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सुबह नाश्ते से लेकर शाम की चाय और ‘हाई टी’ पर देखा जा सकता है ब्रिटिश व्यंजनों का प्रभाव

मेरठ

 26-07-2024 09:32 AM
स्वाद- खाद्य का इतिहास

ज़िंदगी की भाग दौड़ में सुबह-सुबह नाश्ते में ब्रेड और जैम खाना एक सबसे आसान विकल्प है। टोस्ट की कुरकुराहट और जैम के खट्टे मीठे स्वाद का मेल अनोखा होता है, जो तेज़ी से भागते सुबह के समय में आराम के दो पल के साथ-साथ चेहरे पर मुस्कुराहट भी लाता है। जैम के हर कौर में ताज़े फलों का स्वाद भरा होता है, चाहे वह स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, या खुबानी का जैम हो। ताज़े , पके फलों से बना जैम न केवल प्राकृतिक मिठास जोड़ता है, बल्कि आवश्यक विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट भी प्रदान करता है। यह एक सरल लेकिन संतोषजनक भोजन है जिसे जल्दी से तैयार किया जा सकता है, जो व्यस्त सुबह के लिए आदर्श है। हमारे शहर मेरठ में भी स्ट्रॉबेरी और सेब जैम का बड़े पैमाने पर उपभोग होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आज जिन फलों के जैम का हम आनंद लेते हैं, वह मूल रूप से ब्रिटिश व्यंजन है। तो आइए आज के इस लेख में हम ब्रिटिश व्यंजनों और उनके इतिहास के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। इसके साथ ही देखेंगे कि कैसे अंग्रेज़ी वाक्यांश 'टी टाइम' हमारे जीवन का दैनिक हिस्सा बन गया है। इसके अलावा, हम कुछ लोकप्रिय ब्रिटिश व्यंजनों जैसे मछली और चिप्स, पाई, स्कोन्स इत्यादि के विषय में विस्तार से जानेंगे।
ब्रिटिश भोजन के इतिहास को समझने के लिए, हमें प्राचीन ब्रिटिश दिनों में पीछे जाना होगा। प्राचीन ब्रिटिश आहार में अधिकतर मछली, फल और सब्ज़ियाँ शामिल थीं। उस दौरान मीड (mead) भी ब्रिटिश आहार का एक हिस्सा था, जो एक प्रकार का किण्वित शहद पेय है, जो पूरे मध्य युग में लोकप्रिय था। इसके बाद ब्रिटेन पर रोमन आक्रमण के साथ नए पाक प्रभाव उत्पन्न हुए। रोमनों द्वारा ब्रिटेन में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ पेश किए गए, जिनमें चेरी, प्लम, आड़ू और यहां तक कि घोंघे भी शामिल थे।
मध्य युग: मध्य युग में, ब्रिटेन के व्यंजनों को और अधिक विशिष्ट पहचान मिलनी शुरू हुई। इस समय चर्च का प्रभाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण था, क्योंकि धार्मिक रीति-रिवाज यह निर्धारित करते थे कि लोग क्या खा सकते हैं और क्या नहीं। शुक्रवार को मांस रहित दिन माना जाता था, और लेंट उपवास और संयम की अवधि थी। परिणामस्वरूप, मछली ब्रिटिश आहार का प्रमुख हिस्सा बन गई और मछली और चिप्स जैसे समुद्री खाद्य व्यंजन लोकप्रिय हो गए।
ट्यूडर युग (Tudor Era): 1485 और 1603 के बीच ट्यूडर युग के दौरान ब्रिटेन में मसालों और विदेशी खाद्य पदार्थों के प्रति एक नया आकर्षण उत्पन्न हुआ। धनी अभिजात वर्ग द्वारा एशिया और मध्य पूर्व से मसालों का आयात करना शुरू कर दिया गया और 'करी' और 'पिलाउ चावल' जैसे नए व्यंजन अमीरों की खाने की मेज़ पर दिखाई देने लगे। ट्यूडर युग में ब्रिटिश व्यंजनों में एक नए चलन का उदय भी देखा गया: "रोस्ट डिनर" (roast dinner)। भुना हुआ गौमांस, चिकन और सूअर का मांस ब्रिटिश आहार के मुख्य भोजन बन गए और वे आज भी लोकप्रिय बने हुए हैं।
औद्योगिक क्रांति: औद्योगिक क्रांति का ब्रिटिश व्यंजनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। कारखानों और बड़े पैमाने पर उत्पादन में वृद्धि के साथ, भोजन सस्ता और अधिक व्यापक रूप से उपलब्ध हो गया। अब मज़दूर वर्ग ने भी ब्रेड, पनीर और बीयर जैसे खाद्य पदार्थों का आनंद लेना शुरू कर दिया। विक्टोरियन, विशेष रूप से, अपने असाधारण भोजों के लिए जाने जाते थे, जिनमें रोस्ट गूज़, जेलीड ईल और बीफ़ वेलिंगटन जैसे व्यंजन शामिल होते थे।
विश्व युद्ध: दोनों विश्व युद्धों का ब्रिटिश भोजन पर गहरा प्रभाव पड़ा। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, भोजन की कमी के कारण सरकार द्वारा सभी के लिए बुनियादी प्रावधानों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए राशनिंग की शुरुआत की गई। द्वितीय विश्व युद्ध में, राशनिंग और भी अधिक सख्त थी, जिसमें मक्खन, चीनी और मांस जैसी वस्तुओं पर भारी प्रतिबंध लगा दिया गया था। परिणामस्वरूप, ब्रिटिश लोगों को अपने भोजन पकाने में रचनात्मक होना पड़ा, और ऐसा करने के लिए अंडे के पाउडर और स्पैम जैसी सामग्रियों का उपयोग शुरू हो गया।
युद्धोपरांत ब्रिटेन:
युद्ध के बाद, ब्रिटिश व्यंजनों का पुनरुद्धार होने लगा। दुनिया भर से नई सामग्रियों और भोजन पकाने की तकनीकों की शुरूआत के कारण अधिक विविध और रोमांचक भोजन परिदृश्य सामने आये। 1960 के दशक में आधुनिक ब्रिटिश व्यंजनों का उदय हुआ, फैनी क्रैडॉक (Fanny Cradock) और एलिजाबेथ डेविड (Elizabeth David) जैसे रसोइयों ने ब्रिटिश रसोई में 'बीफ़ स्ट्रैगनॉफ़' (Beef Stroganoff) और 'स्पेगेटी बोलोग्नीज़' (Spaghetti Bolognese) जैसे नए व्यंजन पेश किए।
आधुनिक ब्रिटिश व्यंजन: आधुनिक ब्रिटिश व्यंजन दुनिया भर के प्रभावों का मिश्रण है। भारतीय करी, चीनी स्टिर-फ्राइज़ और इतालवी पास्ता सभी ब्रिटेन में लोकप्रिय व्यंजन हैं, और मछली और चिप्स, शेफर्ड पाई, और बैंगर्स और मैश जैसे पारंपरिक ब्रिटिश व्यंजन अभी भी लाखों लोगों द्वारा पसंद किए जाते हैं।
ब्रिटेन के सर्वाधिक लोकप्रिय पारंपरिक खाद्य पदार्थ:
मछली और चिप्स (Fish and Chips): इस श्रृंखला में पहला स्थान स्वाभाविक रूप से ब्रिटेन के 'राष्ट्रीय व्यंजन' मछली और चिप्स को जाता है! यह पसंदीदा ब्रिटिश स्ट्रीट फूड पारंपरिक रूप से सफेद कागज़ या अखबार में लपेटकर परोसा जाता है और ज़्यादातर लोग इसे अपने हाथों से खाना पसंद करते हैं। मछली और चिप्स के दो मुख्य प्रकार हैं: कॉड मछली और डॉक मछली, जिनका स्वाद अन्य मछली की प्रजातियों को छोड़कर एक जैसा होता है। पारंपरिक ब्रिटिश तरीके से इसे सिरके के साथ परोसा जाता है।
संडे रोस्ट (Sunday Roast): इस व्यंजन की उत्पत्ति इस तथ्य से हुई कि अंग्रेज रविवार को चर्च जाते थे और चर्च जाने से पहले मांस को ओवन में भूनते थे ताकि घर लौटने पर वे इसे गर्म और स्वादिष्ट खा सकें। रोस्ट को आमतौर पर गौमांस, चिकन, सूअर का मांस, और विभिन्न सब्ज़ियों के साथ परोसा जाता है। यह व्यंजन अभी भी ब्रिटेन के अधिकांश पब और रेस्तरां में हर रविवार को परोसा जाता है, और एक विशिष्ट पारंपरिक संडे रोस्ट में रोस्ट बीफ, यॉर्कशायर पुडिंग, आलू, सब्जियां और ग्रेवी शामिल होती है।
बैंगर्स और मैश (Bangers and Mash): बैंगर्स एंड मैश पारंपरिक ब्रिटिश व्यंजनों में से एक है, जिसे सॉसेज और मैश के नाम से भी जाना जाता है। आम तौर पर, सॉसेज को बड़ी मात्रा में मसले हुए आलू के ऊपर डाला जाता है और फिर प्याज़ और बीफ की ग्रेवी के साथ परोसा जाता है।
पाई और मैश (Pie and Mash): पाई और मैश, स्टेक (Steak) , लोइन पाई (Loin Pie) और पोर्क पाई (Pork Pie) से विकसित हुए हैं, जिनका आविष्कार 18वीं शताब्दी में इंग्लैंड में औद्योगिक युग के दौरान लंदन के गरीब श्रमिक वर्ग द्वारा किया गया था। गौमांस से बना कीमा मसले हुए आलू के साथ परोसा जाता है और ऊपर से ईल से बना हरा मैरिनेड डाला जाता है | पाई और मैश को पारंपरिक रूप से जेलीड ईल (Jellied Eel) के साथ खाया जाता है।
ऐप्पल क्रम्बल (Apple Crumble): ऐप्पल क्रम्बल ब्रिटेन की पसंदीदा रात्रिभोज के बाद की मिठाइयों में से एक है। इसमें छिले हुए, बीज निकले हुए और कटे हुए ब्रैमली सेब होते हैं जो आटे, चीनी और मक्खन से बने मिश्रण से ढके होते हैं। इस स्वादिष्ट मिठाई को ओवन में तब तक पकाया जाता है जब तक कि टुकड़े सुनहरे भूरे रंग और सेब नरम हो जाएं। इस मिठाई को आमतौर पर वेनिला आइसक्रीम या अंडे, दूध और वेनिला से बने कस्टर्ड के साथ परोसा जाता है।
स्कॉच एग्स (Scotch Eggs): स्कॉच एग्स का आविष्कार 1738 में तीन सौ साल पुराने ब्रिटिश डिपार्टमेंट स्टोर 'फोर्टनम और मेसन' (Fortnum and Mason) ने किया था। इसे ताज़ा सॉसेज मांस को निचोड़कर, बीच में एक उबले हुए अंडे को लपेटकर, और डीप फ्राई करने के लिए बाहर की तरफ ब्रेडक्रंब के साथ एक गोल बॉल बनाकर बनाया जाता है।
खाद्य शब्दावली पर ब्रिटिश भोजन का वैश्विक प्रभाव:
कई पारंपरिक ब्रिटिश व्यंजनों ने खाद्य शब्दावली पर अमिट छाप छोड़ी है। यहां कुछ उल्लेखनीय उदाहरण दिए गए हैं:
दोपहर की चाय (Afternoon Tea): दोपहर की चाय एक सर्वोत्कृष्ट ब्रिटिश परंपरा है जिसमें चाय, सैंडविच, स्कोन्स और केक का हल्का भोजन शामिल होता है। आज वाक्यांश "दोपहर की चाय" अपने आप में एक आरामदायक, सामाजिक भोजन का पर्याय बन गई है।
हाई टी (High Tea): 'हाई टी' को अक्सर दोपहर की चाय समझ लिया जाता है, लेकिन इसमें आम तौर पर चाय के अलावा मांस, मछली और अंडे जैसे अधिक महत्वपूर्ण व्यंजन शामिल होते हैं। "हाई टी" शब्द की उत्पत्ति 19वीं शताब्दी में हुई थी और यह उस मेज़ की ऊंचाई को संदर्भित करता है जिस पर भोजन परोसा जाता था।
पब संस्कृति: ब्रिटिश पब (British Pub) ब्रिटिश सामाजिक जीवन की आधारशिला हैं, और पब संस्कृति से जुड़ी शब्दावली का खाद्य शब्दावली पर व्यापक प्रभाव देखा जा सकता है। " पाइंट" (pint), "हाफ- पाइंट" (half-pint", "लेगर" (lager), " एल" (ale) और "बिटर" (bitter) जैसे शब्द ब्रिटिश पब परंपराओं से लिए गए हैं।
हालांकि, क्षेत्रीय विविधता ने भी ब्रिटेन में विभिन्न प्रकार के स्थानीय व्यंजनों को जन्म दिया है, जिनका प्रभाव खाद्य शब्दावली पर देखा जा सकता है। यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैं:
स्कॉटिश व्यंजन (Scottish Cuisine): स्कॉटिश व्यंजनों ने भोजन शब्दावली में कई अद्वितीय शब्दों का योगदान दिया है। उदाहरण के लिए, "हैगिस" (Haggis) एक पारंपरिक स्कॉटिश व्यंजन है जो भेड़ के मांस, जई और मसालों से बनाया जाता है। शब्द "नीप्स एंड टैटीज़" (neeps and tattie) का तात्पर्य मसले हुए शलजम (नीप्स) और आलू (टैटीज़) से है, जिन्हें अक्सर हैगिस के साथ परोसा जाता है।

वेल्श व्यंजन (Welsh Cuisine): वेल्श व्यंजनों की अपनी अलग शब्दावली है, जिसमें "कॉल" (cawl) और "बारा ब्रिथ" (bara brith) जैसे शब्द शामिल हैं। कॉल एक पारंपरिक वेल्श सूप है और बारा ब्रिथ एक प्रकार की फल ब्रेड है। वाक्यांश "वेल्श रेयरबिट" टोस्ट पर पिघले पनीर से बने व्यंजन को संदर्भित करता है, जो खाद्य शब्दावली में क्षेत्रीय विविधताओं को उजागर करता है।
 उत्तरी आयरिश व्यंजन (Northern Irish Cuisine): "अल्स्टर फ्राई" (Ulster fry) और "बार्मब्रेक" (barmbrack) जैसे शब्दों के साथ, उत्तरी आयरिश व्यंजनों ने भी खाद्य शब्दावली में योगदान दिया है। ये क्षेत्रीय व्यंजन ब्रिटेन के भाषाई विविधता को प्रदर्शित करते हैं।

भारतीय व्यंजन (Indian Cuisine):
भारत के ब्रिटिश उपनिवेशीकरण के परिणामस्वरूप पाक परंपराओं और शब्दावली का महत्वपूर्ण आदान-प्रदान हुआ। "करी," "तंदूरी," "चटनी," और "पॉपपैडम" जैसे शब्द अंग्रेजी भाषा में शामिल किए गए हैं। "एंग्लो-इंडियन व्यंजन" (Anglo-Indian cuisine) शब्द का तात्पर्य ब्रिटिश और भारतीय पाक परंपराओं के मिश्रण से है।

संदर्भ
https://tinyurl.com/mr4apxj3
https://tinyurl.com/4mmz3rv8
https://tinyurl.com/yc6rch6y

चित्र संदर्भ
1. स्कोन्स के साथ अंग्रेजी चाय को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
2. चाय पीते बुजुर्ग को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
3. मीड भी ब्रिटिश आहार का एक हिस्सा था, जो एक प्रकार का किण्वित शहद पेय है, जो पूरे मध्य युग में लोकप्रिय था। को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. लेंट उपवास को संदर्भित करता एक चित्रण (Needpix)
5. रोस्ट डिनर को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
6. रोस्ट गूज़ को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
7. मक्खन को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
8. बीफ़ स्ट्रैगनॉफ़ को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
9. शेफर्ड पाई को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
10. मछली और चिप्स को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
11. संडे रोस्ट को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
12. बैंगर्स और मैश को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
13. पाई और मैश को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
14. ऐप्पल क्रम्बल को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
15. स्कॉच एग्स को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
16. दोपहर की चाय को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
17. हैगिस को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
18. कॉल को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
19. अल्स्टर फ्राई को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
20 . भारतीय व्यंजनों को दर्शाता चित्रण (wikimedia)

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