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हमारे देश भारत में दुनिया भर में सबसे अधिक इंजीनियरिंग शिक्षा संस्थान और इनके लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे हैं, जिनसे हर साल लगभग 15 लाख इंजीनियरिंग स्नातक निकलते हैं। और यही कारण है कि भारत में इंजीनियरों की संख्या भी किसी अन्य देश की तुलना में सबसे अधिक है। भारत में तकनीकी शिक्षा प्रदान करने वाले 2,500 इंजीनियरिंग कॉलेज, 1,400 पॉलिटेक्निक और 200 योजना और वास्तुकला विद्यालय हैं। हालांकि संसद के अधिनियमों के तहत तकनीकी शिक्षा के लिए अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्तर पर कुल 23 'भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान' (Indian Institutes of Technology (IITs), कुल 31 'राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान' (National Institutes of Technology (NITs)) और 25 'भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान' (Indian Institutes of Information Technology (IIITs) जैसे स्वायत्त संस्थान हैं, जिनसे हर साल तैयार होने वाले लाखों इंजीनियरिंग स्नातकों में से केवल पांच प्रतिशत ही निकलते हैं।
जबकि राज्य स्तर के स्वायत्त संस्थानों और UGC द्वारा अनुमोदित एकात्मक विश्वविद्यालयों द्वारा 5% से थोड़ा अधिक इंजीनियरिंग स्नातक उत्पादित किए जाते हैं। शेष 90% से अधिक इंजीनियरिंग स्नातक निजी और गैर-स्वायत्त राज्य स्तरीय इंजीनियरिंग शिक्षा संस्थानों द्वारा तैयार किए जाते हैं। इन संस्थाओं को छात्रों को प्रवेश देने से पहले ऐसे पाठ्यक्रम चलाने के लिए नियामक प्राधिकरण 'अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद' (All India Council for Technical Education (AICTE)) से अनुमोदन प्राप्त करना होता है। भारत में इंजीनियरिंग स्नातक के लिए सबसे आम पाठ्यक्रमों में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग और केमिकल इंजीनियरिंग जैसी इंजीनियरिंग शाखाएँ प्रमुख हैं।
भारत के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (Joint Entrance Examination (JEE)) आयोजित की जाती है। इसमें दो अलग-अलग परीक्षाएं होती हैं: जेईई-मेन (JEE-Main) और जेईई-एडवांस्ड (JEE-Advanced)। संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण (Joint Seat Allocation Authority (JoSAA)) द्वारा जेईई-मेन या जेईई-एडवांस्ड में एक छात्र द्वारा प्राप्त रैंक के आधार पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों और अन्य सरकारी वित्त पोषित तकनीकी परिसरों के लिए संयुक्त प्रवेश प्रक्रिया आयोजित की जाती है। कुछ संस्थान जैसे 'भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान' (Indian Institutes of Science Education and Research (IISERs), 'भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान' (Indian Institute of Petroleum and Energy (IIPE)), 'राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान' (Rajiv Gandhi Institute of Petroleum Technology (RGIPT)), 'भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान' (Indian Institute of Space Science and Technology (IIST)), और 'भारतीय विज्ञान संस्थान' (Indian Institute of Science (IISc) भी जेईई-एडवांस्ड परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश देते हैं, यद्यपि ये संस्थान संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण का हिस्सा नहीं हैं।
जेईई-मेन परीक्षा का आयोजन 'राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी' (National Testing Agency (NTA)) द्वारा किया जाता है। जेईई-मेन में दो पेपर होते हैं, पेपर-I और पेपर-II। अभ्यर्थी इनमें से कोई एक या दोनों पेपर दे सकते हैं। दोनों पेपरों में बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं। पेपर- I बी.ई./बी.टेक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए है और कंप्यूटर आधारित टेस्ट मोड में आयोजित किया जाता है। पेपर- II बी.आर्क (B.Arch) और बी.प्लानिंग (B.Planning) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए है और एक पेपर 'ड्राइंग टेस्ट' (Drawing Test) को छोड़कर कंप्यूटर आधारित टेस्ट मोड में भी आयोजित किया जाता है। ड्राइंग टेस्ट ऑफ़लाइन मोड में आयोजित किया जाता है। जनवरी 2020 से, बी.प्लानिंग पाठ्यक्रमों के लिए अलग से एक अतिरिक्त पेपर-III शुरू किया गया है।
2018 तक, जेईई-मेन पेपर-I तीन घंटे लंबा होता था और इसमें तीन विषयों (भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित) में से प्रत्येक में तीस प्रश्न होते थे। सही उत्तरों के लिए 4 अंक दिए जाते हैं और गलत उत्तरों के लिए 1 अंक काट लिया जाता है। जनवरी 2020 में NTA द्वारा 20 एकल विकल्प प्रश्नों और 5 संख्यात्मक प्रकार के प्रश्नों के साथ प्रति विषय 25 प्रश्नों वाला एक नया पैटर्न पेश किया गया। एकल-विकल्प और संख्यात्मक दोनों प्रकार के प्रश्नों में, सही उत्तरों के लिए 4 अंक दिए जाते हैं और गलत उत्तरों के लिए 1 अंक काटा जाता है। यदि प्रश्न बिना प्रयास किए छोड़ दिया जाता है तो कोई अंक नहीं दिया या काटा जाता।
जेईई-एडवांस्ड परीक्षा IIT's और IISc बैंगलोर, IIST तिरुवनंतपुरम, भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान, भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान, राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान सहित कुछ अन्य समान रूप से प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। यह परीक्षा हर साल किसी एक आईआईटी द्वारा आयोजित की जाती है। 2020 में परीक्षा आईआईटी दिल्ली द्वारा और 2021, 2022 और 2023 में, यह क्रमशः आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी गुवाहाटी द्वारा आयोजित की गई थी। केवल जेईई मेन के शीर्ष 2,50,000 छात्र ही जेईई-एडवांस्ड परीक्षा दे सकते हैं।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा 16,000 से अधिक सीटों पर प्रवेश दिया जाता है, जबकि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा 21,000 से अधिक छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। और IIT और अन्य भाग लेने वाले विश्वविद्यालयों में संयुक्त रूप से 10,000 से अधिक सीटें उपलब्ध हैं। जबकि, हर साल लगभग 8 लाख उम्मीदवार जेईई मेन के लिए पंजीकरण करते हैं। ऐसे में कई छात्रों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या वे जेईई परीक्षा दिए बिना भी इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश कर सकते हैं? इसका उत्तर ‘हां’ है। केवल जेईई मेन इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एकमात्र प्रवेश परीक्षा नहीं है, कई इंजीनियरिंग कॉलेज अपनी प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं और कुछ संस्थाओं द्वारा कक्षा 12 के अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाता है।
तमिलनाडु इंजीनियरिंग प्रवेश (Tamil Nadu Engineering Admissions (TNEA))- TNEA तमिलनाडु के 440 से अधिक इंजीनियरिंग कॉलेजों में बीटेक प्रवेश के लिए तकनीकी शिक्षा निदेशक (Director of Technical Education (DoTE)) द्वारा आयोजित राज्य प्रवेश परीक्षा है। इसके लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट tneaonline.org पर पंजीकरण करना होता है। राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में छात्रों को 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाता है।
राजस्थान इंजीनियरिंग प्रवेश प्रक्रिया (Rajasthan Engineering Admission Process (REAP)) - इसके लिए कोई अलग प्रवेश परीक्षा नहीं होती है। कक्षा 12 या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र तथा इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा धारक भी REAP 2023 के लिए पात्र होते हैं। इसमें प्रवेश 'सेंटर फॉर इलेक्ट्रॉनिक गवर्नेंस' (Centre for Electronic Governance (CEG)) द्वारा तैयार की गई मेरिट सूची के आधार पर दिया जाता है।
पंजाब बीटेक प्रवेश (Punjab B.Tech Admission) - राज्य 12वीं कक्षा या जेईई मेन में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों को प्रवेश देता है। उम्मीदवारों को अनिवार्य विषयों के रूप में भौतिकी और गणित और वैकल्पिक विषयों के रूप में रसायन विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, जीव विज्ञान के साथ किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 12 की परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। प्रस्तावित कुल सीटों में से 85% सीट पंजाब के छात्रों के लिए आरक्षित होती हैं।
मणिपाल प्रवेश परीक्षा (MET) - 'मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन' (Manipal Academy of Higher Education (MAHE)) द्वारा राज्य में बीटेक पाठ्यक्रमों सहित विभिन्न कार्यक्रमों में प्रवेश देने के लिए अपनी प्रवेश परीक्षा MET का आयोजन किया जाता है।
वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (VITEEE) - 'वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी' (Vellore Institute of Technology (VIT)) द्वारा VITEEE परीक्षा आयोजित की जाती है। इस परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को चार VIT परिसरों (वेल्लोर, चेन्नई, भोपाल और अमरावती) में से किसी एक में प्रवेश मिल जाता है। 12वीं कक्षा में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित या जीव विज्ञान में न्यूनतम 60% अंक प्राप्त करने वाले छात्र इस परीक्षा में आवेदन करने के लिए पात्र होते हैं।
गुजरात कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (Gujarat Common Entrance Test (GUJCET)) - GUJCET में उत्तीर्ण छात्रों को मेरिट लिस्ट के आधार पर प्रस्तावित बीटेक, बीई या पसंदीदा पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाता है।
SRMJEEE - 'एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी' (SRM Institute of Science and Technology (SRMIST)) संस्थान द्वारा विभिन्न बीटेक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए हर साल एक परीक्षा आयोजित की जाती है।
इस वर्ष NTA द्वारा आयोजित जेईई मेन 2024 परीक्षा के सत्र 2 के लिए 99,086 छात्रों ने पंजीकरण किया था, जबकि परीक्षा में कुल 71,009 छात्र उपस्थित हुए। जेईई मेन 2024 अप्रैल सत्र पंजीकरण संख्या 11,79,569 है। दोनों सत्रों से पंजीकृत सामान्य उम्मीदवारों की संख्या 9,24,636 है जबकि जेईई मेन परीक्षा के दोनों सत्रों में उपस्थित होने वाले छात्रों की संख्या 8,22,899 है। जेईई मेन 2024 जनवरी सत्र 24, 27, 29, 30, 31 जनवरी और 1 फरवरी को आयोजित किया गया था। NTA ने 319 शहरों के 571 परीक्षा केंद्रों पर जेईई मेन परीक्षा आयोजित की थी।
जेईई मेन 2024 के लिए पंजीकृत और उपस्थित हुए उम्मीदवारों की संख्या को निम्न तालिका द्वारा समझा जा सकता है:
- पेपर 2 के लिए जेईई (मेन) 2024 के सभी दो (जनवरी/अप्रैल) सत्रों में पंजीकृत आम उम्मीदवारों की संख्या:
99,086
- पेपर 2 के लिए जेईई (मेन) 2024 के सभी दो (जनवरी/अप्रैल) सत्रों में उपस्थित सामान्य उम्मीदवारों की संख्या:
71,009
- जेईई (मुख्य) - 2024 परीक्षा के लिए बी.आर्क (सत्र 2) में पंजीकृत उम्मीदवारों की संख्या:
73,362
- जेईई (मुख्य) - 2024 परीक्षा के लिए बी.आर्क (सत्र 2) में उपस्थित उम्मीदवारों की संख्या:
36,707
- जेईई (मुख्य) – 2024 परीक्षा के लिए बी.प्लानिंग (सत्र 2) में पंजीकृत उम्मीदवारों की संख्या:
38,105
- जेईई (मुख्य) - 2024 परीक्षा के लिए बी.प्लानिंग (सत्र 2) में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों की संख्या:
16,228
इस वर्ष 'संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण' (JOSAA) सीट मैट्रिक्स में पिछले वर्ष की तुलना में 2,765 सीटों की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। गत वर्ष की 57,152 सीटों की तुलना में इस वर्ष सीटों की संख्या बढ़कर 59,917 हो गई। JoSAA द्वारा काउंसलिंग अधिसूचना के IITs में 17,740 सीटें, NITs में 24,229, IIITs में 8,546 और GFTIs में 9,402 सीटें जारी की गई हैं। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट- josaa.nic.in पर JoSAA सीट मैट्रिक्स की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
संदर्भ
https://tinyurl.com/39wfppbc
https://tinyurl.com/bdf3v8hy
https://tinyurl.com/yecufhnx
https://tinyurl.com/2a8m9juy
https://tinyurl.com/37f4tmz6
चित्र संदर्भ
1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़कपुर के छात्रों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. 5 MOE वित्तपोषित IIITs (हरा) और 21 PPP IIITs (नीला) को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़कपुर के छात्रों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. मोबाइल पर वाईफाई टेस्ट करते युवाओं को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5. एक परीक्षा हाल को दर्शाता चित्रण (The Ken)
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