों के वज़न, लम्बाई, दांत, और कान में थोड़ी असामान्यताएँ हैं। उदाहरण- एशियाई हाथी का वज़न और कान की लम्बाई अफ्रीकी हाथी से छोटी होती है। यह माना जाता है कि 5-6 करोड़ वर्ष पूर्व एक मोरिथेरियम्स (Moeritheriums) नामक प्रजाति थी और इसका आकार आज के सूअर के बराबर था। कहते हैं कि यही जानवर हाथियों का पहला पूर्वज है और हाथियों का विकास इसी पूर्वज द्वारा हुआ है। रूपात्मक सबूतों से यह पता चला है कि मैनेटीज़ डुगोंग्स (Manatees Dugongs) और हायरेक्सेस (Hyraxes) आज के हाथियों के करीबी रिश्तेदार हैं। हाथियों को प्रोबोसिडे (Proboscidae) की श्रेणी में लिया जाता है, इसका अर्थ है वह जानवर जिसकी सूंड (Trunk) हो।
हाथियों के क्रमागत उन्नती के इतिहास में यह पाया गया है कि पहले के समय में प्रोब्सिडियन्स (Probscideans) की 352 प्रजातियाँ थीं। यह प्रजातियाँ ऑस्ट्रेलिया और अंटार्टिका छोड़ सभी महाद्वीपों में गईं और इसलिए केवल दो ही प्रजातियाँ मौजूद हैं और वे हैं अफ्रीकी और एशियाई हाथी। जैसे-जैसे हाथी विकसित होते गए उनकी खोपड़ी, दांत और सूंड सभी आकार में बड़े हो गए; इससे इन्हें काफी मदद मिली क्योंकि वे सूंड से ही बड़े पेड़ों से फल तोड़ सकते थे, ज्यादा से ज्यादा पानी अपनी सूंड में भर सकते थे और भारी वज़न उठा सकते थे। हाथियों का सबसे समीप रिश्तेदार मैमथ (Mammoth) है। यह जानवर 2 करोड़ साल पहले पाया जाता था और अब विलुप्त हो चुका है; इसका आकार आज के हाथी से काफ़ी बड़ा था और इससे हम यह कह सकते हैं कि समय के साथ हाथी विकसित होते-होते आकार में छोटे हो गए हैं।
हाथियों के विकास की समय रेखा-
1. पेलियोमास्टोडॉन (Palaeomastodon) - 3.8 करोड़ वर्ष पूर्व
2. मैमूट/स्टेगोडॉन (Mammut/Stegodon) - 2 करोड़ वर्ष पूर्व
3. गोम्फोथीरियम (Gomphotherium) - 2.4 करोड़ वर्ष पूर्व
4. प्राइमलिफस (Primelephas) - 5 करोड़ वर्ष पूर्व
5. ऐनेकस/मैमेथस (Anacus/Mammathus) - 2 करोड़ वर्ष पूर्व
6. ऐलिफस/लोक्सोडोंटा (Elephas/Loxodonta) - 10,000 वर्ष - अब तक
मेरठ का हाथियों से अत्यन्त गहरा रिश्ता है, यही कारण है कि यहाँ के एक स्थान का नाम हस्तिनापुर है।
1. www.eleaid.com
2. defenders.org
3. www.elephant.co.uk
© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.