पूर्वी कूगर या पूर्वी पूमा उत्तर अमेरिका के पूर्वोत्तर में पाए जाते थे तथा इन्हें प्राधिकारी उप-प्रजाति मानते थे। 2011 में यू.एस. फिश एंड वाइल्डलाइफ सर्विस (U.S. Fish and Wildlife Service) के मूल्यांकन द्वारा पूर्वी पूमा को अनाधिकारिक रूप से विलुप्त घोषित कर दिया गया था। 2018 में यू.एस. फिश एंड वाइल्डलाइफ सर्विस ने इस प्रजाति को लुप्तप्राय से विलुप्त होने की घोषणा की, आज भी पश्चिम उत्तरी अमेरिका में कूगर पाए जाते हैं और इन्ही कूगर की कुछ प्रजातियाँ पूर्वी पूमा के पुराने इलाकों में पाई जाती हैं। 1782 में रोबर्ट कर्र (Royal Physical Society) एवं रॉयल सोसाइटी ऑफ़ सर्जन्स द्वारा पूर्वी पूमा का नामांकन हुआ जो कि फेलिस कूगर (Felis Cougar) रखा गया। 1851 में जॉन औदुबों (John Audubon) यह मानते थे कि कूगर उत्तर और दक्षिण अमेरिका में अविवेच्य थे। पूर्वी कूगर को उप-प्रजाति फेलिस कोनकोलोर कूगर (Felis Concolor Cougar) को सौंपा गया। 1955 में जैक्सन ने एक नई उप-प्रजाति की खोज की जिन्हें उन्होंने नाम दिया विस्कॉन्सिन पूमा (Wisconsin Puma), उन्होंने इस नई प्रजाति को खोपड़ी की कुछ छोटे अवशेषों से खोजा था। 1981 में हॉल द्वारा वर्गीकरण में उन्होंने यह बात से सहमती जताई कि विस्कॉन्सिन पूमा होते हैं और उन्होंने यह भी बतलाया कि पूर्वी पूमा ने अपना क्षेत्र नोवा स्कोटिआ में बढ़ाया है, उन्होंने फ्लोरिडा पैंथर्स (Florida Panthers) पर भी निशान लगाया था। उनके मुताबिक फ्लोरिडा पैंथर्स का क्षेत्र उत्तर और दक्षिण कैरोलिना पश्चिमी टेनेस्सी तक है। यू.एस. फिश एंड वाइल्डलाइफ सर्विस ने यंग और गोल्डमन के वर्गीकरण पर हामी जताई , लेकिन वे चाहते थे कि एक बार पूरे वर्गीकरण का विश्लेषण हो।
यू.ऍफ़.डब्लू. ने 1930 में पूर्वी पूमा को विलुप्त माना था और वे चाहते थे कि पूमा को लुप्तप्राय से विलुप्त की श्रेणी में रखा जाए, और इसी कारण 2011 में उन्होंने कई दस्तावेज़ पढ़े जिसमे यंग और गोल्डस्मिथ का वर्गीकरण भी शामिल था। एजेंसी यह स्वीकार करती थी कि कभी-कभी उत्तरपूर्वी अमेरिका में कूगर पाए जाते हैं, और वह यह मानती थी कि वे कूगर पश्चिम से हैं, जो या तो प्रजनन के लिए पूर्व में आते हैं या बाड़े से भागने के बाद पूर्व में आते हैं। यह बात अब तक विवादित है कि आखिर पूमा किस जगह से हैं (पूर्व या पश्चिम)। उत्तर पश्चिमी अमेरिका के कई निवासी और देहाती इलाकों के निवासियों ने 1960 से लेकर अब तक कुल 10,000 पूमा देखने का दावा किया है और मिडवेस्ट में ज्यादा तादाद में पूमा देखे गए हैं। इससे हम यह ज़रूर पता लगा सकते हैं कि या तो पूमा विलुप्त हैं या फिर तो वे पश्चिम या दक्षिण से पूर्व की ओर आते हैं। फ़िलहाल इस बात पर चर्चा चल रही है। 2011 में FWS ने एक व्यापक समीक्षा खोला जिसमे उन्होंने पूर्वी कूगर और लुप्तप्राय तेंदुए की अवस्था का विश्लेषण किया। 2015 में एजेंसी ने यह ठाना कि पूर्वी कूगर को अब विलुप्त वंश अधिनियम (Endangered Species Act) के अंतर्गत प्रमाणित सुरक्षा की कोई ज़रुरत नहीं है क्योंकि वे ESA के अंतर्गत ही विलुप्त हो चुके थे। इसी प्रकार से पूमा का इतिहास अत्यंत उतार चढ़ाव को देखते हुए गुजरा और अंत में वे विलुप्त हो गए। रामपुर तराई क्षेत्र में स्थित है तथा यहाँ भी बाघ, तेंदुआ आदि अक्सर दिखाई दे जाते हैं क्यूंकि यहाँ का क्षेत्र इनका प्राकृतिक आवास था। ये जानवर भी अब विलुप्तप्राय प्राणियों की सूची में आते हैं।
1. https://www.biologicaldiversity.org/news/press_releases/2018/eastern-puma-01-22-2018.php
2.https://news.nationalgeographic.com/2018/01/north-american-eastern-cougar-mountain-lion-extinct-spd/
3. wonderpolis.org
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