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जानें लखनऊ की बेटी व रॉकेट स्त्री ऋतु करिधाल का वैज्ञानिक बनने का सफर

लखनऊ

 24-07-2023 10:35 AM
आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

हाल ही में 14 जुलाई को भारत द्वारा तीसरे चंद्र मिशन (mission) ‘चंद्रयान- 3’ (Chandrayaan-3) का आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थित ‘सतीशधवन अंतरिक्ष केंद्र’ (Satish Dhawan Space Centre- SDSC) से दोपहर 2.35 बजे, सफलतापूर्वक प्रमोचन किया गया, जिससे भारत के गौरवशाली इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया।
क्या आप जानते हैं, कि चंद्रयान-3 मिशन का नेतृत्व हमारे शहर लखनऊ की ही बेटी ऋतु करिधाल श्रीवास्तव ने किया है। ऋतु करिधाल श्रीवास्तव ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन’ (Indian Space Research Organisation (ISRO) में एक महिला वैज्ञानिक हैं। ऋतुजी को भारत की ‘रॉकेट स्त्री’ (Rocket Woman) के नाम से भी जाना जाता है। ऋतु करिधाल बचपन से ही एक अत्यंत बुद्धिमान छात्रा थी। अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति उनका जुनून उनके बचपन में ही शुरू हो गया था। वह अपने विद्यालय के दिनों में इसरो और संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) की अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था ‘नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन’ (National Aeronautics and Space Administration (NASA) द्वारा संचालित अंतरिक्ष गतिविधियों से संबंधित समाचार लेख एकत्र करती थीं। 1996 में उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से भौतिकी (Physics) में मास्टर ऑफ़ साइंस (Master of Science (MSc) की डिग्री हासिल करने के बाद, बेंगलुरु में ‘भारतीय विज्ञान संस्थान’ (Indian Institute of Science (IIS) से मास्टर ऑफ़ टेक्नोलॉजी (Master of Technology (M.Tech) की डिग्री प्राप्त की। नवंबर 1997 में, वह इसरो में शामिल हो गईं, जिससे अंतरिक्ष संगठन में उनके पेशे की शुरुआत हुई। इन वर्षों में, वह संगठन की कई प्रतिष्ठित परियोजनाओं में शामिल रही हैं, जहां उन्होंने अपनी विशेषज्ञता और नेतृत्व क्षमताओं का बखूबी प्रदर्शन किया है। आइए, अब ऋतु जी द्वारा प्राप्त की गई भौतिकी विषय में स्नातकोत्तर डिग्री के विषय में विस्तार से जानते हैं। भौतिकी विषय में स्नातकोत्तर डिग्री या एमएससी भौतिकी पाठ्यक्रम कई क्षेत्रों में उपयोगी होता है। औषधि विज्ञान, पर्यावरण संरक्षण, भौतिकी अनुसंधान, विकिरण सुरक्षा केंद्र, तेल और गैस (Gas) क्षेत्र, अंतरिक्ष संगठन तथा ऊर्जा कंपनियां आदि कुछ शीर्ष क्षेत्र है, जहां एमएससी पाठ्यक्रम उपयोगी होता है। एमएससी भौतिकी पाठ्यक्रम और विषय उम्मीदवारों को संबंधित पेशों के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से सुसज्जित और प्रशिक्षित करते हैं। यह एक व्यावहारिक पाठ्यक्रम है, जो छात्रों को अपने कौशल में उत्कृष्टता प्राप्त करने का अवसर देता है। भौतिकी पाठ्यक्रम में स्नातकोत्तर होने पर, सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों के विभिन्न उद्योगों और संगठनों में रोजगार प्राप्त किया जा सकता है। एमएससी भौतिकी डिग्री (Degree) प्राप्त करने पर छात्रों के लिए कई पेशेवर विकल्प उपलब्ध हैं।
उपरोक्त शीर्ष क्षेत्रों के अलावा, निम्नलिखित कुछ अन्य क्षेत्र हैं, जिनमें ऐसे स्नातकों की भर्ती की जाती है:
1. अनुसंधान और विकास
2. अंतरिक्ष और खगोल विज्ञान
3. संग्रहालय और तारा–घर (Museum & Planetarium)
4. स्वास्थ्य देखभाल एवं सरकारी अस्पताल
5. नवीकरणीय या गैर-नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र
6. रोबोटिकस् (Robotics)
7. नैनो-प्रौद्योगिकी (Nano-Technology)
8. नैनो-विज्ञान (Nano-Science)
9. भूभौतिकी और मौसम विज्ञान
10. रक्षा सेवाएं
11. चिकित्सा अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र यह पाठ्यक्रम पूरा करने वाले छात्रों के लिए, विदेशों में भी कई पेशेवर अवसरों की एक विस्तृत श्रृंखला मौजूद है। आज इस क्षेत्र में पेशेवरों की विशेषज्ञता और उनका अनुभव बढ़ रहा है, जिसके परिणामस्वरूप विदेशों में भी आकर्षक वेतन के साथ पेशों के अवसर काफ़ी बढ़ रहे हैं। विदेश में एमएससी भौतिकी के बाद सबसे अच्छे पेशों में, अनुसंधान विश्लेषक (Research Analyst), पर्यवेक्षण वैज्ञानिक (Observation Scientist), सहायक वैज्ञानिक, भौतिकी प्रशिक्षण प्रबंधक, सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software Engineer), नेटवर्क व्यवस्थापक (Network Administrator), सूचना प्रौद्योगिकी सलाहकार (Information Technology Consultant), सुरक्षा विशेषज्ञ (Security Expert), जावा डेवलपर (Java Developer), इंटरफेस इंजीनियर (Interface Engineer), व्याख्याता, प्रयोगशाला सहायक, उत्पाद इंजीनियर (Product Engineer) और कई अन्य पेशे शामिल हैं। इतने आकर्षक पेशेवर विकल्पों के बारे में जानने के बाद, अगर आप अपने बच्चों या जान पहचान के लोगों को इस विषय के बारे में सूचित करना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं कि यह पाठ्यक्रम कहां पूर्ण कर सकते हैं!
बेंगलुरु के ‘भारतीय विज्ञान संस्थान’ में स्नातक (Under graduate) कार्यक्रम के तहत निम्नलिखित पाठ्यक्रम सेवाएं प्रदान की जाती हैं–
विज्ञान स्नातक या बैचलर ऑफ साइंस (Bachelor of Science (BSc) [अनुसंधान]
तकनीकी स्नातक या बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी(Bachelor of Technology (B.Tech)[गणित और कंप्यूटिंग(Computing)]
जबकि, स्नातकोत्तर (Post graduate) कार्यक्रम के तहत निम्नलिखित पाठ्यक्रम सेवाएं प्रदान की जाती हैं–
1. तकनीकी स्नातकोत्तर या मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (Master of Technology (M.Tech) और डिज़ाइन स्नातकोत्तर या मास्टर ऑफ डिजाइन (Master of Design (M.Des)
 2. मास्टर ऑफ मैनेजमेंट (Master of Management (M.Mgt)
3. मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (Online) – प्रायोजित उम्मीदवारों के लिए
4. मास्टर ऑफ साइंस (Master of Science (M.sc.)
• स्नातकोत्तर अनुसंधान कार्यक्रम के तहत निम्नलिखित पाठ्यक्रम सेवाएं प्रदान की जाती हैं-
1. एकीकृत डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (Doctor of Philosophy (Ph.D)
2. मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (अनुसंधान) और पीएच.डी.
3. पीएच.डी/एम.टेक (अनुसंधान) के लिए बाह्य पंजीकरण कार्यक्रम
इसके अलावा यहां भारतीय प्रवासी नागरिकों और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए भी कुछ कार्यक्रम उपलब्ध हैं।
इसके साथ ही, इसरो का अंतरिक्ष विभाग विज्ञान स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्रों के लिए विशेषज्ञता और योग्यता के विभिन्न क्षेत्रों में पेशेवर अवसर प्रदान करता है।
कुछ ऐसे ही पेशेवर अवसर निम्नलिखित हैं–
1. वैज्ञानिक एवं इंजीनियरों के लिए पद – इलेक्ट्रॉनिक्स (Electronics), मैकेनिकल (Mechanical), कंप्यूटर विज्ञान (Computer Science), इलेक्ट्रिकल (Electrical), भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित आदि क्षेत्रों में ये पद होते हैं।
2. तकनीकी सहायक एवं वैज्ञानिक सहायकों के लिए पद
3. तकनीशियन एवं मानचित्रकार (Draughtsman) के लिए पद तथा
4. प्रशासनिक अधिकारी, लेखा अधिकारी, खरीद एवं भंडार अधिकारी, सहायक, कनिष्ठ कार्मिक सहायक आदि।
इन पदों के लिए भर्ती इसरो केंद्रीकृत भर्ती बोर्ड (ISRO Centralised Recruitment Board) या फिर विभिन्न केंद्रों/इकाईयों/स्वायत्त निकायों के माध्यम से की जाती है। दूसरी ओर, हमारे देश में एक ऐसा संस्थान है,जो इसरो के पेशों में हमारे प्रवेश का मार्ग प्रशस्त करता है। वह संस्थान ‘भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान’ (Indian Institute of Space Science and Technology (IIST) है। यह संस्थान अंतरिक्ष विज्ञान के अध्ययन और अनुसंधान हेतु एक सरकारी सहायता प्राप्त संस्थान और डीम्ड विश्वविद्यालय (Deemed University) है, जो केरल के वलियामाला शहर में स्थित है। यह एशिया (Asia) का ऐसा पहला विश्वविद्यालय है, जो पूरी तरह से बाह्य अंतरिक्ष के अध्ययन और अनुसंधान के लिए समर्पित है। आईआईएसटी अंतरिक्ष विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोगों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ नियमित इंजीनियरिंग स्नातक, स्नातकोत्तर और अनुसंधान कार्यक्रम प्रदान करता है।

संदर्भ
https://tinyurl.com/25msx7ek
https://tinyurl.com/4yzx4zys
https://tinyurl.com/kwtzm796
https://tinyurl.com/r6btt8mu
https://tinyurl.com/2y265b59
https://tinyurl.com/yvhc2yta

चित्र संदर्भ
1. रॉकेट स्त्री ऋतु करिधाल को दर्शाता चित्रण (wikimedia, youtube)
2. ऋतु करिधाल जी की एक पुरानी छवि को दर्शाता चित्रण (youtube)
3. इसरो के एक राकेट को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. अपने परिवार के साथ ऋतु करिधाल जी को दर्शाता चित्रण (youtube)
5. ब्रह्माण्ड को दर्शाता चित्रण (wikimedia)



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