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आपने आमतौर पर सबसे सुंदर और अद्वितीय पैटर्न वाली तितलियों को देखा अथवा उनके बारे में पढ़ा या सुना जरूर होगा। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि दुनियां की सबसे बड़ी तितलियां कौन सी हैं, और यह कितनी बड़ी हो सकती हैं?
तितलियाँ बेहद ही खूबसूरत जीव होती हैं जो परागण और पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। दुनिया में तितलियों की लगभग 17,500 प्रजातियां पाई जाती हैं, और वे अंटार्कटिका (Antarctica) को छोड़कर लगभग हर महाद्वीप पर पाई जा सकती हैं। इन्हें आम तौर पर गर्म, खुले इलाकों या जंगलों में देखा जा सकता है, जहाँ ये चमकीले फूलों की तेज सुगंध से आकर्षित होती हैं। तितलियों और पतंगों ने अपने वातावरण में जीवित रहने और पनपने की अविश्वसनीय क्षमता विकसित कर ली है। उन्होंने अपना अस्तित्व सुनिश्चित करने के लिए कई रिकॉर्ड तोड़े हैं और असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं।
आइए इनमें से कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियों के बारे में जानते हैं।
१. स्किपर्स “Skippers” (सबसे तेज़ तितली): स्किपर्स प्राकृतिक धावक मानी जाते हैं और 37 मील प्रति घंटे तक की गति तक पहुँच सकती हैं। उन्हें यह नाम उनकी त्वरित उड़ान पैटर्न के कारण मिला है। चौंकने पर वे मनुष्यों की तुलना में दोगुनी तेज़ी से प्रतिक्रिया कर सकती हैं। अंटार्कटिका को छोड़कर ये तितलियाँ पूरी दुनिया में पाई जाती हैं।
२. पेंटेड लेडी “Painted Lady” (सबसे लंबा प्रवास): पेंटेड लेडी उष्णकटिबंधीय अफ्रीका से आर्कटिक तक 9,000 मील की लंबी यात्रा पर निकलती हैं। तितलियों की यह यात्रा लगातार छह पीढ़ियों तक चरणों में पूरी होती है। इन तितलियों ने हाल ही में सबसे लंबे प्रवास के मामले में मोनार्क तितली (Monarch Butterfly) को भी पीछे छोड़ दिया है। पेंटेड लेडी अंटार्कटिका और ऑस्ट्रेलिया (Australia) को छोड़कर हर महाद्वीप पर पाई जाती हैं और विभिन्न आवासों के लिए अनुकूल हो सकती हैं।
३. स्फिंक्स मोथ “Sphinx Moth” (सबसे लंबी सूंड): स्फिंक्स मॉथ की सूंड की लंबाई एक फुट तक होती है। इस तितली को मेडागास्कर ऑर्किड (Madagascar Orchid) का एकमात्र परागण कर्ता माना जाता है। चार्ल्स डार्विन (Charles Darwin) ने ऑर्किड के अपने अध्ययन के आधार पर इस कीट के अस्तित्व की भविष्यवाणी की गई थी।
४. पियरकोलियास फ़ोर्सटेरी “Piercollias Forsteri” (सबसे ऊंची उड़ान भरने वाली तितली): पियरकोलियास, को फोर्स्टेरी बोलीविया (Bolivia) के ऊंचे एंडीज पहाड़ों (Andes Mountains) में देखा जा सकता है। यह समुद्र तल से लगभग 4,200 मीटर की ऊंचाई पर उड़ती है। उन्होंने ऐसे कठोर वातावरण में जीवित रहने के लिए खुद को अनुकूलित कर लिया है।
5. रानी एलेक्जेंड्रा “Queen Alexandra” (सबसे बड़ी तितली): मादा रानी एलेक्जेंड्रा के पंखों का फैलाव लगभग 31 सेंटीमीटर तक हो सकता है, जिसके साथ ही वह दुनिया की सबसे बड़ी तितलियों में से एक बन जाती हैं। ये तितलियाँ उत्तरी पापुआ न्यू गिनी (Northern Papua New Guinea) के वर्षावनों में रहती हैं। ये तितलियाँ बड़े पौधों को परागित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं जिन्हें अन्य कीड़े प्रबंधित नहीं कर सकते। दुर्भाग्य से, ताड़ के तेल के बागानों के लिए उनके निवास स्थान को तेजी से नष्ट किया जा रहा है।
पंखों के फैलाव के अवरोही (घटते हुए) क्रम में सूचीबद्ध, विभिन्न तितली प्रजातियों की सूची निम्नवत दी गई है:
१. क्वीन एलेक्जेंड्रा बर्डविंग (Queen Alexandra Birdwing): अपने 31 सेमी तक के पंखों के कारण यह दुनिया की सबसे बड़ी तितली प्रजाति मानी जाती है। इसे पूर्वी पापुआ न्यू गिनी में ओरो प्रांत (Oro Province) के जंगलों में देखा जाता है और यह एक लुप्तप्राय प्रजाति मानी जा रही है।
२. गोलियथ बर्डविंग (Goliath Birdwing): इस तितली प्रजाति के पंखों का फैलाव 28 सेमी तक होता है और यह न्यू गिनी, इंडोनेशिया (New Guinea, Indonesia) में पाई जाती है। इस प्रजाति का नर गोलियथ बर्डविंग (Goliath Birdwing) मादा की तुलना में अधिक रंगीन होता है।
३. विशाल अफ़्रीकी स्वैलाउटेल (Giant African Swallowtail): अपने 23 सेमी तक के पंखों के साथ, तितली की इस प्रजाति को पश्चिम और मध्य अफ़्रीका में पाया जा सकता है। यह सबसे जहरीली तितली प्रजातियों में से एक मानी जाती है, तथा इसके जीवन चरणों के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है।
४. वालेस गोल्डन बर्डविंग (Wallace's Golden Bird Wing): इस प्रजाति की तितली के पंखों का फैलाव 20 सेमी तक होता है और यह इंडोनेशिया के मालुकू द्वीप (Maluku Islands) समूह में पाई जाती है। यह निचले इलाकों और गीले स्थानों को पसंद करती है।
५. रिप्पन बर्डविंग (Rippon Birdwing): अपने 20 सेमी तक के पंखों के साथ, यह शानदार तितली इंडोनेशिया में मोलुकास और सुलावेसी (Moluccas And Sulawesi) में पाई जाती है। इसके पंखों में पीले और काले निशान होते हैं और यह संरक्षित श्रेणी में आती है।
६. बुरु ओपलेसेंट बर्डविंग (Buru Opalescent Birdwing): इस तितली प्रजाति के पंखों का फैलाव 19 सेमी तक होता है और यह इंडोनेशिया के मालुकु द्वीप समूह में बुरु द्वीप में पाई जाती है। निवास स्थान के नुकसान के कारण यह तितली भी असुरक्षित श्रेणी में आती है।
७. पलावन बर्डविंग (Palawan Birdwing): 19 सेमी तक के पंखों वाली इस तितली को ट्रायंगल बर्डविंग (Triangle Birdwing) के रूप में भी जाना जाता है। यह मूलतः फिलीपींस में पालावान द्वीप (Palawan Island, Philippines.) में पाई जाती है।
८. चिमेरा बर्डविंग (Chimera Birdwing): इस प्रजाति की तितलियों के पंखों का फैलाव 18 सेमी तक होता है और यह न्यू गिनी और जावा, इंडोनेशिया में पाई जाती है। इस प्रजाति की मादा तितली बड़ी और भूरे रंग की होती है, जबकि नर पर रंगीन निशान होते हैं।
९. मैगलन बर्डविंग (Magellan Birdwing): 18 सेमी तक के पंखों वाली यह तितली फिलीपींस और आर्किड द्वीप, ताइवान (Orchid Island, Taiwan.) में पाई जाती है। इसके पंखों में इंद्रधनुषी नीली-हरी चमक होती है।
१०. मिरांडा बर्डविंग (Miranda Birdwing): इस तितली प्रजाति के पंखों का फैलाव 17 सेमी तक होता है और यह मुख्य रूप से बोर्नियो और सुमात्रा (Borneo And Sumatra) के वर्षा वनों में निवास करती है।
सभी तितलियों में, गोल्डन बर्डविंग (Golden Birdwing) को भारत में पाई जाने वाली सबसे बड़ी तितली माना जाता है, जिसने 2020 में दक्षिणी क्षेत्र के तितली बर्डविंग / फैलाव के अभी तक के रिकॉर्ड को पार किया । मादा गोल्डन बर्डविंग उत्तराखंड के डीडीहाट में पाई गई, जबकि नर शिलांग, मेघालय में पाई गई।
भारत की सबसे बड़ी इस तितली की विशेषताएँ निम्नवत दी गई हैं:
- मादा गोल्डन बर्डविंग के पंखों का फैलाव 194 मिमी होता है, जो दक्षिणी बर्डविंग से थोड़ा अधिक है।
- नर गोल्डन बर्डविंग छोटा होता है, जिसके पंखों का फैलाव 106 मिमी होता है।
- यह स्वॉलोटेल परिवार (Swallowtail Family) से संबंधित है और एक दैनिक कीट है।
- नर के अगले पंख सफेद सीमा वाली शिराओं और पिछले पंख चमकीले पीले रंग के साथ काले होते हैं।
- मादाएं , नर से बड़ी होती हैं और उनके पंख गहरे भूरे या काले होते हैं।
- तितली का सिर, वक्ष और पेट काला होता है, वक्ष पर लाल धब्बे होते हैं और पेट के नीचे का भाग पीला होता है।
- यह तितली अरिस्टोलोकिया और थोटेया (Aristolokia And Thoteya) पौधों को खाती है।
भारत में अन्य बड़ी तितली प्रजातियों में कॉमन विंडमिल “Common Windmill” (98 मिमी), ग्रेट विंडमिल “Great Windmill” (96 मिमी), और कॉमन पीकॉक “Common Peacock” (78 मिमी) शामिल हैं। सह्याद्रि बर्डविंग (Sahyadri Birdwing) को भारत की दूसरी सबसे बड़ी तितली माना जाता है, जिसे वैज्ञानिक रूप से ड्रोइड्स मिनोस (Troides Minos) के नाम से जाना जाता है। यह दक्षिणी भारत के पश्चिमी घाट की मूल निवासी है और इसके पंखों का फैलाव 140 से 190 मिमी होता है। सह्याद्रि बर्डविंग कर्नाटक की राज्य तितली भी है। प्रारंभ में, इसे सामान्य बर्डविंग तितली का ही एक प्रकार माना जाता था। हालाँकि, अब इसे एक अलग और विशिष्ट प्रजाति माना जाता है। दक्षिणी बर्डविंग तितली आमतौर पर दक्षिण भारत के पश्चिमी घाट क्षेत्र में पाई जाती है। यह क्षेत्र अपनी समृद्ध जैव विविधता और कई अनोखी प्रजातियों के लिए जाना जाता है। संग्राहकों द्वारा इस तितली की अत्यधिक मांग की जाती है और यह पश्चिमी घाट में तितली पर्यटन के लिए एक लोकप्रिय आकर्षण बन गई है। गोल्डन बर्डविंग द्वारा इसे पीछे छोड़ने से पहले 88 वर्षों तक भारत की सबसे बड़ी तितली का खिताब इसने अपने पास रखा था। यह तितली पश्चिमी घाट में 3,000 फीट (910 मीटर) तक पाई जा सकती है। यह विभिन्न प्रकार के आवासों जैसे तट के पास के जंगल, मिश्रित वन, सूखी झाड़ियाँ और कृषि क्षेत्र में रहती है।
तितली सुबह के समय सबसे अधिक सक्रिय होती है। तितली को पूरे वर्ष उड़ते हुए देखा जा सकता है, लेकिन यह मानसून और मानसून के बाद की अवधि के दौरान सबसे अधिक सक्रिय होती है। इस तितली को वर्तमान में खतरे में नहीं माना जाता है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (International Union For Conservation Of Nature) इसकी आबादी की निगरानी करने की सिफारिश करता है। मधुमक्खियाँ, ततैया और पतंगे के साथ-साथ तितलियाँ भी हमारे भोजन के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे पराग फैलाकर पौधों को फ़ैलाने में मदद करती हैं, जिससे फल उगते हैं। लेकिन एक नए अध्ययन से पता चलता है कि जैसे-जैसे जलवायु गर्म होती है, वैसे-वैसे तितलियों का आकार भी छोटा हो जाता है। अगर उनके पंख छोटे होते हैं, तो वह दूर तक नहीं उड़ पाएंगी जिस कारण वे अधिक पौधों को परागित नहीं कर पाएंगी।
छोटी तितलियाँ पराग भी कम ले जाती हैं, जिससे पौधों की वृद्धि धीमी हो जाती है और फसल कम होती है। यदि तितलियों की सभी प्रजातियाँ एक ही तरह से प्रभावित होती हैं, तो इससे वैश्विक स्तर पर भोजन की कमी हो सकती है। ये कीट हमारे लिए आवश्यक श्रमिकों की तरह हैं, जो अर्थव्यवस्था में अरबों रुपये का योगदान देते हैं और हमारी थाली में भोजन पहुंचाने में हमारी मदद करते हैं। इसलिए अपनी तितलियों की रक्षा करने और सभी के लिए पर्याप्त भोजन सुनिश्चित करने के लिए, हमें जलवायु परिवर्तन के खिलाफ जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
संदर्भ
https://tinyurl.com/4wz8ak6r
https://tinyurl.com/433raaax
https://tinyurl.com/yuxaffms
https://tinyurl.com/y82kmwfe
https://tinyurl.com/teeuvb8v
चित्र संदर्भ
1. एक विशाल तितली को दर्शाता चित्रण (Pixabay)
2. स्किपर्स तितली को दर्शाता चित्रण (Pexels)
3. पेंटेड लेडी तितली को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. स्फिंक्स मोथ को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
5. पियरकोलियास फ़ोर्सटेरी को दर्शाता चित्रण (Pixabay)
6. रानी एलेक्जेंड्रा को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
7. क्वीन एलेक्जेंड्रा बर्डविंग को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
8. गोलियथ बर्डविंग को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
9. विशाल अफ़्रीकी स्वैलाउटेल को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
10. वालेस गोल्डन बर्डविंग को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
11. रिप्पन बर्डविंग को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
12. बुरु ओपलेसेंट बर्डविंग को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
13. पलावन बर्डविंग को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
14. चिमेरा बर्डविंग को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
15. मैगलन बर्डविंग को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
16. मिरांडा बर्डविंग को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
17. सह्याद्रि बर्डविंग को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
18. ड्रोइड्स मिनोस को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
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