फूल हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा हैं। धार्मिक एवं आध्यात्मिक काम, उत्सव, त्यौहार, सजावट, श्रृंगार, औषधी आदि के लिए हम फूलों का इस्तेमाल करते हैं। फूलों का सबसे महत्वपूर्ण अंग है उनकी प्रसन्नता प्रदान करने वाली खुशबू। हर अलग फूल अलग प्रकार की खुशबू देता है, एक ही गण के फूल भी बहुत बार विभिन्न खुशबू बाँटते हैं। आखिर इस खुशबू के पीछे क्या राज़ छुपा है?
फूलों की खुशबु असल में उनके प्रजनन एवं अलग कार्यों को पूर्ण करने का मार्ग है। फूलों की खुशबु परागण अथवा खाद्य को आकर्षित करने का विकासवादी तंत्र है। विभिन्न फूल अलग-अलग प्रकार की गंध देते हैं, हर प्रकार की गंध का कार्य अलग रहता है। फूल उनके हितेषी परागण को आकर्षित करने के लिए एक विशिष्ट प्रकार की खुशबू फैलाते हैं वो भी समय के हिसाब से, इसीलिए कुछ फूल सुबह सुगंध देते हैं तो कुछ शाम या कुछ रात में और कुछ हर पल, बस उसकी तीव्रता बदलती है। कुछ फूलों के अपने परागण होते हैं जो बस उसी फूल के इर्द-गिर्द मंडराते हैं जैसे ऑर्किड (orchid) इस फूल की खुशबू कम-से-कम 100 रसायनों से बनी होती है तथा इतनी विशिष्ट कि एक और सिर्फ एक ही जाति का कीड़ा इस फूल की एक जाति पर बैठेगा।
फूलों की गंध उनकी पंखुड़ियों से एक रासायनिक तैल के रूप में निकलती है, इन्हें शास्त्रज्ञ उदवायी यौगिक कहते हैं। फूलों में कम से कम 7-10 अथवा ज्यादा से ज्यादा 100 प्रकार के रसायनिक तैल होते हैं। मान्यता है कि इब्न सीना, इस फ़ारस के चिकित्सक ने कुछ 1200 साल पहले गुलाबों से पहली बार इत्र तैयार किया था। परागण फूलों पर बैठते हैं तब उनके पैरों में अथवा उनके शारीर की लव में उस फूल के पराग अटक जाते हैं जो फिर इस तरीके से फूलों के प्रजनन में मदद करते हैं, पराग को एक जगह से दूसरी जगह ले जाकर, मानो जैसे परागन इन फूलों के यातायात के अनोखे साधन हैं।
कुछ फूल मांसाहारी होते हैं जो उनके खाने योग्य कीटकों को आकर्षित करने के लिए सड़े-गले मांस अथवा ऐसी कुछ गन्दी बदबू भरे गंध फैलाते हैं। कुछ फूल उन्हें नुकसान पहुंचाने वाले कीटकों को दूर रखने के लिए उन कीटकों के लिए रोषकारक गंध फैलाते हैं।
यह कारण है कि फूलों में इतनी विभिन्न प्रकार की खुशबू रहती है, कुछ अच्छी कुछ बुरी, प्रकृति की एक अनोखी योजना जो इन्हें सुरक्षित रख सके और प्रजनन में मदद करे।
1. एडवांसेस इन इन्सेक्ट केमिकल इकोलॉजी: एडिटेड- कार्डे रिंग, जोसेलीन मिल्लर
https://books.google.co.in/books?id=066fXjl_1wC&pg=PA151&dq=why+do+flowers+smell?&hl=en&sa=X&ved=0ahUKEwjxvqqmdrZAhUT4o8KHccPDjwQ6AEIKDAA#v=onepage&q=why%20do%20flowers%20smell%3F&f=false
2. द हिडन पॉवर ऑफ़ स्मेल: हाउ केमिकल्स इन्फ्लुएंस अवर लाइव्ज़ एंड बिहेविअर- पॉल मूर
https://books.google.co.in/books?id=XlJ1CgAAQBAJ&pg=PA49&dq=why+do+flowers+smell?&hl=en&sa=X&ved=0ahUKEwjxvqqmdrZAhUT4o8KHccPDjwQ6AEIMzAC#v=onepage&q=why%20do%20flowers%20smell%3F&f=false
3. http://scienceline.org/2013/01/making-scents-the-aromatic-world-of-flowers/
4. बायोलॉजी ऑफ़ फ्लोरल सेंट-: एडिटेड- नतालिया दुड़ारेवा, एरन पिचरस्की
https://books.google.co.in/books?id=wd3mlhZGLAMC&printsec=frontcover&dq=how+do+flowers+produce+scen&hl=en&sa=X&ved=0ahUKEwjq8r_MmdrZAhUDPI8KHeNnCcUQ6AEIKDAA#v=onepage&q=how%20do%2flowers%20produce%20scent&f=false
5. पोलिनेशन बायोलॉजी: बायोडायवर्सिटी कोन्सेर्वेशन एंड एग्रीकल्चरल प्रोडक्शन- धरम अब्रोल
https://books.google.co.in/books?id=clwm8CSIIdIC&pg=PA51&dq=how+do+flowers+produce+scent&hl=en&sa=X&ved=0ahUKEwjq8r_MmdrZAhUDPI8KHeNnCcUQ6AEIPDAE#v=onepage&q=how%20do%20flowers%20produce%20scent&f=false
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