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अविश्वसनीय रूप से विश्वसनीय होती हैं, क्वार्ट्ज़ घड़ियाँ

मेरठ

 31-07-2024 09:26 AM
सिद्धान्त I-अवधारणा माप उपकरण (कागज/घड़ी)
क्या आप जानते हैं कि हमारे मेरठ में तीन ऐतिहासिक क्लॉक  टावर (Clock Tower) हैं, जो रखरखाव की कमी के कारण अब काम नहीं करते हैं। हालांकि आज घड़ियों,  , स्मार्टफ़ोन और अन्य डिजिटल उपकरणों की उपलब्धता के कारण समय बताना पहले से कहीं ज़्यादा आसान हो गया है, जिस कारण क्लॉक  टावर पहले की भांति व्यवहारिक नहीं रह गए हैं। आज के इस लेख में, हम  क्वार्ट्ज़ घड़ियों की आकर्षक दुनिया का पता लगाएँगे। हम चर्चा करेंगे कि  क्वार्ट्ज़ घड़ियाँ (Quartz Watches) क्या हैं, वे कैसे काम करती हैं, और वे अन्य प्रकार की घड़ियों से कैसे भिन्न हैं?
 क्वार्ट्ज़ घड़ियाँ, सटीक रूप से समय दिखाने के लिए  क्वार्ट्ज़ क्रिस्टल (Quartz Crystal) द्वारा नियंत्रित एक इलेक्ट्रॉनिक ऑसिलेटर (Electronic Oscillator) का उपयोग करती हैं। समय को सटीकता के साथ दर्शाने वाली इस समकालीन विधि को व्यापक रूप से पसंद किया जाता है।  क्वार्ट्ज़ घड़ियाँ उच्च स्तर की सटीकता के साथ घंटों, मिनटों और सेकंड में सटीक समय प्रदर्शित कर सकती हैं। वास्तव में, क्वार्ट्ज़  मूवमेंट (Quartz Movement) आज इस्तेमाल की जाने वाली सबसे आम प्रकार की घड़ी मूवमेंट हैं क्योंकि वे बहुत विश्वसनीय और सटीक हैं। लंबे समय तक, घड़ी निर्माताओं का यही मानना ​​था कि यांत्रिक मूवमेंट (Mechanical Movements) ही घड़ियाँ बनाने का एकमात्र विश्वसनीय तरीका है। वे इन जटिल यांत्रिक डिज़ाइनों को तैयार करने में माहिर भी थे। लेकिन फिर, 1800 के दशक के अंत में, वैज्ञानिकों ने देखा कि  क्वार्ट्ज़ क्रिस्टल (Quartz Crystal) में एक विशेष गुण होता है जिसे पीज़ोइलेक्ट्रिसिटी (Piezoelectricity) कहा जाता है। इसका मतलब था कि उनका उपयोग बहुत सटीक और स्थिर दोलन (Oscillation) बनाने के लिए किया जा सकता है।
1927 में, वॉरेन मैरिसन (Warren Marrison) और जे.डब्ल्यू. हॉर्टन (J.W. Horton) नामक शोधकर्ताओं ने इस  क्वार्ट्ज़ क्रिस्टल दोलन (Quartz Crystal Oscillation) का लाभ उठाते हुए दुनिया की पहली  क्वार्ट्ज़ घड़ी बनाई। हालाँकि,  क्वार्ट्ज़ घड़ियों को व्यापक रूप से इस्तेमाल होने में कुछ समय लगा। इस तकनीक को वास्तव में आगे बढ़ने के लिए 1960 के दशक तक इंतज़ार करना पड़ा, जब सेमीकंडक्टर डिजिटल लॉजिक (Semiconductor Digital Logic) का आविष्कार हुआ।
1962 में, स्विस और जापानी कंपनियों ने पहली "बीटा-1"   घड़ियाँ (Beta-1 Quartz Watches) विकसित कीं, जिन्हें उन्होंने समय देखने के लिए अधिक विश्वसनीय और सटीक तरीके के रूप में प्रचारित किया। 1969 में, जापानी कंपनी सेको (Seiko) ने दुनिया की पहली व्यावसायिक रूप से उपलब्ध  क्वार्ट्ज़ घड़ी लॉन्च की। ये शुरुआती मॉडल  काफ़ी महंगे थे, जिनकी कीमत उस समय टोयोटा कोरोला (Toyota Corolla) जितनी थी।
 क्वार्ट्ज़ घड़ियों ने साबित कर दिया कि आपको समय को सटीक रूप से बताने के लिए किसी जटिल यांत्रिक मूवमेंट (Mechanical Movement) की आवश्यकता नहीं है।  क्वार्ट्ज़ क्रिस्टल, बैटरी और छोटी मोटरों का सरल संयोजन इस काम को और अधिक प्रभावी ढंग से कर सकता है।  क्वार्ट्ज़ क्रिस्टल अपने आस-पास के तापमान और दबाव के आधार पर थोड़ी अलग आवृत्तियों पर कंपन करते हैं। इसका मतलब यह है कि एक स्थिर तापमान पर रखी गई घड़ी बदलते तापमान के संपर्क में आने वाली घड़ी की तुलना में अधिक सटीक रूप से समय बताएगी।
चलिए संक्षेप में जानते हैं कि  क्वार्ट्ज़ घड़ी कैसे काम करती है:
1. बैटरी पावर (Battery Power): एक बैटरी माइक्रोचिप सर्किट (Microchip Circuit) को बिजली प्रदान करती है।
2. माइक्रोचिप सर्किट (Microchip Circuit): माइक्रोचिप सर्किट  क्वार्ट्ज़ क्रिस्टल को एक सटीक आवृत्ति (प्रति सेकंड 32768 बार) पर कंपन कराता है।
3. ऑसिलेशन डिटेक्शन (Oscillation Detection): एक अन्य माइक्रोचिप सर्किट (Microchip Circuit) क्रिस्टल के कंपन का पता लगाता है और उन्हें नियमित इलेक्ट्रिक पल्स (प्रति सेकंड एक) में परिवर्तित करता है।
4. इलेक्ट्रिक स्टेपिंग मोटर (Electric Stepping Motor): ये इलेक्ट्रिक पल्स एक छोटी इलेक्ट्रिक मोटर को चलाते हैं, जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक शक्ति में परिवर्तित करती है।
5.  गेयर मूवमेंट (Gear Movement): ये छोटे  गेयर समय बताने के लिए घड़ी के चारों ओर सुइयों को घुमाते हैं।
क्वार्ट्ज़  क्रिस्टल इसलिए भी विशेष होते हैं, क्योंकि वे पीज़ोइलेक्ट्रिक  (Piezoelectric) होते हैं। इसका मतलब है कि जब उन पर बिजली दौड़ाई जाती है तो वे कंपन कर सकते हैं और कंपन करने पर बिजली उत्पन्न कर सकते हैं। इसलिए घड़ी की बैटरी वास्तव में काफी लंबे समय तक चलती है। यही गुण  क्वार्ट्ज़ को घड़ियों में इतना कुशल बनाता है।
क्वार्ट्ज़ घड़ियों के कुछ प्रचलित लाभ निम्नवत दिए गए हैं:
सटीकता:  क्वार्ट्ज़ घड़ियाँ, मैकेनिकल घड़ियों (Mechanical Watches) की तुलना में अधिक सटीक होती हैं। उन्हें घुमाने या सर्विस (Service) करने की ज़रूरत नहीं होती है, जिस कारण उनका रखरखाव भी आसान होता है।
वहनीयता:  क्वार्ट्ज़ घड़ियाँ आम तौर पर मैकेनिकल घड़ियों की तुलना में अधिक किफ़ायती होती हैं। अगर आप बिना ज़्यादा पैसे खर्च किए उच्च गुणवत्ता वाली घड़ी चाहते हैं, तो यह आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकती हैं।
विश्वसनीयता:  क्वार्ट्ज़ घड़ियाँ अविश्वसनीय रूप से विश्वसनीय होती हैं, और उन्हें बहुत कम रखरखाव की आवश्यकता होती है। वे बैटरी द्वारा संचालित होती हैं, इसलिए आपको उन्हें घुमाने के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
स्टाइल:  क्वार्ट्ज़ घड़ियाँ कई तरह की स्टाइल और डिज़ाइन (Design) में आती हैं। चाहे आपको क्लासिक (Classic) और एलिगेंट (Elegant) या स्पोर्टी (Sporty) और  रगेड (Rugged) आदि किसी भी प्रकार की घड़ी पसंद हो, आपके लिए हर प्रकार की  क्वार्ट्ज़ घड़ी बनी हुई है। कुल मिलाकर यदि आप एक ऐसी घड़ी की तलाश में हैं जो सटीक, विश्वसनीय या स्टाइलिश हो, तो  क्वार्ट्ज़ घड़ी एक बढ़िया विकल्प सकती हैं। उचित देखभाल और रखरखाव करने पर क्वार्ट्ज घड़ी कई वर्षों तक चल सकती है।
 
संदर्भ
https://tinyurl.com/2y733mez
https://tinyurl.com/24plugjh
https://tinyurl.com/22h9dthd

चित्र संदर्भ
1. क्वार्ट्ज़ घड़ी को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. विसंयोजित एनालॉग क्वार्ट्ज़ घड़ी को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
3. क्वार्ट्ज़ घड़ी के भीतर के भागों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. बीटा घड़ी को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5. ब्राज़ील से क्वार्ट्ज़ क्रिस्टल क्लस्टर को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
6. ओमेगा नक्षत्र मेगाक्वार्ट्ज़ F4.19mhz जहाज घड़ी को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
7. नागरिक एनालॉग-डिजिटल को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
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